रायपुर: छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर से पीएम श्री योजना का शुभारंभ सोमवार को हुआ. केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने इस योजना की शुरुआत की है. पंडित दीन दयाल ऑडिटोरियम में मुख्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया. जिसमें इस योजना की शुरुआत की गई है. इस अवसर पर सीएम विष्णुदेव साय और छत्तीसगढ़ के स्कूल शिक्षा मंत्री बृजमोहन अग्रवाल के साथ शिक्षा विभाग के अधिकारी मौके पर मौजूद रहे.
केन्द्र सरकार की राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के तहत देश भर के 14500 सरकारी स्कूलों को पीएम श्री योजना में अपग्रेड करने का काम किया जा रहा है. इस योजना के तहत छत्तीसगढ़ राज्य शासन के 211 स्कूल केंद्रीय विद्यालय के 17 स्कूल को शामिल किया गया है. इतना ही नहीं नवोदय विद्यालय के 20 स्कूल इसमें शामिल किए गए हैं. छत्तीसगढ़ में कुल 248 स्कूलों का चयन इसमें किया गया है.
धर्मेंद्र प्रधान ने दी पीएम श्री योजना की जानकारी: केंद्रीय शिक्षा और कौशल विकास मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने पीएम श्री योजना की जानकारी दी. उन्होंने इस योजना की खासियत बताते हुए कहा कि" पीएम श्री योजना पीएम मोदी की परिकल्पना है इससे आने वाले समये में स्थानीय भाषाओं में शिक्षा को बढ़ावा दिया जा सकेगा. नई शिक्षा नीति के तहत इसका प्रावधान किया गया है. छत्तीसगढ़ के स्कूलों में छत्तीसगढ़ी भाषा सहित स्थानीय भाषा में पढ़ाई की जाएगी. इसके तहत अलग अलग आयु वर्ग के बच्चों को इसमें शामिल किया जाएगा. पढ़ाई के जरिए आत्म निर्भर बनने के गुण बच्चों में विकसित किए जाएंगे. इसके साथ ही खेलकूद और अन्य गतिविधियों को भी इस योजना में शामिल किया गया है.
केन्द्रीय मंत्री प्रधान ने कहा कि 10वीं और 12वीं के छात्रों को शिक्षा सत्र 2025-26 से बोर्ड परीक्षा देने के दो अवसर मिलेंगे. उन्होंने कहा कि नई शिक्षा नीति में नवाचार पर जोर दिया गया है, इसका पहला उद्देश्य बच्चों को परीक्षा के तनाव से मुक्त करना है. बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देकर उन्हें भविष्य के लिए तैयार करना पीएमश्री का उद्देश्य है.
"आज रायपुर के बच्चों ने जंगल नहीं देखा होगा वहीं बस्तर के बच्चों ने रायपुर की चमकती लाइट एयरपोर्ट नहीं देखा होगी. ऐसी स्थिति है इसमें बच्चों को जोड़ना होगा. 2036 में भारत ओलंपिक की ओर जा रहा है उसमें 10% मेडल छत्तीसगढ़ से आना चाहिए उसकी तैयारी 2024 से होनी चाहिए. हर स्कूल में गेम्स आयोजित होने चाहिए": धर्मेंद्र प्रधान, केंद्रीय शिक्षा मंत्री
"बच्चे कई विषयों पर रील बनाते हैं. ऐसे में मास मीडिया की पढ़ाई कक्षा सात और आठ से शुरू हो जानी चाहिए. बच्चे वीडियो बनाते वक्त खुद एंकरिंग करते हैं. इस तरह का प्रोत्सहान बच्चों को मिलना चाहिए. बच्चे साइंस प्रोजेक्ट को एक्सप्लेन करें. आप टीचर बन के 5 मिनट की एक प्रॉब्लम बोर्ड पर हल करें, तो देखेंगे कि बच्चे शिक्षकों से अच्छा पढ़ाएंगे": धर्मेंद्र प्रधान, केंद्रीय शिक्षा मंत्री
शिक्षा के विकास के लिए छत्तीसगढ़ सरकार प्रतिबद्ध: सीएम साय ने कहा कि शिक्षा के विकास के लिए छत्तीसगढ़ सरकार प्रतिबद्ध है. उन्होंने दावा किया कि बीजेपी की सरकार बनने के बाद छत्तीसगढ़ में 33 हजार शिक्षकों की भर्ती की गई है. स्कूल भवन को लेकर बजट में व्यवस्थाएं की गई है. डबल इंजन की सरकार में शिक्षा क्षेत्र में तेजी से विकास होगा.
पीएम श्री योजना के तहत स्कूलों में बच्चों को डिजिटल पढ़ाई के लिए प्रेरित करने का लक्ष्य रखा गया है. इसके साथ ही बच्चों में सर्वागीण विकास हो इसका ख्याल भी रखा गया है.