सुकमा: बस्तर में 19 अप्रैल को मतदान होनाा है. मतदान से पहले नक्सलियों को फिर से तगड़ा झटका लगा है. सुकमा एसपी किरण चव्हाण के सामने दो हार्डकोर नक्सलियों ने आत्मसमर्पण कर दिया है. सरेंडर करने वाले दोनों नक्सलियों पर पुलिस ने आठ आठ लाख का इाम रखा था. सरेंडर करने वाले नक्सलियों ने कहा कि आतंक के रास्ते से तंग आ चुके हैं. माओवादियों की विचारधारा बदल गई है. नक्सली नेता अब लोगों को प्रताड़ित करने लगे हैं.
आठ आठ लाख के इनामी माओवादियों ने किया सरेंडर: नक्सल मोर्चे पर जवानों को एक बार फिर बड़ी कामयाबी मिली है. सुकमा में AK-47 हथियार लेकर चलने वाले दो नक्सलियों ने सरेंडर कर दिया है. आतंक की राह छोड़ने वाले एक नक्सली में महिला भी शामिल है. दोनों नक्सली सरकार की पूना नर्कोम अभियान से प्रभावित थे. पुलिस के मुताबिक पुरुष नक्सली का नाम कमलू प्रकाश है वो बस्तर में लंबे वक्त से नक्सलियों से जुड़ा रहा. प्रकाश की हार्डकोर नक्सलियों में गिनती होती थी. सुकमा में AK-47 हथियार लेकर घूमता था. पकड़े गए दूसरे इनामी नक्सली महिला है. पुलिस के मुताबिक नक्सली का नाम पेड़कम रीता है. रीता पीएजीए संगठन में डिप्टी कमांडर के पद पर थी.
सरकार की पूना नर्कोम अभियान ला रही रंग: सरकार की पुनर्वास नीति अब तेजी से सुकमा में रंग ला रही है. सरेंडर करने वाले दोनों नक्सलियों को एसपी ने नकद सहायता राशि भेंट की. एसपी किरण चव्हाण ने दोनों नक्सलियों को श्रीफल देकर भी उनके उठाए गए कदम की तारीफ की. गुरुवार को भी सुकमा में तीन बड़े माओवादियों ने पुलिस के सामने आत्मसमर्पण किया था. लगातार नक्सलियों के सरेंडर करने से माओवादी संगठन में खलबली मची हुई है.