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होमगार्ड ने सुसाइड नोट में लिखा-पुलिस से पंगा लेने की मैंने भूल की; केंद्रीय मंत्री एसपी सिंह बघेल के मनाने पर परिजनों ने किया अंतिम संस्कार - home guard suicide note

आगरा के बरहन थाना के गांव रूपधनू में अपने किसान भाई की खुदकुशी के बाद न्याय न मिलने पर जान देने वाले होमगार्ड प्रमोद का सुसाइड नोट मिला है. सोमवार देर रात जब पुलिस पहुंची तो होमगार्ड की कलाई पर सुसाइड नोट बंधा मिला. परिजन अंतिम संस्कार न करने पर अड़े थे. केंद्रीय मंत्री एसपी सिंह बघेल के पहुंचने के बाद परिजन माने.

होमगार्ड ने जान देने से पहले सुसाइड नोट भी लिखा है.
होमगार्ड ने जान देने से पहले सुसाइड नोट भी लिखा है. (photo credit etv bharat)
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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Jun 25, 2024, 4:20 PM IST

Updated : Jun 25, 2024, 8:47 PM IST

आगरा: जिले के बरहन थाना के गांव रूपधनू में अपने किसान भाई की खुदकुशी के बाद न्याय न मिलने पर जान देने वाले होमगार्ड प्रमोद का सुसाइड नोट मिला है. सोमवार देर रात जब पुलिस पहुंची तो होमगार्ड की कलाई पर सुसाइड नोट बंधा मिला. जिसमें उसने लिखा है- वर्दीवालों से न्याय की लड़ाई में एक वर्दीवाला जान से हार गया. होमगार्ड ने सादाबाद पुलिस के उत्पीड़न और रिश्वत लेने की बात सुसाइड नोट में लिखी है. इसके साथ ही साथ ही योगी सरकार से परिवार का ध्यान रखने की मांग की है. अंत में लिखा है- पुलिस से पंगा लेने की मैंने भूल की, कोई पुलिस के खिलाफ नहीं बोलना. होमगार्ड ने अपने भाई की खुदकुशी के लिए पुलिस को जिम्मेदार ठहराया था. साथ ही आरोप लगाया था कि उसके भाई को टार्चर किया गया. इधर, बरहन थाना में सादाबाद थाने के थानाध्यक्ष व दरोगा के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है. वहीं मामले के तूल पकड़ने के बाद मंगलवार को केंद्रीय राज्यमंत्री एसपी सिंह बघेल भी परिजन को सांत्वना देने पहुंचे. उन्होंने कहा कि, सादाबाद थाने के दरोगा और एसओ जेल जाएंगे. इसके साथ ही शराब पीकर पहुंचे तहसीलदार के खिलाफ भी सख्त कार्रवाई होगी.

परिजनों को मनाने केंद्रीय मंत्री एसपी सिंह बघेल पहुंचे.
परिजनों को मनाने केंद्रीय मंत्री एसपी सिंह बघेल पहुंचे. (photo credit etv bharat)

क्या है मामला

बरहन थाना के गांव रूपधनू निवासी किसान संजय सिंह (50) के साले पर एक युवती को भगा ले जाने का आरोप लगा. इसके बाद पुलिस नौ जून की रात संजय को थाने ले आई. आरोप है कि 11 जून तक सादाबाद थाना में रख उसकी पिटाई की गई. फिर शांतिभंग में चालान करके छोड़ दिया. चेताया कि 22 जून तक युवती घर लौट आनी चाहिए. पुलिस के डर से संजय ने शनिवार को खुदकुशी कर ली. जिस पर अपर पुलिस अधीक्षक हाथरस अशोक सिंह कुमार मौके पर पहुंचे. परिजनों का आरोप था कि सादाबाद थाना के दरोगा और सिपाही पर कार्रवाई की जाए. अपर पुलिस अधीक्षक हाथरस अशोक सिंह ने कहा कि जांच सीओ सादाबाद गोपाल सिंह को दी गई है. जो भी दोषी होगा, उसके खिलाफ कार्रवाई होगी.

