नई दिल्ली : चंडीगढ़ मेयर चुनाव को लेकर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई और सुप्रीम कोर्ट ने ऐतिहासिक फैसला सुनाते हुए चंडीगढ़ मेयर चुनाव ने नतीजे को रद्द कर दिया है. साथ ही अदालत ने आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार कुलदीप कुमार टीटा को मेयर चुनाव में विजेता घोषित कर दिया है. साथ ही कोर्ट ने कहा है कि पीठासीन अधिकारी ने अपराध किया है जिसके चलते उन पर एक्शन लिया जाना चाहिए.
कुलदीप कुमार ने मनाया जश्न : वहीं फैसला आने के बाद आम आदमी पार्टी के मेयर कुलदीप कुमार टीटा ने जमकर जश्न मनाया और सभी का शुक्रिया अदा किया. उन्होंने कहा कि ये सच्चाई की जीत है. लोकतंत्र को जिंदा रखा गया है. मैं इसके लिए बहुत आभारी हूं. बीजेपी वैसे ही बेनकाब होगी जैसे यहां बेनकाब हुई है. उन्हें हर जगह हार का सामना करना पड़ेगा. 3 AAP पार्षदों के बीजेपी में शामिल होने पर उन्होंने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि वे वापस आएंगे. हो सकता है कि वे गुमराह होकर वहां गए हों. लेकिन वे पार्टी के सच्चे सिपाही थे.
बैलेट पेपर की जांच : सोमवार को अदालत के आदेश पर कोर्ट में आज बैलेट पेपर लाए गए थे. सुनवाई शुरू होने के बाद कोर्ट ने कहा कि वे बैलेट पेपर देखना चाहते हैं. वहां मौजूद ज्यूडिशियल अफसर ने बैलट पेपर्स बेंच को सौंप दिए. इसके बाद कोर्ट ने 8 बैलेट पेपर की जांच की. इसके साथ कोर्ट ने अनिल मसीह वाला बैलेट पेपर का वीडियो भी देखा. सुप्रीम कोर्ट ने इसके बाद चंडीगढ़ मेयर चुनाव के नतीजे रद्द करने का फैसला सुना दिया.
अनिल मसीह को नोटिस : साथ ही कोर्ट ने कहा है कि पीठासीन अधिकारी ने अपराध किया है जिसके चलते उन पर एक्शन लिया जाना चाहिए. सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि चंडीगढ़ मेयर चुनाव के रिटर्निंग ऑफिसर अनिल मसीह के खिलाफ सीआरपीसी की धारा 340 के तहत कार्रवाई शुरू करने के लिए एक उपयुक्त मामला बनता है. कोर्ट ने रजिस्ट्रार ज्यूडिशियल को निर्देश दिया कि वो अनिल मसीह को नोटिस जारी कर कारण बताएं कि क्यों न उनके खिलाफ कदम उठाए जाएं. इसके बाद अनिल मसीह को नोटिस जारी कर दिया गया है. मसीह को अब तीन हफ्ते के अंदर नोटिस का जवाब देना होगा.
"मसीह सिर्फ मोहरा" : वहीं चंडीगढ़ मेयर चुनाव में सुप्रीम कोर्ट का ऐतिहासिक फैसला आने के बाद कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म (X) पर पोस्ट करते हुए लिखा कि लोकतंत्र की हत्या की भाजपाई साजिश में मसीह सिर्फ ‘मोहरा’ है, पीछे मोदी का ‘चेहरा’ है.
अरविंद केजरीवाल ने सुप्रीम कोर्ट को दिया धन्यवाद : इस बीच दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म (X) पर पोस्ट करते हुए सुप्रीम कोर्ट का शुक्रिया अदा किया है. इसके बाद अरविंद केजरीवाल ने कुलदीप कुमार को बधाई देते हुए कहा कि कुलदीप कुमार एक गरीब घर का लड़का है. INDIA गठबंधन की ओर से चंडीगढ़ का मेयर बनने पर बहुत बहुत बधाई. ये केवल भारतीय जनतंत्र और माननीय सुप्रीम कोर्ट की वजह से संभव हुआ. हमें किसी भी हालत में अपने जनतंत्र और स्वायत्त संस्थाओं की निष्पक्षता को बचाकर रखना है.
