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भारत-मालदीव द्विपक्षीय सहयोग, राष्ट्रपति मुर्मू से मुइज्जू समेत इन देशों के शीर्ष नेताओं ने की मुलाकात - Top leaders meets president Murmu

Top leaders Meets President Murmu: मालदीव के राष्ट्रपति मुइज्जू चीन के घोर समर्थक माने जाते हैं. मुइज्जू के शीर्ष कार्यालय का कार्यभार संभालने के बाद से भारत और मालदीव के बीच संबंध गंभीर तनाव में आ गए थे. वहीं राष्ट्रपति मुर्मू से मुलाकात करने वाले शीर्ष नेताओं में मालदीव के राष्ट्रपति के अलावा नेपाल के पीएम प्रचंड,मॉरीशस के राष्ट्रपति प्रविंद कुमार जुगनाथ और सेशेल्स गणराज्य के उपराष्ट्रपति अहमद अफीफ शामिल थे.

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राष्ट्रपति मुर्मू ने मालदीव, नेपाल, समेत अन्य देशों के शीर्ष नेताओं से की मुलाकात (ANI)
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By PTI

Published : Jun 10, 2024, 9:30 PM IST

Updated : Jun 10, 2024, 9:35 PM IST

नई दिल्ली: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने सोमवार को नेपाल, मालदीव, मॉरीशस और सेशेल्स के शीर्ष नेताओं से मुलाकात की. इस दौरान मुर्मू ने शीर्ष नेताओं के साथ आपसी हित के विभिन्न विकास संबंधी मामलों पर चर्चा की. नेपाल के प्रधान मंत्री पुष्प कमल दहल 'प्रचंड' के साथ अपनी बैठक के दौरान, उन्होंने कहा कि नेपाल भारत की 'नेबरहुड फर्स्ट' नीति के तहत एक प्राथमिकता वाला भागीदार है. राष्ट्रपति भवन की तरफ से जारी एक बयान में कहा गया है कि राष्ट्रपति मुर्मू और पीएम प्रचंड के बीच, नेपाल में विभिन्न क्षेत्रों में विकासात्मक पहलों को आगे बढ़ाने के तरीकों पर चर्चा की, जिससे दोनों देशों के लोगों को फायदा हो रहा है.

नेपाल के पीएम और मालदीव के राष्ट्रपति से मुलाकात
वहीं, मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू का स्वागत करते हुए मुर्मू ने नई सरकार और मालदीव के लोगों को शुभकामनाएं दीं. उन्होंने विश्वास जताया कि मुइज्जू के नेतृत्व में द्वीप राष्ट्र समृद्धि और विकास के पथ पर आगे बढ़ता रहेगा. बयान में कहा गया, 'दोनों नेताओं ने दोनों देशों के बीच दीर्घकालिक और बहुआयामी संबंधों को लेकर बातचीत की. साथ ही लोगों से लोगों के बीच जुड़ाव, क्षमता निर्माण सहयोग, आर्थिक और व्यापार संबंधों और विकास सहयोग सहित हमारे व्यापक द्विपक्षीय सहयोग के महत्व पर प्रकाश डाला.' पिछले साल 17 नवंबर को द्वीप राष्ट्र के राष्ट्रपति बनने के बाद मुइज्जू की यह पहली भारत यात्रा थी. चीन समर्थक झुकाव के लिए जाने जाने वाले मुइज्जू के शीर्ष कार्यालय का कार्यभार संभालने के बाद से भारत और मालदीव के बीच संबंध गंभीर तनाव में आ गए. अपनी शपथ के कुछ ही घंटों के भीतर उन्होंने अपने देश से भारतीय सैन्यकर्मियों को वापस बुलाने की मांग की थी. इस महीने की शुरुआत में भारतीय सैन्यकर्मियों की जगह नागरिकों को ले लिया गया. मुर्मू ने उम्मीद जताई कि आने वाले वर्षों में भारत-मालदीव संबंध मजबूत होते रहेंगे.

