पटना : बिहार की सियासत में बड़ा उलटफेर हुआ है. कांग्रेस के दो विधायक और आरजेडी के एक विधायक बजट सत्र की कार्यवाही के दौरान सत्ता पक्ष की ओर बैठ गए. इन्होंने खुद को पीएम मोदी से इंसपायर बताया है. जैसे ही तीनों विधायक, कांग्रेस के सिद्धार्थ और पूर्व मंत्री मुरारी गौतम और आरजेडी की विधायक संगीता कुमारी सत्ता पक्ष के खेमे में जाकर बैठीं हलचल मच गई.
कांग्रेस और आरजेडी विधायक बीजेपी में शामिल : बता दें कि राजद के तीन विधायक पहले ही अविश्वास प्रस्ताव के दौरान पाला बदल चुके हैं, जिसमें चेतन आनंद, नीलम देवी और प्रह्लाद यादव शामिल हैं. अब विपक्ष के तीन और विधायकों ने पाला बदला है. ये सिद्धार्थ वही हैं जो विश्वास मत के दौरान उनके बीजेपी के साथ जाने की अटकलें लगने लगीं थीं क्योंकि ये अन्य कांग्रेस विधायकों के साथ हैदराबाद नहीं गए थे.
BJP-RJD की प्रतिक्रिया : राष्ट्रीय जनता दल के विधायक रामानुज प्रसाद ने कहा कि, 'जांच एजेंसियों के बल पर हमारे विधायकों को बीजेपी तोड़ रही है.' वहीं भाजपा विधायक नितिन नवीन का कहना है कि 'अभी तो ट्रेलर है पूरा पिक्चर अभी बाकी है.' वहीं उपमुख्यमंत्री विजय सिन्हा का ने कहा कि 'महागठबंधन के लोगों ने न्यौता दिया था और हम लोग अंजाम तक पहुंचा रहे हैं.'
पीएम मोदी के दौरे से पहले महागठबंधन को झटका : दो मार्च को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बिहार में रैली है. रैली के पहले ही बिहार में सरकार बदल गई और अब पूरा समीकरण ही चेंज हो गया. ऐसे में ये देखना दिलचस्प होगा कि इसपर विपक्ष की क्या प्रतिक्रिया आती है. फिलहाल पाला बदलने वाले तीनों नेताओं की प्रतिक्रिया का इंतजार है. गौरतलब है कि कांग्रेस के कुल 19 विधायक 2020 में जीते थे जिसमें 2 बागी हो जाने के बाद अब 17 विधायक ही बचे हैं.
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