श्रीनगर : जम्मू और कश्मीर के श्रीनगर और अनंतनाग के रहने वाले तीन व्यक्तियों, मोहम्मद अकबर भट, फातिमा शाह और सब्ज़र अहमद शेख को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मंगलवार को गिरफ्तार कर लिया है. यह गिरफ्तारी धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए), 2002 के प्रावधानों के तहत हुई है. ईडी के मुताबिक, उनकी गिरफ्तारी टेरर फंडिंग गतिविधियों से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में हुई है, जहां उन्हें पाकिस्तानी हैंडलर्स के साथ सहयोग करते हुए पाया गया था.
उन्होंने कहा कि आरोपी आतंकी वित्तपोषण में शामिल थे और मंज़ूर अहमद शाह और अल्ताफ अहमद भट के रूप में पहचाने जाने वाले पाकिस्तानी हैंडलर्स के साथ मिले हुए थे, जो जम्मू-कश्मीर के छात्रों के लिए पाकिस्तान के कॉलेजों में एमबीबीएस और अन्य पाठ्यक्रमों में प्रवेश की व्यवस्था करते थे. जम्मू-कश्मीर पुलिस द्वारा दर्ज की गई एफआईआर के आधार पर ईडी द्वारा शुरू की गई जांच के बाद यह खुलासा हुआ, ईडी के मुताबिक, जांच में यह भी पता चला कि इन आरोपियों के द्वारा व्यक्तिगत खातों और अल-जबर ट्रस्ट, (एक धर्मार्थ ट्रस्ट) के माध्यम से प्राप्त धन को भारत में आतंकवादी गतिविधियों में लगाया जा रहा था
इस धनराशि का उपयोग अलग-अलग नापाक उद्देश्यों के लिए किया गया था, जिसमें पाकिस्तानी आकाओं के निर्देशों के अनुसार, इलाके में पथराव के लिए फंडिंग और जम्मू-कश्मीर में सक्रिय व्यक्तियों के लिए फंडिंग और आतंकवादियों को वित्तीय सहायता देना शामिल था.
इससे पहले, ईडी ने पीएमएलए, 2002 के तहत लगभग 5 करोड़ रुपये की संपत्तियों को अस्थायी रूप से जब्त कर लिया था.गिरफ्तार व्यक्तियों को विशेष न्यायाधीश भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) (सीबीआई-मामले) कश्मीर, श्रीनगर की अदालत ने 20 फरवरी तक ईडी की हिरासत में भेज दिया है. इस मामले में इडी की टीम के द्वारा गंभीरता से जांच की जा रही है. जल्द ही इनके पूरे नेटवर्क खुलासा किया जाएगा.