अमरावती: तिरुपति प्रसादम विवाद ने पूरे देश में हलचल मचा दी है. तिरूपति लड्डू या श्रीवारी लड्डू बनाने में अशुद्ध सामग्री के इस्तेमाल को लेकर राज्य सरकार गंभीर है. सरकार ने सबसे पवित्र तिरुमला में हुए इस कुकृत्य के बारे में देश और दुनिया भर के भक्तों की चिंताओं को ध्यान में रखा है. पिछली सरकार के कार्यकाल में तिरुमला लड्डू बनाने में गुणवत्ता संबंधी दोषों और अशुद्ध सामग्रियों के इस्तेमाल पर सीएम चंद्रबाबू के सचिवालय में एक उच्च स्तरीय समीक्षा की गई. वहीं, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने सीएम नायडू से मामले में रिपोर्ट साझा करने को कहा.
केंद्रीय मंत्री नड्डा ने सीएम चंद्रबाबू से बात की..
तिरुपति प्रसादम विवाद पर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने तिरुमला लड्डू प्रसाद में मिलावटी घी के इस्तेमाल की जानकारी ली. साथ ही उन्होंने मामले में आंध्र प्रदेश के सीएम चंद्रबाबू से विस्तार से चर्चा की. उन्होंने सीएम से इस संबंध में रिपोर्ट देने को कहा ताकि इसकी आगे जांच हो सके. जेपी नड्डा ने कहा कि, वह राज्य नियामकों से भी बात करेंगे और जांच करेंगे. उन्होंने कहा, खाद्य सुरक्षा मानकों के अनुसार उचित कार्रवाई की जाएगी. फिलहाल उन्होंने रिपोर्ट मांगी है और आगे इसकी जांच होगी.
#WATCH | Delhi: On Tirupati Prasadam row, Union Health Minister JP Nadda says " i spoke to andhra pradesh cm n chandrababu naidu after getting information about this and took details from him. i have asked him to share the available report so that i can examine it. i will also… pic.twitter.com/M6eG6sxbCM
— ANI (@ANI) September 20, 2024
तिरुमाला की पवित्रता की रक्षा के लिए कदम उठाएंगे
आंध्र प्रदेश सरकार के मुख्य सचिव नीरब कुमार प्रसाद, मंत्री अनम रामनारायण रेड्डी, निम्माला रामानायडू, अनानी सत्यप्रसाद, कोल्लू रवींद्र, कोलुसु पार्थ सारधी और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने तिरुमाला के मुद्दे की समीक्षा की. मुख्यमंत्री ने थिथिदेव को लड्डू बनाने में पिछली सरकार के शासन के दौरान की गई गलतियों पर आज (20 सितंबर) शाम तक एक व्यापक रिपोर्ट देने का निर्देश दिया है. सीएम ने घोषणा करते हुए कहा कि, वह आगम, वैदिक और धार्मिक परिषदों के साथ चर्चा करेंगे और तिरुमला की पवित्रता की रक्षा के लिए कदम उठाएंगे. सीएम चंद्रबाबू ने कहा कि श्रद्धालुओं की आस्था और मंदिर की परंपराओं को संरक्षित रखा जाएगा.
तिरुपति लड्डू प्रसाद में मिलावट को लेकर सियासत गर्म
तिरुपति लड्डू प्रसाद में मिलावट का मामले ने पूरे देश में हलचल मचा दी है. श्रम राज्य मंत्री शोभा करंदलाजे ने इस मुद्दे पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की. उन्होंने एक्स पोस्ट पर कहा कि, जगन एंड कंपनी ने यह सुनिश्चित किया कि तिरुमला से संबंधित कॉलेजों में पद्मावती श्रीनिवास की तस्वीरें हटा दी जाएं और सप्तगिरि पर गैर-हिंदू प्रतीक स्थापित किए जाएं. बोर्ड के अध्यक्ष के रूप में एक गैर-हिंदू को नियुक्त किया गया. पवित्र प्रसाद में पशु की चर्बी मिलाया गया. उन्होंने लिखा... वेंकटेश्वरस्वामी... हमारे इर्द-गिर्द चल रही इस हिंदू विरोधी राजनीति के लिए हमें माफ करें''.
केंद्रीय खाद्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा...
