आगरा : बेटे के इलाज में असमर्थ एक परिवार ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से इच्छामृत्यु की मांगी है. कहा है कि बेटे के इलाज में परिवार ने अपनी सारी जमा पूंजी लगा दी, लेकिन उसकी हालत में कोई सुधार नही हुआ. बेटा एक सड़क हादसे का शिकार हुआ था. वहीं पुलिस ने भी राजनीतिक दबाव में पीड़ित परिवार की सुनवाई नहीं की. इसके साथ ही सीएम को पत्र भेजा है.
बीते 14 महीने से लकवाग्रस्त अवस्था में बिस्तर पर पड़े सोनू की मां किरन चौहान ने बताया कि 13 महीने पहले बेटा अपने एक दोस्त की शादी में गया था. दोस्तों के साथ लौटते वक्त ईदगाह चौराहे पर एक तेज रफ्तार कार ने बेटे सोनू को टक्कर मार दी. सोनू को मरणासन्न अवस्था मे छोड़कर कार सवार फरार हो गए. अन्य दोस्तों ने सोनू को अस्पताल में भर्ती कराया. डॉक्टर ने बताया कि सोनू का शरीर पैरालाइज हो चुका है. तभी से सोनू का इलाज चल रहा हैं. उनके इलाज में घर की सारी जमा पूंजी लग चुकी हैं. घर भी गिरवी रखा है. रोज कर्ज देने वाले आकर अपमानित करते हैं. सोनू विवाहित है और उसका एक छोटा बेटा भी है. अभी तक परिवार सोनू के इलाज पर ₹30 लाख से ज्यादा रकम खर्च कर चुका है, लेकिन सोनू की हालत में सुधार नहीं हुआ. हर महीने करीब ₹1 लाख रुपये इलाज में खर्च हो जाते हैं. ऐसे में अब परिवार सोनू के इलाज का खर्चा उठाने में सक्षम नही हैं.
मां किरन ने आगे बताया कि सोनू के इस हाल का जिम्मेदार बीजेपी नेता का एक खास रिश्तेदार है. दुर्घटना के बाद पुलिस ने हमारी शिकायत पर कोई सुनवाई नहीं की. मैंने कोर्ट के माध्यम से आरोपी के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कराया है, लेकिन उसमें भी पुलिस ने लापरवाही की. अब हमें न्याय की कोई उम्मीद नही हैं. पूरे परिवार के पास मरने के अलावा कोई रास्ता नही हैं. जिसके चलते हम मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से इच्छामृत्यु की मांग कर रहे हैं.
बीते 13 महीने से बिस्तर पर पड़े सोनू चौहान ने बताया कि ईदगाह चौराहे पर तेज रफ्तार कर ने उन्हें टक्कर मारी थी. चालक ने भागते समय उनके पैर पर भी कार चढ़ा दी थी. वह बेहोश थे, अस्पताल के बिस्तर पर जब उन्हें होश आया तो उनके शरीर ने उनका साथ छोड़ दिया था. सोनू की पत्नी नेहा भी बहुत परेशान हैं. बीते 1 साल से पति की सेवा में लगी हैं. वह भी अपने पति को न्याय दिलाना चाहती हैं, लेकिन पुलिस परिवार की कोई मदद नहीं कर रही हैं.