जींद: लोकसभा चुनाव के नतीजे आ चुके हैं. मंगलवार को हुई काउंटिंग में किसी भी पार्टी को बहुमत नहीं मिला है. बीजेपी को 240 और कांग्रेस को 99 सीटें मिली हैं. वहीं एनडीए ने 292 और इंडिया गठबंधन ने 234 सीट पर जीत दर्ज की है. बहुमत के लिए 272 सीटों की जरूरत है. इस लिहाज से बीजेपी अपने सहयोगी दलों (NDA) के चलते 292 सीट लेकर सरकार बनाने जा रही है. हरियाणा की बात करें तो यहां की सभी दस लोकसभा सीटों में से बीजेपी और कांग्रेस ने 5-5 सीटें जीती हैं. इस बीच हरियाणा का एक जिला ऐसा भी है. जहां से तीन सांसद चुने गए हैं.
हरियाणा का जींद जिला तीन लोकसभा क्षेत्रों में किंगमेकर की भूमिका निभाता है. जींद जिले में 5 विधानसभा क्षेत्र हैं. जिनमें जींद, जुलाना, नरवाना, सफीदों और उचाना शामिल हैं. इन पांच में दो विधानसभा क्षेत्र दो अलग-अलग लोकसभा क्षेत्र में आते हैं. जबकि तीन विधानसभा क्षेत्र एक अलग लोकसभा क्षेत्र में आते हैं. सोनीपत लोकसभा सीट में सफीदों, जींद, जुलाना विधानसभा क्षेत्र आते हैं. जबकि हिसार लोकसभा क्षेत्र में उचाना और सिरसा लोकसभा सीट पर नरवाना विधानसभा क्षेत्र आता है. यानी जींद जिले की इन पांच विधानसभा के लोग 3 लोकसभा सीट के उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला करते हैं.
जींद जिले से चुने गए तीन सांसद: सोनीपत लोकसभा सीट में सफीदों, जींद, जुलाना ये तीन विधानसभा क्षेत्र आते हैं. इस सीट से कांग्रेस उम्मीदवार सतपाल ब्रह्मचारी की जीत हुई है. इसी तरह जींद जिले की उचाना विधानसभा सीट हिसार लोकसभा क्षेत्र में आती है. जहां से कांग्रेस के जयप्रकाश सांसद बने हैं, जबकि जिले की नरवाना विधानसभा सीट सिरसा लोकसभा क्षेत्र के तहत आती है. इस सीट से भी कांग्रेस उम्मीदवार कुमारी सैलजा सांसद चुनी गई हैं.
जींद जिले की विधानसभा सीट (सोनीपत लोकसभा क्षेत्र): साल 2019 के लोकसभा चुनाव में जींद विधानसभा से बीजेपी को लगभग 47 हजार वोट मिली थी. जो 2024 में सिमट कर 3161 रह गई है. ऐसे ही सफीदों विधानसभा में साल 2019 में बीजेपी को 45 हजार वोटों की लीड मिली भी, जो अब 5331 तक सिमट गई. जींद जिले की जुलाना विधानसभा सीट से साल 2019 में बीजेपी को 18 हजार की लीड मिली थी. अब कांग्रेस को इस सीट से साढ़े 24 हजार की लीड मिली है. सफीदों और जींद विधानसभा जाट बाहुल्य सीटें हैं. इस बार जाटों ने कांग्रेस के पक्ष में वोटिंग की है. दोनों सीटों पर ग्रामीण आचल में कांग्रेस का अच्छा प्रदर्शन रहा, जबकि बीजेपी को शहर में बढ़त मिली.
हिसार लोकसभा क्षेत्र की उचाना विधानसभा सीट: जींद जिले की उचाना विधानसभा सीट पर बीजेपी को साल 2019 के लोकसभा चुनाव में 47 हजार वोटों की लीड मिली थी. जबकि अब कांग्रेस को यहां से लगभग साढ़े 37 हजार की लीड मिली है.
सिरसा लोकसभा क्षेत्र की नरवाना विधानसभा सीट: जींद जिले की नरवाना विधानसभा सीट पर साल 2019 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी को 51 हजार वोटों की लीड मिली थी. अब इस सीट से कांग्रेस को लगभग साढ़े 15 हजार की लीड मिली है.
ग्रामीण क्षेत्रों में बीजेपी को नुकसान: स्थानीय लोगों के मुताबिक पिछले दस साल में बीजेपी कार्यकाल में जींद में रोजगार के अवसर नहीं बढ़े. कोई बड़ा उद्योग जिले में नहीं लगा. कृषि मुद्दों को लेकर किसानों में भाजपा सरकार के प्रति जबरदस्त रोष रहा. कांग्रेस का जिला स्तर पर संगठन ना होने के बाद भी लोगों ने अपने स्तर पर चुनाव लड़ा और भाजपा की माइक्रो मैनेजमेंट को धराशायी कर दिया.