बेंगलुरु: केंद्रीय भारी उद्योग और इस्पात मंत्री एचडी कुमारस्वामी को रविवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान नाक से खून बहने के कारण अस्पताल में भर्ती कराया गया. बता दें कि केंद्रीय कुमारस्वामी की नाक से उस समय खून बहने लगा था जब वह कांग्रेस सरकार के खिलाफ पदयात्रा को लेकर भाजपा और जेडीएस नेताओं की समन्वय समिति की बैठक के बाद मीडिया को संबोधित कर रहे थे. इस पर केंद्रीय मंत्री को यहां जयनगर इलाके में स्थित अपोलो अस्पताल ले जाया गया, जहां इलाज के बाद उन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी गई.
Karnataka | H. D. Kumaraswamy was discharged from the hospital.
— ANI (@ANI) July 28, 2024
(Source: H. D. Kumaraswamy office) https://t.co/8R4uU1wnZB
इस दौरान उनके बेटे और अभिनेता से नेता बने निखिल कुमारस्वामी और जनता दल-सेक्युलर (जेडीएस) के अन्य वरिष्ठ नेता साथ थे. गौरतलब है कि एचडी कुमारस्वामी ने सुबह से ही कई कार्यक्रमों में हिस्सा लिया. उन्होंने नंजनगुड कस्बे में एक मंदिर में दर्शन किए, फिर मैसूर पहुंचे और बैठकें कीं तथा मीडिया को संबोधित किया. वहीं दोपहर में वह बेंगलुरू पहुंचे और भाजपा तथा जद(एस) नेताओं की बैठक में भाग लिया. कुमारस्वामी के मीडिया को संबोधित करने के दौरान नाक से खून बहने के समय साथ कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा, केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी, भाजपा की कर्नाटक इकाई के अध्यक्ष बीवाई. विजयेंद्र और विपक्ष के नेता आर. अशोक मौजूद थे.
नाक से खून बहने के कारण केंद्रीय मंत्री की सफेद शर्ट पर खून के छींटे दिखे. इसके बावजूद, एच.डी. कुमारस्वामी घबराए नहीं और उन्होंने येदियुरप्पा से मीडिया को संबोधित करने को कहा, फिर नाक पर तौलिया रखकर एक तरफ हट गए. बाद में उन्हें अस्पताल ले जाया गया. इस संबंध में जेडीएस नेताओं ने कहा कि कुमारस्वामी के स्वास्थ्य में कोई समस्या नहीं है. अत्यधिक गर्मी के कारण नाक से खून बहा. डॉक्टरों ने इलाज किया है.
'मैं ठीक हूं, चिंता करने की कोई जरूरत नहीं': कुमारस्वामी
अस्पताल से छुट्टी मिलने के बाद बाहर निकलते समय मीडिया से बात करते हुए कुमारस्वामी ने कहा, 'किसी को भी चिंतित होने की जरूरत नहीं है. मैं अपने कार्यकर्ताओं और अनुयायियों से यही अपील करता हूं. जब तक आपकी शुभकामनाएं, भगवान की कृपा और मेरे माता-पिता का आशीर्वाद है, तब तक कोई खतरा नहीं है.' उन्होंने कहा, 'मेरे हृदय के वाल्व तीन बार बदले जा चुके हैं. मैं रक्त पतला करने वाली गोलियां लेता हूं. रक्त का थक्का जमने से रोकने के लिए मैं यह गोलियां ले रहा हूं. जब मैं तनावग्रस्त या बेचैन होता हूं तो नाक से खून आना सामान्य बात है. डॉक्टरों ने काम का दबाव कम करने की सलाह दी है. मेरे पास जो भी समय है, उसका हर पल महत्वपूर्ण है. लोगों की किसी तरह से मदद की जानी चाहिए.' लोगों ने मुझ पर विश्वास किया और मुझे दिल्ली भेजा. मैं लोगों के भरोसे से समझौता नहीं करता. यह सिर्फ एक अस्थायी समस्या है. चिंता करने की जरूरत नहीं है. डॉक्टर ने आराम करने की सलाह दी है.
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