मॉरीशस के राष्ट्रपति प्रविंद कुमार जुगनाथ से मुलाकात
वहीं, मॉरीशस के राष्ट्रपति प्रविंद कुमार जुगनाथ के साथ अपनी बातचीत के दौरान, मुर्मू ने इस साल मार्च में राष्ट्रीय दिवस समारोह के लिए मुख्य अतिथि के रूप में मॉरीशस की अपनी सफल राजकीय यात्रा और मॉरीशस नेतृत्व और लोगों के साथ अपनी बातचीत को याद किया. उन्होंने फिर से पुष्टि की कि विजन SAGAR और 'हिंद महासागर क्षेत्र में शांति, सुरक्षा और विकास के साझा दृष्टिकोण को आगे बढ़ाने की हमारी प्रतिबद्धता' के हिस्से के रूप में, मॉरीशस हिंद महासागर क्षेत्र में भारत का एक महत्वपूर्ण समुद्री भागीदार है. बयान में कहा गया, 'दोनों नेताओं ने द्विपक्षीय सहयोग के विभिन्न क्षेत्रों में दर्ज की गई प्रभावशाली प्रगति पर संतोष व्यक्त किया और अद्वितीय और बहुआयामी भारत-मॉरीशस साझेदारी को और गहरा करने के लिए मिलकर काम करना जारी रखने पर सहमति व्यक्त की.'

सेशेल्स गणराज्य के उपराष्ट्रपति अहमद अफीफ से मुलाकात
वहीं, सेशेल्स गणराज्य के उपराष्ट्रपति अहमद अफीफ ने राष्ट्रपति मुर्मू से मुलाकात की. अफीफ ने राष्ट्रपति भवन में आयोजित नई सरकार के शपथ ग्रहण समारोह में सेशेल्स का प्रतिनिधित्व किया. मुर्मू ने सेशेल्स को उसकी विकासात्मक आकांक्षाओं में समर्थन देने के साथ-साथ विजन सागर - क्षेत्र में सभी के लिए सुरक्षा और विकास द्वारा निर्देशित लोगों के बीच जुड़ाव और सुरक्षा सहयोग को और बढ़ाने की भारत की प्रतिबद्धता की पुष्टि की. अफीफ ने मुर्मू को राष्ट्रपति वेवल रामकलावन और सेशेल्स के लोगों की शुभकामनाएं दीं और उनकी पहली आधिकारिक यात्रा पर भारत आने पर खुशी व्यक्त की. बयान में कहा गया है कि दोनों नेताओं ने सेशेल्स में भारत के विकासात्मक साझेदारी समर्थन और क्षमता निर्माण सहायता और हिंद महासागर क्षेत्र में लंबे समय से चले आ रहे रक्षा सहयोग पर चर्चा की. इसमें कहा गया, 'वे आपसी लाभ के लिए द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत करने के लिए मिलकर काम करना जारी रखने पर सहमत हुए.'

ये भी पढ़ें: 'मैं सत्ता के लिए पैदा नहीं हुआ हूं...' भारत कैसे बनेगा विकसित राष्ट्र? पीएम मोदी ने PMO स्टाफ को दिए ये मंत्र

नई दिल्ली: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने सोमवार को नेपाल, मालदीव, मॉरीशस और सेशेल्स के शीर्ष नेताओं से मुलाकात की. इस दौरान मुर्मू ने शीर्ष नेताओं के साथ आपसी हित के विभिन्न विकास संबंधी मामलों पर चर्चा की. नेपाल के प्रधान मंत्री पुष्प कमल दहल 'प्रचंड' के साथ अपनी बैठक के दौरान, उन्होंने कहा कि नेपाल भारत की 'नेबरहुड फर्स्ट' नीति के तहत एक प्राथमिकता वाला भागीदार है. राष्ट्रपति भवन की तरफ से जारी एक बयान में कहा गया है कि राष्ट्रपति मुर्मू और पीएम प्रचंड के बीच, नेपाल में विभिन्न क्षेत्रों में विकासात्मक पहलों को आगे बढ़ाने के तरीकों पर चर्चा की, जिससे दोनों देशों के लोगों को फायदा हो रहा है.

