पटना: बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव 20 फरवरी से बिहार में जन विश्वास यात्रा पर हैं. इस दौरान वो ताबड़तोड़ सभाएं कर रहे हैं. इसी यात्रा के क्रम में एजेंसी से बात करते हुए तेजस्वी ने कहा कि सीएम नीतीश कुमार चाहते हैं कि बिहार विधानसभा भंग हो. इसीलिए वह लोकसभा के साथ विधानसभा कराने के इक्षुक हैं.
विधानसभा भंग कराना चाहते हैं नीतीश : तेजस्वी यादव ने कहा कि वो नीतीश के साथ बेहद ही करीब से काम कर चुके हैं. इसलिए पूरे अनुभव के साथ कह सकते हैं कि उन्हें ये बात बिल्कुल भी पसंद नहीं है कि उनकी पार्टी बिहार में तीसरे पायदान पर रहे. इसलिए वो लोकसभा और विधानसभा चुनाव एकसाथ कराकर अपनी कुर्सी को सिक्योर करना चाहते हैं. लेकिन ऐसा होने वाला नहीं है क्योंकि ऐसा होने से बीजेपी और जेडीयू दोनों को नुकसान होना तय है.
'2024 में जेडीयू खत्म' : लोकसभा चुनाव के बाद तेजस्वी यादव को जेडीयू और बीजेपी में खटपट होनी पक्की दिख रही है. उनका कहना है कि जेडीयू जानती है कि लोकसभा चुनाव 2024 के बाद बीजेपी उनके साथ कैसा सलूक करने वाली है. वैसे भी जेडीयू में अब कुछ बचा नहीं है. जेडीयू को 2024 में खत्म होना है. क्योंकि उसका कोई भविष्य नहीं है. बिहार चाहता है कि सत्ता अब नए लोगों के हाथ में आए.
"...JDU में अब कुछ रह नहीं गया है. JDU को 2024 में खत्म होना है. उसका कोई भविष्य नहीं है. मुख्यमंत्री(नीतीश कुमार) को भी बहुत दिन हो गए, लोगों ने भी देख लिया. अब लोग भी चाहते हैं कि नए लोगों के हाथों में सत्ता आए."- तेजस्वी यादव, पूर्व डिप्टी सीएम, बिहार
जेडीयू ने किया है वन नेशन वन इलेक्शन का समर्थन : बता दें कि वन नेशन वन इलेक्शन के अध्यक्ष पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को जेडीयू ने अपना समर्थन पत्र सौंप दिया है. जिसमें ये लिखा हुआ है कि जेडीयू पूरे देश में एक साथ चुनाव कराने के लिए सहमत है. ललन सिंह और संजय झा ने रामनाथ कोविंद को ये समर्थन पत्र सौंपा है. इसी को आधार बनाकर तेजस्वी ने नीतीश को घेरा है. बहरहाल देखना ये है कि जेडीयू की ओर से क्या प्रतिक्रिया आती है.
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