ऐसे शुरू हुआ पुलिस का उत्पीड़न

परिजनों का यह भी आरोप है कि संजय के बड़े भाई होमगार्ड प्रमोद सिंह (50) चुनाव डयूटी पर 14 अप्रैल को गए थे. 2 जून 2024 को लौट कर आए. संजय को छोड़ने के बाद 11 जून की शाम पुलिस ने प्रमोद और छोटे बेटे प्रवीण को उठा लिया था. हवालात में बंद करके रखा. आरोप है कि दरोगा ने हमसे 1 लाख रुपए की डिमांड की. संजय की मौत के 48 घंटे बाद भी जब दोषियों के खिलाफ बरहन थाना पुलिस ने मुकदमा दर्ज नहीं किया तो प्रमोद बेहद आहत हो गए. प्रमोद लगातार अपने भाई को टॉचर करने वाले और दोषी पुलिसकर्मियों को सजा दिलाने और मुकदमा दर्ज कराने की मांग को लेकर अधिकारियों से मिल रहे थे. सोमवार को स्थानीय विधायक डॉ. धर्मपाल सिंह से भी मिले. साथ ही कई पुलिस अधिकारियों से मिले. कहीं से उसे न्याय की उम्मीद नहीं दिखी. आखिरकार उन्होंने भी खुदकुशी कर ली. उसी जगह जान दी, जहां पर छोटे भाई संजय ने आत्महत्या की थी.

कलाई में बंधा मिला सुसाइड नोट

होमगार्ड प्रमोद ने आत्महत्या से पहले 12 लाइन का सुसाइड नोट लिखा है. डीसीपी पश्चिमी सोनम कुमार ने बताया कि, होमगार्ड प्रमोद ने सुसाइड नोट में लिखा है कि सादाबाद थाना में तैनात दारोगा हरिओम ने उठाकर दो दिन 11 और 12 जून को हवालात में बंद किया. एक लाख मांगे गए. 10 हजार रुपए लेकर 13 जून को छोड़ा. ऑफिस में पैसा दिया. 50 हजार रुपए की मांग की. सादाबाद पुलिस व हरिओम दरोगा ने प्रताड़ित किया. सुसाइड नोट की जांच की जा रही है.

50 वर्षीय होमगार्ड प्रमोद ने सुसाइड नोट में लिखा कि, छोटा भाई संजय फांसी लगाकर मर गया. अब मुझमें क्षमता नहीं है. इसलिए आत्महत्या कर रहा हूं. मुझ पर फोन आ रहे हैं. आज ही बयान देने आ जाओ. मैंने कहा कल आऊंगा, नहीं आज ही आ जाओ. इसलिए, मेरा दिमाग ठीक नहीं है. सरकार से प्रार्थना है कि मेरे परिवार की तरफ ध्यान दिया जाए. जय माता दी, जय श्री राम. आखिर में होमगार्ड प्रमोद ने लिखा कि पुलिस से पंगा लेने की भूल की. कोई पुलिस के खिलाफ नहीं बोलना.

एसओ लाइन हाजिर, दारोगा निलंबित

डीआईजी अलीगढ़ शलभ माथुर ने आगरा के बरहन थाना के गांव रूपधनू के किसान भाईयों की आत्महत्या के मामले में हाथरस के सादाबाद थानाध्यक्ष मुकेश कुमार को लाइन हाजिर कर दिया है. इसके साथ ही किसान भाइयों को प्रताड़ित करने के आरोप में दरोगा हरिओम अग्निहोत्री को सस्पेंड कर दिया है. इसके साथ ही एडिशनल एसपी को पूरे मामले की जांच करने के निर्देश दिए हैं.

एक करोड़ रुपए का मुआवजा देने की मांग

इस मामले में सादाबाद थाना पुलिस पर लगे प्रताड़ना और धन वसूली के आरोप पर यूपी के पूर्व आईपीएस और आजाद अधिकार सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमिताभ ठाकुर का ट्वीट किया है. उन्होंने कहा कि सादाबाद पुलिस के आरोपी पुलिसकर्मियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जाए. इसके साथ ही पीड़ित परिवार को एक एक करोड़ रूपये की आर्थिक मुआवजा दिया जाए.

