सूरत: लोकसभा चुनाव 2024 के दूसरे चरण के मतदान के बीच गुजरात कांग्रेस ने सूरत से प्रत्याशी रहे नीलेश कुंभानी के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है. पार्टी ने नीलेश कुंभानी को छह साल के लिए निलंबित कर दिया है. सूरत लोकसभा सीट पर कांग्रेस उम्मीदवार नीलेश कुंभानी के समर्थक मौके पर पीछे हट गए. समर्थकों ने चुनाव आयोग को बताया कि हलफनामे पर उनके हस्ताक्षर नहीं हैं, जिसके कारण नीलेश कुंभानी का नामांकन रद्द कर दिया गया. तब से, नीलेश बिना किसी स्पष्टीकरण के संपर्क से बाहर हो गए.
नीलेश कुंभानी ने अहमदाबाद छोड़ने से पहले कहा, 'मैं अदालती प्रक्रिया के लिए पार्टी के वरिष्ठ नेताओं से मिलने जा रहा हूं और जल्द ही अदालत में याचिका दायर करूंगा'. इसके बाद से नीलेश कुंभानी किसी के संपर्क में नहीं हैं. गुजरात प्रदेश कांग्रेस की अनुशासन समिति ने सख्त फैसला लेते हुए नीलेश कुंभाणी को छह साल के लिए पार्टी से निलंबित कर दिया है.
कांग्रेस कमेटी की जारी बयान में कहा गया है कि वह नाटकीय ढंग से गायब हो गए और पार्टी को कुछ भी नहीं बताया. इसलिए उन्हें 6 साल के लिए निलंबित करने का फैसला किया गया है. इसके साथ ही कांग्रेस कमेटी ने कहा कि फॉर्म रद्द होना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण घटना है. भाजपा सभी व्यवस्थाओं का दुरुपयोग कर रही है. सभी उम्मीदवारों को लालच व भय से प्रताड़ित किया जा रहा है. इस तरह की स्थिति बेहद शर्मनाक है'.
दक्षिण गुजरात कांग्रेस प्रभारी नैषध देसाई ने कहा कि, हमने कई बार नीलेश कुंभानी से संपर्क करने की कोशिश की, लेकिन वह हमारे संपर्क में नहीं थे. उन्हें सूचित किया गया कि कानूनी टीम द्वारा सभी औपचारिकताएं पूरी कर ली गई हैं. एफिडेविट और याचिका में उनके हस्ताक्षर आवश्यक हैं, लेकिन वह 7 दिनों से गायब हो गए. इसके चलते कांग्रेस पार्टी ने उन्हें 6 साल के लिए निलंबित करने का फैसला किया. साथ ही हम उनके खिलाफ आपराधिक मामला भी दर्ज करने की तैयारी कर रहे हैं. उन्होंने पार्टी को धोखा दिया है.
समर्थक के हस्ताक्षर को लेकर विवाद खड़ा होने के बाद नीलेश कुंभानी का फॉर्म रद्द कर दिया गया. आरोप था कि उनका अपहरण कर लिया गया है, लेकिन इस बीच नीलेश कुंभानी के समर्थकों का बयान सूरत क्राइम ब्रांच ने लिया है. बयान देने के बाद चारों समर्थक गुजरात छोड़कर गायब हो गए हैं. सूरत क्राइम ब्रांच ने वलसाड में उनका बयान लिया, जिसमें उन्होंने कहा कि हममें से किसी का अपहरण नहीं हुआ था.
बता दें कि नीलेश कुंभानी का सूरत में विरोध जारी है. सिटी बसों पर भी नीलेश कुंभानी के खिलाफ पोस्टर लगाए गए हैं, वे अभी भी लापता हैं. वहीं सोशियल मीडिया पर निलेश कुंभानी का एक वीडियो वायरल हुआ है. इस वीडियो मे कुंभानी खुद कोंग्रेस को कौस रहे हैं. कुंभानी ने कहा के किस के इशारे पर मेरे घर पर प्रदर्शन किया गया. कोंग्रेस का एक भी बड़ा नेता तक मुझे सपोर्ट नहीं करता था. यहां तक कि मेरे साथ कोंग्रेस का कोई नेता बेठने के लिए भी तैयार नहीं था. जो मेरा विरोध कर रहे है वह खुद भाजपा के संपर्क मे है. कुंभानी ने दावा किया कि 2017 मे भी उनको भाजपा में शामिल होने के लिए ऑफर दी गई थी.
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