रायबरेली: शहर में आवारा पशुओं की बढ़ती संख्या लोगों के लिए सिरदर्द और जान का खतरा बन रही है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के द्वारा प्रदेश में ब्लॉक और तहसील स्तर पर गौशालाओं का निर्माण करा तो दिया गया, लेकिन सड़कों पर अभी भी आवारा पशु कभी बैठे हुए तो, कभी घूमते फिरते नजर आ जाते हैं. इसके बावजूद जिम्मेदार अधिकारियों ने आंखों पर पट्टी बांध रखी है.आवारा पशुओं के कारण रोजाना हो रहे हादसे में लोग अपनी जान गवां दे रहे हैं. ऐसा ही एक ताजा मामला रायबरेली से आया है.
महाराजगंज थाना क्षेत्र के पूरे भीखा गांव में एक बुजुर्ग बाजार जा रहा था. इस दौरान अचानक एक आवारा सांड बुजुर्ग के पास दौड़कर आया और हमला कर उसे घायल कर दिया. सांड के हमले से बुजुर्ग को गंभीर चोटे आई. आवारा सांड के डर से मौके पर अफरा तफरी का महौल रहा. किसी तरह वहां मौजूद लोगों ने सांड को भगाया. इसके बाद स्थानीय लोगों की मदद से बुजुर्ग को अस्पताल ले जाया गया. लेकिन, अस्पताल पहुंचते ही बुजुर्ग की मौत हो गई.
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इमरजेंसी में तैनात डॉ. संतोष कुमार सिंह ने बताया, कि महराजगंज निवासी 67 साल के बुजुर्ग लाल यादव को गंभीर हालत में यहां लाया गया जिनका परीक्षण किया गया, तो वे मृत थे. बताया जा रहा है मार्केट में इन पर सांड ने हमला कर दिया था. मृतक के शव को शव गृह में रख दिया गया है.
आवारा पशुओं को पकड़कर गोशाला या जंगल में छोड़ने की ड्यूटी नगर परिषद की है, लेकिन नगर परिषद की लापरवाही से शहर में आवारा जानवर दिन ब दिन बढ़ रहे हैं. यह सब जिम्मेदार अधिकारियों की लापरवाही से हो रहा है इसलिए ऐसे हादसे हो रहे है.