आर्थिक मदद लेने से किया इनकार

किसान और होमगार्ड भाइयों की आत्महत्या की वजह से गांव में दूसरे दिन भी कई घरों में चूल्हे नहीं जले. सुबह से ही गांव में भीड़ जमा रही. मंगलवार दोपहर में आश्रितों को पांच-पांच लाख रुपए की फौरी तौर पर आर्थिक मदद देने के लिए क्षेत्रीय भाजपा विधायक धर्मपाल सिंह, पुलिस व प्रशासनिक अधिकारी पहुंचे. उन्होंने परिजनों ने चेक लेने से इंकार कर दिया. कहा कि शव का अंतिम संस्कार भी नहीं करेंगे. परिजन का कहना था कि उन्हें इंसाफ चाहिए. ग्रामीणों ने पुलिस मुर्दाबाद के नारे लगाए. आक्रोशित परिजनों को तमाम नेता और अफसर मनाने में लगे हैं.

जेल जाएंगे इंस्पेक्टर और दरोगा

सीएम योगी का संदेश लेकर पहुंचे क्षेत्रीय विधायक डॉ. धर्मपाल सिंह ने कहा कि परिजन और ग्रामीणों से बात की. उन्हें समझाया कि सरकार तुम्हारे साथ है.
बरहन थाना में पुलिस ने आरोपी दरोगा हरिओम के खिलाफ आत्महत्या के लिए प्रेरित होने करने पर धारा 306 में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है. इसके बाद भी ग्रामीण शांत नहीं हुए. इसके बाद मंगलवार शाम सांसद व केंद्रीय राज्यमंत्री प्रो. एसपी सिंह बघेल पहुंचे. बघेल ने सीएम योगी और उनके ओएसडी सरवन बघेल से वार्ता की. उन्होंने प्रमोद की पत्नी और उनके पिता को 5-5 लाख का मुआवजा दिलाया. एसपी हाथरस से वार्ता की. कहा कि इंस्पेक्टर मुकेश कुमार व दरोगा हरिओम अग्निहोत्री जेल जाएंगे. होमगार्ड के कमांडेंट ने 5 लाख आर्थिक मदद और बालिग होने पर बेटे को नौकरी देना का आश्वासन दिया. इसके बाद परिजनों ने होमगार्ड का अंतिम संस्कार किया.

यह भी पढ़ें :पुलिस टॉर्चर से आहत पहले किसान ने दी जान, दोषियों पर कार्रवाई न होने से नाराज होमगार्ड भाई ने भी उसी जगह दे दी जान - home guard suicide

आगरा: जिले के बरहन थाना के गांव रूपधनू में अपने किसान भाई की खुदकुशी के बाद न्याय न मिलने पर जान देने वाले होमगार्ड प्रमोद का सुसाइड नोट मिला है. सोमवार देर रात जब पुलिस पहुंची तो होमगार्ड की कलाई पर सुसाइड नोट बंधा मिला. जिसमें उसने लिखा है- वर्दीवालों से न्याय की लड़ाई में एक वर्दीवाला जान से हार गया. होमगार्ड ने सादाबाद पुलिस के उत्पीड़न और रिश्वत लेने की बात सुसाइड नोट में लिखी है. इसके साथ ही साथ ही योगी सरकार से परिवार का ध्यान रखने की मांग की है. अंत में लिखा है- पुलिस से पंगा लेने की मैंने भूल की, कोई पुलिस के खिलाफ नहीं बोलना. होमगार्ड ने अपने भाई की खुदकुशी के लिए पुलिस को जिम्मेदार ठहराया था. साथ ही आरोप लगाया था कि उसके भाई को टार्चर किया गया. इधर, बरहन थाना में सादाबाद थाने के थानाध्यक्ष व दरोगा के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है. वहीं मामले के तूल पकड़ने के बाद मंगलवार को केंद्रीय राज्यमंत्री एसपी सिंह बघेल भी परिजन को सांत्वना देने पहुंचे. उन्होंने कहा कि, सादाबाद थाने के दरोगा और एसओ जेल जाएंगे. इसके साथ ही शराब पीकर पहुंचे तहसीलदार के खिलाफ भी सख्त कार्रवाई होगी.

