रुद्रप्रयाग (उत्तराखंड) : पहाड़ों में बर्फबारी और बारिश का दौर जारी है. तीसरे दिन भी मौसम खराब है. हिमालयी क्षेत्रों में बर्फबारी तो निचले क्षेत्रों में बारिश हो रही है. केदारनाथ धाम में चार फीट तक बर्फ जम चुकी है. बर्फबारी के कारण चोपता-बदरीनाथ हाईवे भी दो दिनों से बंद है. जिस कारण पर्यटक भी मिनी स्विट्जरलैंड चोपता नहीं पहुंच पा रहे हैं.
पहाड़ों में पिछले तीन दिनों से लगातार मौसम है. खराब मौसम के कारण आम जनजीवन भी अस्त-व्यस्त हो गया है. केदारनाथ, मदमहेश्वर, तुंगनाथ, कार्तिक स्वामी, चन्द्रशिला सहित अन्य हिमालयी क्षेत्रों में बर्फबारी लगातार हो रही है. केदारनाथ धाम में चार फीट से अधिक बर्फ जम चुकी है. बर्फबारी के चलते धाम में ठंड का प्रकोप बढ़ गया है. हालांकि धाम में इस समय आईटीबीपी, पुलिस के जवानों के साथ ही कुछ साधु संत रह रहे हैं, जिन्हें भारी ठंड का सामना करना पड़ रहा है.
पढ़ें-बर्फ में लिपटे उत्तराखंड के पहाड़, सफेद चादर से ढका औली और गंगोत्री, पर्यटकों के चेहरों पर बिखरी मुस्कान
वहीं लगातार हो रही बर्फबारी के कारण मिनी स्विट्जरलैंड चोपता दुगलबिट्टा के साथ ही देवरिया ताल के बुग्याल सफेद हो गये हैं. भारी बर्फबारी होने से चोपता-गोपेश्वर मंडल हाईवे दो दिनों से बंद पड़ा है. यहां ज्यादा बर्फबारी होने से आवाजाही बंद है. राष्ट्रीय राजमार्ग खंड लोनिवि विभाग की मशीनें राजमार्ग पर गिरी बर्फ को साफ करने में जुटी हुई हैं. हाईवे पर दो फीट तक बर्फ जमी हुई है, जिस कारण पर्यटकों को चोपता पहुंचने में दिक्कतें हो रही हैं. इधर, लगातार हो रही बारिश के बाद चौथे दिन रुद्रप्रयाग शहर में हल्की धूप खिलने के बाद लोगों ने राहत की सांस ली. लगातार हो रही बारिश के कारण ग्रामीण जनजीवन खासा अस्त-व्यस्त हो गया है.