दार्जिलिंग: पश्चिम बंगाल के रंगापानी में बुधवार 31 जुलाई को एक और रेल दुर्घटना हो गई. यहां स्टेशन के प्राइवेट साइडिंग के अंदर खड़ी मालगाड़ी के दो डिब्बे पटरी से उतर गए. ये दुर्घटना सुबह 12 बजे के आसपास घटी. गनीमत ये रही कि जिस वक्त ये घटना घटी उस वक्त वहां कोई मौजूद नहीं था. बता दें, यह हादसा तकरीबन कंचनजंघा एक्सप्रेस दुर्घटना के डेढ़ महीने बाद हुआ है. हालांकि, इस हादसे में किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है.
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि एक ही स्थान पर लगातार दो रेल दुर्घटनाएं सही नहीं है. सीएम ममता बनर्जी ने सोशल मीडिया 'एक्स' पर पोस्ट करते हुए लिखा कि आज एक और रेल दुर्घटना उत्तर बंगाल के उसी फांसीदेवा रंगपानी क्षेत्र में घटी, जहां छह सप्ताह पहले एक बहुत ही दुखद दुर्घटना हुई थी. जो हो रहा है उससे हमलोग बहुत चिंतित हैं.
बता दें, कंचनजंघा एक्सप्रेस 17 जून को रंगापानी के पास अप लाइन पर दुर्घटनाग्रस्त हो गई थी. मालगाड़ी और कंचनजंघा एक्सप्रेस के बीच टक्कर में 10 लोगों की मौत हो गई थी. इस दुर्घटना में कई यात्री घायल हो गये थे. बुधवार को घटी इस घटना से एक बार फिर इलाके में भय माहौल है. डाउन लाइन पर हुई इस दुर्घटना के कारण कुछ देर के लिए ट्रेनों का परिचालन बाधित रहा. वहीं, इस घटना के बाद रेलवे प्रशासन की भूमिका एक बार फिर सवालों के घेरे में आ गयी है.
रेलवे सूत्रों के अनुसार रंगापानी से डाउन लाइन की ट्रेन चहट स्टेशन पार कर नुमरीगर रिफाइनरी जा रही थी. रंगापानी से ट्रेन जैसे ही मुड़ी और रिफाइनरी की ओर बढ़ी, बीच के दो डिब्बे पटरी से उतर गये. खबर मिलते ही न्यू जलपाईगुड़ी लोको शेड से रिकवरी इंजन और वरिष्ठ रेलवे अधिकारी मौके पर पहुंचे. दोनों डिब्बों को जल्दी से जल्दी पटरी पर लाने का काम शुरू हो गया है.
पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी सब्यसाची डे ने कहा कि मुझे पता चला है कि मालगाड़ी के दो डिब्बे पटरी से उतर गए हैं. स्थिति को सामान्य करने का काम शुरू हो गया है. मुझे नहीं लगता कि इसमें ज्यादा समय लगेगा. वहीं एक ही स्थान पर दो बार मालगाड़ी के पटरी से उतरने की घटना के बाद रेलवे अधिकारियों की भूमिका पर सवाल उठ रहे हैं. गौरतलब है कि मंगलवार को झारखंड के चक्रधरपुर के पास हावड़ा-मुंबई मेल के 18 डिब्बे पटरी से उतर गए थे. इस घटना में दो लोगों की मौत हो गई थी और कई लोग घायल हो गए थे.
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