परिजनों को मनाने केंद्रीय मंत्री एसपी सिंह बघेल पहुंचे.
परिजनों को मनाने केंद्रीय मंत्री एसपी सिंह बघेल पहुंचे. (photo credit etv bharat)

क्या है मामला

बरहन थाना के गांव रूपधनू निवासी किसान संजय सिंह (50) के साले पर एक युवती को भगा ले जाने का आरोप लगा. इसके बाद पुलिस नौ जून की रात संजय को थाने ले आई. आरोप है कि 11 जून तक सादाबाद थाना में रख उसकी पिटाई की गई. फिर शांतिभंग में चालान करके छोड़ दिया. चेताया कि 22 जून तक युवती घर लौट आनी चाहिए. पुलिस के डर से संजय ने शनिवार को खुदकुशी कर ली. जिस पर अपर पुलिस अधीक्षक हाथरस अशोक सिंह कुमार मौके पर पहुंचे. परिजनों का आरोप था कि सादाबाद थाना के दरोगा और सिपाही पर कार्रवाई की जाए. अपर पुलिस अधीक्षक हाथरस अशोक सिंह ने कहा कि जांच सीओ सादाबाद गोपाल सिंह को दी गई है. जो भी दोषी होगा, उसके खिलाफ कार्रवाई होगी.

ऐसे शुरू हुआ पुलिस का उत्पीड़न

परिजनों का यह भी आरोप है कि संजय के बड़े भाई होमगार्ड प्रमोद सिंह (50) चुनाव डयूटी पर 14 अप्रैल को गए थे. 2 जून 2024 को लौट कर आए. संजय को छोड़ने के बाद 11 जून की शाम पुलिस ने प्रमोद और छोटे बेटे प्रवीण को उठा लिया था. हवालात में बंद करके रखा. आरोप है कि दरोगा ने हमसे 1 लाख रुपए की डिमांड की. संजय की मौत के 48 घंटे बाद भी जब दोषियों के खिलाफ बरहन थाना पुलिस ने मुकदमा दर्ज नहीं किया तो प्रमोद बेहद आहत हो गए. प्रमोद लगातार अपने भाई को टॉचर करने वाले और दोषी पुलिसकर्मियों को सजा दिलाने और मुकदमा दर्ज कराने की मांग को लेकर अधिकारियों से मिल रहे थे. सोमवार को स्थानीय विधायक डॉ. धर्मपाल सिंह से भी मिले. साथ ही कई पुलिस अधिकारियों से मिले. कहीं से उसे न्याय की उम्मीद नहीं दिखी. आखिरकार उन्होंने भी खुदकुशी कर ली. उसी जगह जान दी, जहां पर छोटे भाई संजय ने आत्महत्या की थी.

कलाई में बंधा मिला सुसाइड नोट

होमगार्ड प्रमोद ने आत्महत्या से पहले 12 लाइन का सुसाइड नोट लिखा है. डीसीपी पश्चिमी सोनम कुमार ने बताया कि, होमगार्ड प्रमोद ने सुसाइड नोट में लिखा है कि सादाबाद थाना में तैनात दारोगा हरिओम ने उठाकर दो दिन 11 और 12 जून को हवालात में बंद किया. एक लाख मांगे गए. 10 हजार रुपए लेकर 13 जून को छोड़ा. ऑफिस में पैसा दिया. 50 हजार रुपए की मांग की. सादाबाद पुलिस व हरिओम दरोगा ने प्रताड़ित किया. सुसाइड नोट की जांच की जा रही है.

50 वर्षीय होमगार्ड प्रमोद ने सुसाइड नोट में लिखा कि, छोटा भाई संजय फांसी लगाकर मर गया. अब मुझमें क्षमता नहीं है. इसलिए आत्महत्या कर रहा हूं. मुझ पर फोन आ रहे हैं. आज ही बयान देने आ जाओ. मैंने कहा कल आऊंगा, नहीं आज ही आ जाओ. इसलिए, मेरा दिमाग ठीक नहीं है. सरकार से प्रार्थना है कि मेरे परिवार की तरफ ध्यान दिया जाए. जय माता दी, जय श्री राम. आखिर में होमगार्ड प्रमोद ने लिखा कि पुलिस से पंगा लेने की भूल की. कोई पुलिस के खिलाफ नहीं बोलना.

