हैदराबाद: तेलंगाना के रंगारेड्डी जिले के शादनगर थाने में दलित महिला के साथ मारपीट करने के मामले में डिटेक्टिव सर्किल इंस्पेक्टर (CI) रामिरेड्डी और पांच कांस्टेबल को निलंबित कर दिया गया है. साइबराबाद पुलिस कमिश्नर अविनाश महंती ने सभी कांस्टेबल को सस्पेंड करने के आदेश जारी किए.
इससे पहले एसीपी रंगास्वामी ने घटना की जांच की और अनुसूचित जाति समुदाय की महिला को थाने में बुलाकर बुरी तरह पीटने के आरोपों को लेकर अपनी रिपोर्ट अविनाश महंती को सौंपी. पुलिस कमिश्नर ने रिपोर्ट के आधार पर सीआई समेत पांच कांस्टेबल को निलंबित कर दिया.
क्या था मामला?
दलितवाड़ा में रहने वाले पैरामेडिकल चिकित्सक डॉक्टर नागेंद्र ने 24 जुलाई को पुलिस में शिकायत की कि उनके घर से 22 तोला सोना और 2 लाख रुपये गायब हैं. उनकी शिकायत पर 26 जुलाई को डिटेक्टिव सीआई रामिरेड्डी ने नागेंद्र के घर के सामने रहने वाले दो महिलाओं भीमैया और सुनीता को पूछताछ के लिए थाने बुलाया. इस दौरान महिलाओं ने बताया कि उन्होंने चोरी नहीं की और फिर थाने से चले गईं.
इसके बाद 30 तारीख को रात 9 बजे पुलिस फिर से सुनीता को थाने ले गई और अपराध कबूल करने के लिए उसे प्रताड़ित किया. जानकारी के मुताबिक जब वह नहीं मानी तो पुलिस ने उसके सामन उसके 13 साल के बेटे को बुरी तरह पीटा. इस बीच वह बेहोश हो गई. इसके बाद शिकायतकर्ता ने उसे वाहन में घर भेज दिया. इस पर पुलिस के व्यवहार की बड़े पैमाने पर आलोचना हुई.इसलिए उच्च अधिकारियों ने प्रतिक्रिया दी और जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्रवाई की.
सीएम ने दिए जांच के आदेश
इस बीच जब मामले सीएम रेवंत रेड्डी के सामने पहुंचा तो उन्होंने दलित महिला के साथ किए गए दुर्व्यवहार को लेकर गुस्सा जताया और मामले की जांच के आदेश दिए. साथ ही जिम्मेदार लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का आदेश दिया.