वहीं इस मामले को लेकर केंद्रीय खाद्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा कि लड्डू में मिलावट के आरोपों की जांच की जरूरत है. उन्होंने कहा कि, आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू की बात बहुत गंभीर है. उन्होंने एक अंग्रेजी समाचार एजेंसी से कहा कि मामले की गहन जांच होनी चाहिए और दोषी पाए जाने वालों को दंडित किया जाना चाहिए.
तिरुपति प्रसादम मामले पर केंद्रीय मंत्री बंदी संजय
इसी मसले पर केंद्रीय मंत्री बंदी संजय ने कहा कि तिरुपति बालाजी के श्रीवारी लड्डू प्रसादम में पशु चर्बी का इस्तेमाल गंभीर चिंता का विषय है. यह अपराध क्षमा योग्य नहीं है. उन्होंने इस मामले की जांच सीबीआई सीबीआई से कराने की बात कही. बंदी संजय ने कहा कि, तिरुमला मामले में आंध्र प्रदेश सरकार निर्णय ले. बता दें कि, तिरुमला लड्डू मामले में घोटाला सामने आने पर बंदी संजय ने सीएम चंद्रबाबू को पत्र लिखा था.
प्रसाद की गुणवत्ता के बारे में टीटीडी चेयरमैन और ईओ को जानकारी दी थी
खबर के मुताबिक, वाईएसआरसीपी सरकार के दौरान तिरुपति लड्डू प्रसाद में मिलावटी घी के इस्तेमाल पर तीखी बहस हुई थी. राजनीतिक दलों और जन संगठनों का आरोप है कि, तत्कालीन ईओ धर्मा रेड्डी ने पैसे के लालच में घी सप्लाई का ठेका अयोग्य कंपनी को दे दिया था. दूसरी ओर, गुजरात स्थित एनडीडीबी काऊ लिमिटेड कंपनी द्वारा दी गई रिपोर्ट में भी पशु चर्बी की मौजूदगी की पुष्टि होने के बाद लोग वाईएसआरसीपी नेताओं पर भड़के हुए हैं. उन्होंने मांग की है कि गठबंधन सरकार इस मामले की जांच करे और जिम्मेदार लोगों को कड़ी सजा दे. आंध्र प्रदेश सरकार ने भी इस मुद्दे पर ध्यान केंद्रित किया है. टीटीडी के पूर्व मुख्य पुजारी रमना दीक्षितुलु ने हाल ही में इसी मुद्दे पर प्रतिक्रिया दी. उन्होंने तिरुमला में आयोजित एक मीडिया सम्मेलन में बात की.
टीटीडी के पूर्व प्रधान रमना दीक्षितुलू ने कहा...
टीटीडी के पूर्व प्रधान रमना दीक्षितुलू ने श्रीवारी लड्डू में मिलावटी घी के इस्तेमाल पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि, उन्होंने पहले भी कई बार तिरुमला में प्रसाद की गुणवत्ता को टीटीडी चेयरमैन और ईओ के ध्यान में लाया था, लेकिन कोई लाभ नहीं हुआ. उन्होंने श्रीवारी प्रसाद में पवित्र गाय के घी में मिलावट करने और उसका इस्तेमाल करने पर नाराजगी जताई.
रमना दीक्षितुलू ने कहा कि, उन्होंने इस मामले को उठाया है. श्रीवारी के प्रसाद की गुणवत्ता के बारे में कई बार अधिकारियों को सूचित किया. यह मेरा एक अकेला का संघर्ष है. कोई भी साथी पुजारी व्यक्तिगत कारणों से इस मामले में आगे नहीं आया. परिणामस्वरूप, बिना किसी आपत्ति के पिछले पांच सालों से यह महापाप चल रहा है." उन्होंने मीडिया से बातचीत में कहा, "मैंने घी के परीक्षण की लैब रिपोर्ट देखी है. घी में पशु चर्बी होती है. शुद्ध गाय के दूध से बने घी में वसायुक्त पदार्थ नहीं होते हैं. सीएम चंद्रबाबू ने कहा कि, तिरुमला को शुद्ध किया जाएगा और इसके लिए कई कदम उठाए गए हैं. रमन दीक्षितुलु ने कहा कि कर्नाटक में नंदिनी डेयरी के घी का उपयोग करने का सरकार का निर्णय एक अच्छा परिणाम है.