एसओ लाइन हाजिर, दारोगा निलंबित

डीआईजी अलीगढ़ शलभ माथुर ने आगरा के बरहन थाना के गांव रूपधनू के किसान भाईयों की आत्महत्या के मामले में हाथरस के सादाबाद थानाध्यक्ष मुकेश कुमार को लाइन हाजिर कर दिया है. इसके साथ ही किसान भाइयों को प्रताड़ित करने के आरोप में दरोगा हरिओम अग्निहोत्री को सस्पेंड कर दिया है. इसके साथ ही एडिशनल एसपी को पूरे मामले की जांच करने के निर्देश दिए हैं.

एक करोड़ रुपए का मुआवजा देने की मांग

इस मामले में सादाबाद थाना पुलिस पर लगे प्रताड़ना और धन वसूली के आरोप पर यूपी के पूर्व आईपीएस और आजाद अधिकार सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमिताभ ठाकुर का ट्वीट किया है. उन्होंने कहा कि सादाबाद पुलिस के आरोपी पुलिसकर्मियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जाए. इसके साथ ही पीड़ित परिवार को एक एक करोड़ रूपये की आर्थिक मुआवजा दिया जाए.

आर्थिक मदद लेने से किया इनकार

किसान और होमगार्ड भाइयों की आत्महत्या की वजह से गांव में दूसरे दिन भी कई घरों में चूल्हे नहीं जले. सुबह से ही गांव में भीड़ जमा रही. मंगलवार दोपहर में आश्रितों को पांच-पांच लाख रुपए की फौरी तौर पर आर्थिक मदद देने के लिए क्षेत्रीय भाजपा विधायक धर्मपाल सिंह, पुलिस व प्रशासनिक अधिकारी पहुंचे. उन्होंने परिजनों ने चेक लेने से इंकार कर दिया. कहा कि शव का अंतिम संस्कार भी नहीं करेंगे. परिजन का कहना था कि उन्हें इंसाफ चाहिए. ग्रामीणों ने पुलिस मुर्दाबाद के नारे लगाए. आक्रोशित परिजनों को तमाम नेता और अफसर मनाने में लगे हैं.

जेल जाएंगे इंस्पेक्टर और दरोगा

सीएम योगी का संदेश लेकर पहुंचे क्षेत्रीय विधायक डॉ. धर्मपाल सिंह ने कहा कि परिजन और ग्रामीणों से बात की. उन्हें समझाया कि सरकार तुम्हारे साथ है.
बरहन थाना में पुलिस ने आरोपी दरोगा हरिओम के खिलाफ आत्महत्या के लिए प्रेरित होने करने पर धारा 306 में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है. इसके बाद भी ग्रामीण शांत नहीं हुए. इसके बाद मंगलवार शाम सांसद व केंद्रीय राज्यमंत्री प्रो. एसपी सिंह बघेल पहुंचे. बघेल ने सीएम योगी और उनके ओएसडी सरवन बघेल से वार्ता की. उन्होंने प्रमोद की पत्नी और उनके पिता को 5-5 लाख का मुआवजा दिलाया. एसपी हाथरस से वार्ता की. कहा कि इंस्पेक्टर मुकेश कुमार व दरोगा हरिओम अग्निहोत्री जेल जाएंगे. होमगार्ड के कमांडेंट ने 5 लाख आर्थिक मदद और बालिग होने पर बेटे को नौकरी देना का आश्वासन दिया. इसके बाद परिजनों ने होमगार्ड का अंतिम संस्कार किया.

यह भी पढ़ें :पुलिस टॉर्चर से आहत पहले किसान ने दी जान, दोषियों पर कार्रवाई न होने से नाराज होमगार्ड भाई ने भी उसी जगह दे दी जान - home guard suicide

Last Updated : Jun 25, 2024, 8:47 PM IST
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