नेपाल के पीएम और मालदीव के राष्ट्रपति से मुलाकात
वहीं, मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू का स्वागत करते हुए मुर्मू ने नई सरकार और मालदीव के लोगों को शुभकामनाएं दीं. उन्होंने विश्वास जताया कि मुइज्जू के नेतृत्व में द्वीप राष्ट्र समृद्धि और विकास के पथ पर आगे बढ़ता रहेगा. बयान में कहा गया, 'दोनों नेताओं ने दोनों देशों के बीच दीर्घकालिक और बहुआयामी संबंधों को लेकर बातचीत की. साथ ही लोगों से लोगों के बीच जुड़ाव, क्षमता निर्माण सहयोग, आर्थिक और व्यापार संबंधों और विकास सहयोग सहित हमारे व्यापक द्विपक्षीय सहयोग के महत्व पर प्रकाश डाला.' पिछले साल 17 नवंबर को द्वीप राष्ट्र के राष्ट्रपति बनने के बाद मुइज्जू की यह पहली भारत यात्रा थी. चीन समर्थक झुकाव के लिए जाने जाने वाले मुइज्जू के शीर्ष कार्यालय का कार्यभार संभालने के बाद से भारत और मालदीव के बीच संबंध गंभीर तनाव में आ गए. अपनी शपथ के कुछ ही घंटों के भीतर उन्होंने अपने देश से भारतीय सैन्यकर्मियों को वापस बुलाने की मांग की थी. इस महीने की शुरुआत में भारतीय सैन्यकर्मियों की जगह नागरिकों को ले लिया गया. मुर्मू ने उम्मीद जताई कि आने वाले वर्षों में भारत-मालदीव संबंध मजबूत होते रहेंगे.

मॉरीशस के राष्ट्रपति प्रविंद कुमार जुगनाथ से मुलाकात
वहीं, मॉरीशस के राष्ट्रपति प्रविंद कुमार जुगनाथ के साथ अपनी बातचीत के दौरान, मुर्मू ने इस साल मार्च में राष्ट्रीय दिवस समारोह के लिए मुख्य अतिथि के रूप में मॉरीशस की अपनी सफल राजकीय यात्रा और मॉरीशस नेतृत्व और लोगों के साथ अपनी बातचीत को याद किया. उन्होंने फिर से पुष्टि की कि विजन SAGAR और 'हिंद महासागर क्षेत्र में शांति, सुरक्षा और विकास के साझा दृष्टिकोण को आगे बढ़ाने की हमारी प्रतिबद्धता' के हिस्से के रूप में, मॉरीशस हिंद महासागर क्षेत्र में भारत का एक महत्वपूर्ण समुद्री भागीदार है. बयान में कहा गया, 'दोनों नेताओं ने द्विपक्षीय सहयोग के विभिन्न क्षेत्रों में दर्ज की गई प्रभावशाली प्रगति पर संतोष व्यक्त किया और अद्वितीय और बहुआयामी भारत-मॉरीशस साझेदारी को और गहरा करने के लिए मिलकर काम करना जारी रखने पर सहमति व्यक्त की.'

सेशेल्स गणराज्य के उपराष्ट्रपति अहमद अफीफ से मुलाकात
वहीं, सेशेल्स गणराज्य के उपराष्ट्रपति अहमद अफीफ ने राष्ट्रपति मुर्मू से मुलाकात की. अफीफ ने राष्ट्रपति भवन में आयोजित नई सरकार के शपथ ग्रहण समारोह में सेशेल्स का प्रतिनिधित्व किया. मुर्मू ने सेशेल्स को उसकी विकासात्मक आकांक्षाओं में समर्थन देने के साथ-साथ विजन सागर - क्षेत्र में सभी के लिए सुरक्षा और विकास द्वारा निर्देशित लोगों के बीच जुड़ाव और सुरक्षा सहयोग को और बढ़ाने की भारत की प्रतिबद्धता की पुष्टि की. अफीफ ने मुर्मू को राष्ट्रपति वेवल रामकलावन और सेशेल्स के लोगों की शुभकामनाएं दीं और उनकी पहली आधिकारिक यात्रा पर भारत आने पर खुशी व्यक्त की. बयान में कहा गया है कि दोनों नेताओं ने सेशेल्स में भारत के विकासात्मक साझेदारी समर्थन और क्षमता निर्माण सहायता और हिंद महासागर क्षेत्र में लंबे समय से चले आ रहे रक्षा सहयोग पर चर्चा की. इसमें कहा गया, 'वे आपसी लाभ के लिए द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत करने के लिए मिलकर काम करना जारी रखने पर सहमत हुए.'

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Last Updated : Jun 10, 2024, 9:35 PM IST
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