कोटा. भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान मद्रास के मेडिकल साइंस एंड टेक्नोलॉजी डिपार्टमेंट ने नवाचार करते हुए बैचलर ऑफ साइंस कोर्स शुरू किया है. यह मेडिकल साइंस व इंजीनियरिंग में 4 वर्षीय पाठ्यक्रम है, जिसे मेडिकल एजुकेशन में टेक्नोलॉजी के बढ़ते उपयोग और प्रभाव को देखते हुए शुरू किया गया है. कोटा के एजुकेशन एक्सपर्ट देव शर्मा ने इसे अनूठी पहल बताया. इसमें एडमिशन जॉइंट एंट्रेंस एग्जाम एडवांस्ड की मेरिट लिस्ट के अनुसार नहीं होगा, बल्कि इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ साइंस एजुकेशन एंड रिसर्च (IISER) की ओर से आयोजित होने वाले एटीट्यूड टेस्ट (IAT) के जरिए होगा.
देव शर्मा ने बताया कि अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भविष्य में मेडिकल साइंस और इंजीनियरिंग की मदद से नए नवाचार बड़े लेवल पर होंगे. इस कोर्स के तहत विद्यार्थियों को मानव संरचना विज्ञान के सभी पहलुओं के साथ-साथ आवश्यक उपकरणों और जांच के इक्विपमेंट के संबंध में तकनीकी और इंजीनियरिंग शिक्षा दी जाएगी.
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12वीं बोर्ड में 60 फीसदी अंक व गणित जरूरी : देव शर्मा ने बताया कि आईआईएसईआर एप्टीट्यूड टेस्ट (आईएटी) का एग्जाम 9 जून रविवार को होगा. इस कोर्स में प्रवेश के लिए आईआईटी मद्रास की ऑनलाइन पोर्टल पर आवेदन करना होगा. इस परीक्षा के लिए ऑनलाइन आवेदन 5 जून तक जारी रहेंगे. आईआईटी, एनआईटी, ट्रिपलआईटी व जीएफटीआई संस्थानों में प्रवेश से वंचित रहने वाले विद्यार्थियों के लिए ये कोर्स मददगार हो सकता है.
इनमें जेईई मेन व एडवांस्ड के जरिए प्रवेश मिलता है. इनमें प्रवेश के लिए 12वीं बोर्ड परीक्षा में 75 फीसदी अंकों की रिक्वायरमेंट है, जबकि इस कोर्स में प्रवेश के लिए 60 फीसदी अंकों की बाध्यता है. एडमिशन के लिए 12वीं की परीक्षा में गणित सब्जेक्ट होना जरूरी है. इसके अलावा अन्य विषयों में फिजिक्स, केमिस्ट्री और बायोलॉजी में से दो सब्जेक्ट हो सकते हैं.