दंतेवाड़ा: सिक्योरिटी फोर्स ने नक्सलियों के शहीदी सप्ताह में लाल आतंक को करारा जवाब दिया है. रविवार को बारसूर के कोसलनार और मंगनार में फोर्स ने नक्सली स्मारक को ध्वस्त करने में सफलता हासिल की है. बस्तर फाइटर और डीआरजी के जवानों ने नक्सल स्मारक को मिट्टी में मिला दिया. इसके साथ ही फोर्स दंतेवाड़ा के नक्सल एरिया में पूरी मुस्तैदी के साथ हालात पर नजर बनाए हुए है.
नक्सल अभियान के तहत मिली सफलता: नक्सलियों के खिलाफ चलाए जा रहे सर्चिंग अभियान के तहत सुरक्षाबलों को यह सफलता मिली है. दंतेवाड़ा में सुरक्षाबलों को सूचना मिली की कोसलनार इलाके में नक्सली मौजूद हैं. इस इनपुट पर बस्तर फाइटर और डीआरजी के जवान ऑपरेशन के लिए निकले. जब टीम बारसूर के कोसलनार और मंगनार में पहुंची तो फोर्स को माओवादियों का यह स्मारक दिखा. जवानों ने सर्चिंग ऑपरेशन के तहत इस स्मारक को गिरा दिया.
"सूचना मिली थी कि एमपी और महाराष्ट्र में मारे गए नक्सलियों की याद में माओवादियों ने नक्सल स्मारक बनाया है. नक्सलियों ने कंपनी कमांडर सतीश की याद में स्मारक बनाकर कोसलनार में शहीद सप्ताह पर आयोजन की प्लानिंग की थी. इस सूचना के आधार पर DRG बस्तर फाइटर जवानों का दल सर्चिंग अभियान के लिए रवाना किया गया सर्चिंग के दौरान जवानों को रविवार को यह सफलता मिली. नक्सली यहां शहीदी सप्ताह मनाने की तैयारी कर रहे थे. जिसके बाद हमें कार्रवाई में यह सफलता मिली है": गौरव राय, एसपी, दंतेवाड़ा
नक्सली क्यों मनाते हैं शहीदी सप्ताह: नक्सली लड़ाई में मारे गए माओवादी साथियों की याद में शहीदी सप्ताह मनाते हैं. हर साल 28 जुलाई से 3 अगस्त तक यह शहीदी सप्ताह होता है. माओवादी इसे नक्सल शहीद स्मृति सप्ताह भी कहते हैं. नक्सलियों के शहीदी सप्ताह के पहले दिन ही मानसून में चलाए जा रहे अभियान के तहत फोर्स को कामयाबी मिली. सर्चिंग ऑपरेशन के बाद जवान सुरक्षित वापस लौट आए हैं.