नई दिल्ली : देश चिलचिलाती गर्मी से जूझ रहा है. भारत के कई हिस्सों में तापमान बहुत ज्यादा है, लू चल रही है. टूरिस्ट उद्योग से जुड़े एक्सपर्ट्स का भी मानना है कि इन हालात में पर्यटक देश में ठंडी जगहों पर घूमना पसंद करेंगे. भले ही हवाई किराए में भी 15-20% की वृद्धि हुई है.
फ्लाइट्स की बात करें या होटलों की अप्रैल और मई महीने में इनकी मांग बढ़ जाती है, जबकि ये छुट्टियों का मौसम नहीं होता है. ईटीवी भारत से बात करते हुए यात्रा ऑनलाइन (Yatra Online) के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट (एयर एंड होटल बिजनेस) भरत मलिक ने कहा कि 'इस अवधि में जब भारत के विभिन्न हिस्सों में तापमान बढ़ रहा है, घरेलू स्तर पर भारतीय यात्रियों के लिए शीर्ष पर्यटन स्थलों में गोवा, कश्मीर, दार्जिलिंग और केरल शामिल हैं.'
उन्होंने कहा कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर लोकप्रिय विकल्प दुबई, सिंगापुर, कुआलालंपुर, वियतनाम, थाईलैंड और मॉरीशस हैं. विशेष रूप से यात्रा में हमने पिछले वर्ष की समान अवधि की तुलना में हवाई किराए में वृद्धि देखी है, घरेलू किराए में लगभग 15-20% और अंतरराष्ट्रीय किराए में लगभग 20% वृद्धि हुई है.
इसी तरह अन्य उद्योग की राय है कि हालांकि यह छुट्टियों का मौसम नहीं है, लेकिन चूंकि देश भर में तापमान में हीटवेव इतनी चरम पर है लोग सप्ताहांत के दौरान घूमने के लिए ठंडी जगहों की तलाश कर रहे हैं. इसी का नतीजा है कि हवाई किराए के साथ-साथ होटल का किराया भी बढ़ गया है.
गौरतलब है कि मद्रास हाईकोर्ट ने 29 अप्रैल को जिला प्रशासन को भीड़ का अंदाजा देने के लिए 7 मई से 30 जून के बीच नीलगिरी और कोडईकनाल में प्रवेश करने वाले मोटर वाहनों के लिए पूर्व ई-पास का आदेश दिया था.