नई दिल्ली: आम आदमी पार्टी की नेता स्वाति मालीवाल ने बुधवार को राज्यसभा सदस्य के रूप में शपथ ली. संसद में हुई नारेबाजी के चलते स्वाति मालीवाल को दो बार शपथ दिलाई गई. जानकारी के मुताबिक, जब स्वाति ने पहली बार शपथ ली तो उन्होंने नामांकित राज्यसभा सदस्यों के लिए शपथ का संस्करण पढ़ा था, जो गलत था. वहीं, दूसरी बार शपथ लेने की वजह नारेबाजी रही. कहा जा रहा है कि स्वाति ने संसद में इंकलाब जिन्दाबाद के नारे लागए. इस पर सभापति जगदीप धनखड़ ने आपत्ति जताते हुई उन्हें दोबारा शपथ लेने के लिए बुलाया.
स्वाति मालीवाल आज राज्यसभा में शपथ लेने से पहले कनॉट प्लेस स्थित हनुमान मंदिर में भगवान का आशीर्वाद लेने पहुंची थी. इसके बाद उन्होंने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा, "मेरे लिए यह बहुत बड़ा दिन है. मेरा भगवान से अलग रिश्ता है, मैं कर्म में बहुत विश्वास करती हूं. आज मैंने भगवान से प्रार्थना की कि मुझे शक्ति दें, ताकि संसद और संसद के बाहर देश के जरूरतमंद लोगों की बुलंद आवाज़ बनूं.''
वहीं, बजट 2024 को लेकर स्वाति ने कहा, "मैं देखना चाहूंगी कि महिलाओं की सुरक्षा के लिए और उनके उत्थान के लिए बजट में क्या है. क्योंकि बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ जैसी कई स्कीम हैं, जिनमें नारेबाजी के अलावा कुछ हुआ नहीं है. बच्चियों का जीवन नारेबाजी से बेहतर नहीं होगा. इस बजट में यह भी देखना है कि मजदूरों, किसानों और बेरोजगारी से परेशान युवाओं के लिए क्या प्रावधान हैं."
गौरतलब है कि 7 जनवरी 2024 को आम आदमी पार्टी ने राज्यसभा सदस्य के तौर पर स्वाति मालीवाल का नाम प्रस्तावित किया था. इससे पहले स्वाति को साल 2015 में दिल्ली महिला आयोग के अध्यक्ष के रूप में नियुक्त किया गया था. DCW में 8 वर्षों के कार्यकाल के दौरान उन्होंने एसिड अटैक, यौन उत्पीड़न और महिला सुरक्षा जैसे गंभीर मुद्दों का समाधान निकालने के लिए पहल करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई.