नई दिल्ली: भारतीय जनता पार्टी ने साल 2014 में नरेंद्र मोदी द्वारा दिल्ली की बागडोर संभालने से पहले अपने चुनावी कार्यक्रम में चाय पर चर्चा नाम से मेगा इवेंट का इजाद किया था. इस कॉन्सेप्ट पर बीजेपी ने हर राज्य और लोकसभा क्षेत्रों में लोगों को जोड़ा था. अब इसी तर्ज पर बीजेपी मोदी परिवार पर चर्चा नाम से मेगा इवेंट बनाकर चौपाल लगाएगी और हर राज्य, लोकसभा क्षेत्रों, जिलों और नुक्कड़ों में ये चौपाल लगाकर पार्टी आम लोगों को मोदी के परिवार कार्यक्रम में जोड़ेगी.
सूत्रों की माने तो इस मेगा इवेंट के कुछ बड़े कार्यक्रम में खुद प्रधानमंत्री भी भाग ले सकते हैं. आरजेडी प्रमुख लालू यादव को खुद भी शायद ये अंदाजा नहीं होगा कि उनके मुख से निकले प्रधानमंत्री के खिलाफ विवादित बयान, बीजेपी और खुद प्रधानमंत्री के मेगा इवेंट या मेगा प्लान में तब्दील हो जाएगा. अब बीजेपी ने इस 'मोदी के परिवार' में देशभर में ज्यादा से ज्यादा लोगों को जोड़ने की ठान ली है और इसके लिए मेगा इवेंट की तैयारी की जा रही है.
साल 2014 में मणिशंकर ने पीएम को 'चाय वाला' पुकारा और बीजेपी की चाय पर चर्चा हर गली, नुक्कड़ और चैराहों पर चर्चा का मुद्दा बन गईं थी. बीजेपी ने भी इससे जोर-शोर से जनता की हमदर्दी लूटी थी और अब मोदी के परिवार को लेकर पार्टी के प्रचार-प्रसार कमिटी जबरदस्त तैयारी में जुट गई है. वैसे देखा जाए तो इस बार बीजेपी के पास मुद्दों की कमी नहीं थी और सबसे बड़ी उपलब्धि तो राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा और मंदिर निर्माण के विषय को ही बनाया गया था.
लेकिन अब इसके साथ-साथ केंद्र सरकार की योजनाएं और नरेंद्र मोदी के परिवार वाले इस विवादित बयान पर भी पूरे इंडिया गठबंधन को घेर रही है. इस मामले में ना सिर्फ पार्टी आरजेडी बल्कि मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस को भी घेरते हुए सवाल पूछ रही है. जहां तक बात 'मोदी के परिवार' कैंपेन की है, पार्टी सूत्रों की माने तो पार्टी का थिंक टैंक इस कार्यक्रम को मेगा इवेंट बनाने की रूपरेखा बनाने में जुट गया है.
सूत्रों की माने तो पार्टी अपने चुनावी रथों और कैंपेन मैटेरियल, पोस्टर, बैनर्स समेत तमाम चीजों में इस स्लोगन को जगह देते हुए ढंग से तैयारी कर रही है, जिसमें मुख्य तौर पर इसे तरजीह दी जाएगी. दूसरे नंबर पर मोदी की गारंटी और उसके बाद मोदी है तो मुमकिन है. मगर 'मोदी के परिवार' पर होने वाले इवेंट्स को हिट इवेंट्स में बदलने की तैयारी जोर-शोर से पार्टी ने शुरू कर दी है. मगर पार्टी के नेता अभी इस पर कुछ भी खुलासा करने से बच रहे हैं.