हैदराबाद: तेलंगाना के हैदराबाद में गुंडों, बदमाशों, ठगों और लुटेरों के गिरोहों का बोलबाला बढ़ता ही जा रहा है. उन्हें रोकने की कोशिश करने वाले पुलिसकर्मियों पर हमला किया जा रहा है. शहर में कानून व्यवस्था चरमरा गई है. हाल ही में जब पुलिस ने अंबरपेट में पार्थी गिरोह के सदस्यों को गिरफ्तार करने का प्रयास किया तो आरोपियों ने उन पर चाकुओं से हमला कर दिया. इस पृष्ठभूमि में पुलिस ने फायरिंग की और हमलावरों को गिरफ्तार कर लिया.
वहीं, शहर में घटी एक अन्य घटना में कुछ ऐसा ही नजारा देखने को मिला, जहां गुमशुदा व्यक्ति के मामले की जांच के दौरान गांडीपेट के बृंदावन कॉलोनी में कथित तौर पर कुछ लोगों के समूह ने पुलिस अधिकारियों पर हमला करने का प्रयास किया. चाकू और हॉकी स्टिक से लैस गिरोह ने कथित तौर पर अधिकारियों को धमकाया और उन पर बुलडॉग छोड़ने का भी प्रयास किया.यह घटना तब हुई जब पुलिस एमआरपीएस नेता नरेंद्र और उसके दोस्त प्रवीण के लापता होने की जांच करने के लिए कॉलोनी में पहुंची. जब अधिकारियों ने समूह से उनकी मौजूदगी और जमीन के स्वामित्व के बारे में पूछा तो स्थिति तेजी से बिगड़ गई.
अपनी सुरक्षा के डर से अधिकारियों ने बैकअप के लिए फोन किया. पुलिस बल को आते देख गिरोह मौके से भाग गया. हालांकि, पुलिस ने हमले में कथित तौर पर शामिल चार लोगों को गिरफ्तार कर लिया. गिरफ्तार किए गए लोगों की पहचान अहमद खान, शेख हमदान, मोहम्मद जाफर और हमद मसूद के रूप में की गई है. ये सभी कुख्यात बदमाश हैं. पुलिस ने बदमाशों के खिलाफ संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है. आरोपियों को राजेंद्रनगर उप्परपल्ली कोर्ट में पेश किया गया और सात दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया.
माना जा रहा है कि विवादित जमीन, (जिसकी कीमत 25 करोड़ रुपये आंकी गई है), विवाद का केंद्र है .इस घटना ने नरसिंगी पुलिस स्टेशन की सीमा के भीतर भूमि विवाद और आपराधिक गतिविधियों की बढ़ती आवृत्ति के बारे में चिंता जताई है.
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