पटना : मैसूर से चलकर दरभंगा आने वाले बागमती एक्सप्रेस हादसे के सवाल पर जेडीयू के सांसद और जेडीयू कोटे से मंत्री ललन सिंह ने गैरजिम्मेदारी भरा जवाब दिया. उन्होंने कहा कि ट्रेन हादसे तो होते रहते हैं. लगातार हो रहे ट्रेन हादसे की वजह से रेलवे पर सवाल भी खड़े होने लगे हैं.
'साजिश के कारण ट्रेन हादसे' : बता दें कि मीडिया कर्मियों ने पटना में ललन सिंह से मैसूर दरभंगा हादसे पर प्रतिक्रिया लेनी चाही तो उन्होंने बिना किसी लागलपेट के इसे साजिश करार दिया. उन्होंने कहा कि देश में ट्रेनों हादसों की साजिशें रची जा रही है. इसके लिए उन्होंने उदाहरण भी दिये.
"होता रहता है है. ट्रेन एक्सीडेंट में आपने देखा नहीं है कि आजकल ट्रैक पर कुछ रखकर जानबूझकर दुर्घटना कराया जा रहा है. उसकी जांच रेलवे मंत्रालय कर रहा है."- ललन सिंह, केंद्रीय मंत्री
शुक्रवार को हुआ था हादसा : कावरपेट्टई स्टेशन पर मैसूर-दरभंगा बागबमती एक्सप्रेस रुकी हुई मालगाड़ी से टकरा गई थी. इस हादसे के कारण ट्रेन के 12 डिब्बे डिरेल हो गए. कम से कम 19 यात्री घायल हो गए. बचाव अभियान जोरों पर चलाया गया और घायलों को अस्पताल पहुंचाया गया.
ट्रैक पर मिल चुके हैं संदिग्ध सामान : आए दिन ट्रेन हादसे की खबरें मीडिया में सुर्खियों में रहती हैं. ये भी सच है कि इस बीच ट्रैक पर कभी गैस सिलेंडर, तो कभी ट्रैक पर आयरन रॉड रखकर ट्रेन को डिरेल करने की साजिश को नाकाम किया गया है. ऐसे कई हादसे हुए हैं जिनकी जांच रेलवे कर रहा है. लेकिन जिस तरह से केंद्रीय मंत्री ने जवाब दिया वह ठीक नहीं कहा जा सकता.
रेलवे भरोसे की सवारी : भारत में रेलवे में प्रतिदिन करोड़ों यात्री सफर करते हैं. जब एक मंत्री इस तरह का बयान देंगे तो आम यात्री किस भरोसे ट्रेनों में सफर करेंगे? कभी नैतिकता के आधार पर रेल मंत्री के पद से इस्तीफा देने वाले नीतीश के मंत्री के ऐसे बयान पर सवाल उठना भी लाजमी है.
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