चेन्नई: तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने सोमवार को ग्रामीण क्षेत्रों में सरकारी सहायता प्राप्त निजी स्कूलों में प्राथमिक स्कूल के बच्चों के लिए नाश्ते की योजना का विस्तार किया. तिरुवल्लूर जिले के एक स्कूल में योजना का उद्घाटन करते हुए सीएम स्टालिन बच्चों के साथ बैठे, उन्हें नाश्ता परोसा और उनके साथ नाश्ता भी किया. बाद में उन्होंने बच्चों से बातचीत की.
योजना का विस्तार दिवंगत मुख्यमंत्री के कामराज की जयंती पर किया गया, जिसे राज्य सरकार 'शिक्षा विकास दिवस' के रूप में मनाती है. योजना शुरू करने से पहले स्टालिन ने बच्चों को परोसे जाने वाले भोजन को चखा, उसकी गुणवत्ता की जांच की और कामराज को पुष्पांजलि अर्पित की. सरकार का कहना है कि इस कदम से राज्य के 3,995 सरकारी सहायता प्राप्त प्राथमिक स्कूलों के 2,23,536 बच्चों को लाभ मिलेगा.
तमिलनाडु के सरकारी स्कूलों में बच्चों के मिड-डे मील के साथ नाश्ता भी मिलता है. राज्य के समाज कल्याण विभाग की वेबसाइट पर उपलब्ध मेन्यू के अनुसार, नाश्ते में बच्चों को हर दिन अलग-अलग डिश परोसा जाता है. सोमवार को उपमा और सांभर दिया जाता है. मंगलवार को बच्चों को सब्जी मिक्स खिचड़ी दी जाती है. इसी तरह, बुधवार को पोंगल और सांभर, गुरुवार को फिर उपमा और सांभर, शुक्रवार को पीठा पोंगल या रवा केसरी दिया जाता है. इस पौष्टिक नाश्ते में बच्चों के लिए पर्याप्त कैलोरी, प्रोटीन, वसा, आयरन और कैल्शियम उपलब्ध होता है.
इस अवसर सीएम स्टालिन ने कहा कि सरकारी सहायता प्राप्त प्राथमिक स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों (कक्षा 1 से 5 तक) सहित कुल मिलाकर 20.73 लाख से अधिक बच्चे प्रतिदिन पौष्टिक और स्वादिष्ट नाश्ता करते हैं. तमिल साहित्य का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि प्रसिद्ध तमिल संत वल्लालर (रामलिंगा अडिगल) और कवियित्री अव्वैयार ने भी लोगों के लिए भोजन सुनिश्चित करने और भुखमरी मिटाने के महत्व पर जोर दिया था और यह सरकार पर भी लागू होता है. उन्होंने कहा कि जब अधिकारियों ने नाश्ते की योजना के लिए धन आवंटन पर चर्चा की, तो मैंने उनसे इसे भावी पीढ़ियों के पोषण में निवेश के रूप में संदर्भित करने के लिए कहा.
माता-पिता पर आर्थिक बोझ कम करती है नाश्ता योजना
उन्होंने कहा कि नाश्ता योजना माता-पिता पर आर्थिक बोझ कम करती है, छात्रों को आत्मविश्वास देती है, छात्रों की उपस्थिति बढ़ाती है और स्कूलों में ड्रॉपआउट दर को कम करती है. इस योजना से कई लाभ हैं. लोगों का कहना है कि यह योजना गरीबों के साथ-साथ मध्यम वर्ग के परिवारों के लिए भी उपयोगी है. उन्होंने कहा कि तमिलनाडु की नाश्ता योजना को विभिन्न राज्यों और देश के बाहर कनाडा में भी अपनाया जा रहा है.
2022 में शुरू हुई थी ब्रेकफास्ट योजना
मुख्यमंत्री स्टालिन ने 15 सितंबर, 2022 में ब्रेकफास्ट योजना का उद्घाटन किया था, चब 1,545 सरकारी प्राथमिक विद्यालयों में पढ़ने वाले कक्षा 1 से 5 तक के 1.14 लाख छात्र इसका लाभ उठा रहे थे. 25 अगस्त 2023 को पूरे राज्य में योजना का विस्तार किया गया और सभी 30,992 सरकारी प्राथमिक विद्यालयों को इसके दायरे में लाया गया. अब तक लगभग 18.50 लाख छात्र इसका लाभ उठा रहे थे. अब सहायता प्राप्त निजी विद्यालयों को योजना के दायरे में लाने से कुल लगभग 21.87 लाख छात्र लाभान्वित होंगे.
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