सचिन पायलट ने किया फैसले का स्वागत : चंडीगढ़ मेयर चुनाव पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने कहा है कि वे सुप्रीम कोर्ट के फैसले का स्वागत करते हैं. चुनाव आयोग जैसी संस्थाओं के अधिकार और विश्वसनीयता को कम किया गया है. ये लोकतंत्र के लिए अच्छा नहीं है. मुझे आश्चर्य है कि सुप्रीम कोर्ट को हस्तक्षेप करना पड़ा और रिकॉर्ड सही करना पड़ा.
"बीजेपी ने वोट चुराए थे" : सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर आम आदमी पार्टी (आप) पंजाब के प्रदेश सचिव सनी सिंह अहलूवालिया ने कहा कि ये सबके सामने स्पष्ट था कि बीजेपी ने वोट चुराए और अनिल मसीह ने वोट बदले. आज सुप्रीम कोर्ट ने इस पर अपनी मुहर लगा दी. वे खरीद-फरोख्त के लिए जाने जाते हैं. ऑपरेशन लोटस किस लिए जाना जाता है. विधायकों को खरीदने, उन्हें डराने-धमकाने और दबाने की कोशिश की जाती है. अगर और कुछ नहीं, तो मतपत्र बदल दिए जाते हैं. बीजेपी का चरित्र, उसके मानक अब सामने स्पष्ट हैं.
"सुप्रीम कोर्ट ने बेनकाब कर दिया" : दिल्ली के मंत्री और आप नेता सौरभ भारद्वाज ने कहा कि "दुनिया की सबसे बड़ी राजनीतिक पार्टी बीजेपी मेयर चुनाव में कैमरे पर गड़बड़ करती दिखी. ये देश के लिए चिंता का विषय है. सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले में केंद्र सरकार को बेनकाब कर दिया है.
"न्याय की जीत हुई" : सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर बोलते हुए चंडीगढ़ कांग्रेस प्रमुख हरमोहिंदर सिंह लकी ने कहा है कि "सुप्रीम कोर्ट में जो हुआ वो चंडीगढ़ के इतिहास में पूरी तरह से ऐतिहासिक है. ऐसा पहले कभी नहीं हुआ. हर कोई जानता है कि मेयर चुनाव में क्या हुआ.आज न्याय की जीत हुई है."
सुप्रीम कोर्ट का सख्त रुख : चंडीगढ़ मेयर चुनाव मामले की सुनवाई सीजेआई डी.वाई.चंद्रचूड़, जस्टिस मनोज मिश्रा और जस्टिस जे.बी. पारदीवाला की बेंच ने की. सीजेआई डी.वाई. चंद्रचूड़ ने मतपत्रों को दिखाते हुए कहा कि सभी रिजेक्टेड 8 वोट आम आदमी पार्टी (AAP) के कुलदीप कुमार टीटा को पड़े थे. इन पर रिटर्निंग ऑफिसर ने एक लाइन लगा दी. CJI ने सभी पक्षों के वकीलों को 8 वोटों को देखने को कहा. कोर्ट ने अनिल मसीह से पूछा कि कौन सा मत पत्र गड़बड़ है, बताइए. इसके बाद कोर्ट ने कहा कि मत पत्रों में कोई गड़बड़ी नहीं है. कोर्ट ने कहा कि कल अनिल मसीह ने कोर्ट में माना था कि उन्होंने बैलट्स पर निशान लगाए थे. मेयर इलेक्शन का पूरा वीडियो भी हमने देखा है. रिजल्ट के बाद हंगामा हुआ था. सीजेआई ने फिर कहा कि हम निर्देश देंगे कि मतदान के वोटों की दोबारा गिनती की जाएगी और इन 8 वोटों को वैध माना जाएगा और उसी के आधार पर नतीजे घोषित किए जाएंगे. कोर्ट ने रिजेक्टेड वोटों को वैलिड माना है. इसके बाद कोर्ट में फिर से अनिल मसीह वाला बैलेट पेपर का वीडियो चलाया गया. इसके बाद वरिष्ठ वकील मनिंदर सिंह ने बेंच को बताया कि मेयर ने इस्तीफा दे दिया है. कानून के मुताबिक, अगर मेयर का पद खाली है तो दोबारा चुनाव कराना होगा. कोर्ट ने इसके बाद फैसला पढ़ना शुरू किया और चंडीगढ़ मेयर चुनाव के नतीजे रद्द करते हुए आम आदमी पार्टी के कैंडिडेट कुलदीप कुमार टीटा को चुनाव में विजयी घोषित कर दिया.