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राम मनोहर लोहिया अस्पताल में हीटस्ट्रोक के मरीजों के लिए स्पेशल बेड और टब, जानिए- दिल्ली में और कैसी है तैयारी - Heatstroke Management

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By ETV Bharat Delhi Team

Published : May 31, 2024, 7:31 AM IST

Updated : May 31, 2024, 9:53 AM IST

Heatstroke Managment in Rml Hospital: दिल्ली के आरएमएल अस्पताल में बीते दिन एक बिहार के रहने वाले एक शख्स की हीटस्ट्रोक से जान चली गई. इस घटना के बाद से आरएमएल अस्पताल में हीटस्ट्रोक के मरीजों के लिए स्पेशल इंतजाम किये गए हैं. इनमें खास तरह के टब बनाए गए हैं. साथ ही बॉडी के तापमान को कम करने के लिए 'इमरशन कूलिंग' की व्यवस्था की गई है

बनाए गए स्पेशल बेड और टब
बनाए गए स्पेशल बेड और टब (source: ANI)

नई दिल्ली: दिल्ली में इस वक्त जानलेवा गर्मी पड़ रही है, पारा 50 डिग्री को क्रॉस कर चुका है. इस वक्त सबसे ज्यादा खतरा हीटस्ट्रोक का मंडरा रहा है. दिल्ली में गुरूवार को एक 40 साल के मजदूर की राम मनोहर लोहिया अस्पताल में मौत हो गई. डॉक्टरों को मुताबिक मरीज को 107 डिग्री बुखार था. दिल्ली के RML अस्पताल के डॉक्टर्स की मानें तो मरीज को स्थिति बेहतर होने के बाद उसने वॉर्ड में शिफ्ट किया गया था लेकिन शाम को उसकी हालत बिगड़ी और उसकी मौत हो गई. इस घटना के बाद से अब दिल्ली के अस्पतालों में हीट स्ट्रोक से लड़ना चैलेंज जैसा हो गया है.

राममनोहर लोहिया अस्पताल में हीट स्ट्रोक के मरीजों के इलाज के लिए कुछ खास तरह के इंतजाम किए गए हैं. इन इंतजामों में मरीज के शरीर के तापमान को कम करने के लिए खास तरह के टब लगाए गए हैं. इमरजेंसी मेडिसिन विभाग की प्रमुख डॉ. सीमा बालकृष्ण वासनिक ने बताया कि "आरएमएल अस्पताल में, अगर कोई मरीज (हीट स्ट्रोक का) गंभीर स्थिति में आता है... तो उसे रेड जोन में ले जाया जाता है, इंट्यूबेटेड किया जाता है, हमारे पास इन्फ्लेटेबल टब हैं. हम अभी भी मरीज को वेंटिलेटर पर रख सकते हैं और बर्फ और ठंडे पानी से भरे बाथटब में भी रख सकते हैं और तापमान को एक साथ नीचे ला सकते है''.

PTI को दिये एक बयान में RML अस्पताल के डॉक्टर, राजेश शुक्ला ने बताया कि हीटवेव और हीट स्ट्रोक के मरीजों के इलाज के लिए हमने अस्पताल में अच्छी व्यवस्था की है, ये उत्तर भारत का पहला अस्पताल है जहां कूलिंग की नवीनतम तकनीक जिसे 'इमरशन कूलिंग' कहा जाता है, के साथ-साथ हीटस्ट्रोक के रोगियों के लिए सुविधाएं उपलब्ध हैं. दिल्ली के डॉ. राम मनोहर लोहिया अस्पताल में कार्यरत डॉ. राजेश शुक्ला कहते हैं, पिछले एक हफ्ते में, अत्यधिक गर्मी के कारण, हमारे पास आठ मरीज आए, जिनमें से छह को हीटस्ट्रोक और दो को गर्मी से थकान हुई और उनका इलाज किया गया.

वहीं डॉक्टर सीमा वासनिक ने ये भी बताया कि हीट स्ट्रोक के जितने मरीज अस्पताल में आए हैं उनमें से किसी की भी इमरजेंसी में रहते हुए मौत नहीं हुई है अगर किसी पेशेंट की तबीयत बहुत ज्यादा बिगड़ी है तो वो शरीर के सामान्य होने के बाद की स्थिति है.

गर्मी से बचने के लिए दिल्ली की तैयारी

  • दिल्ली के उप राज्यपाल वी के सक्सेना ने भयंकर गर्मी को देखते हुए लेबर एवं श्रमिकों के लिए दोपहर 12-3 बजे सवेतन छुट्टी रखने के आदेश दिए.
  • 'समर हीट एक्शन प्लान' पर डीडीए 20 मई से ही काम कर रहा है. AAP सरकार के तहत आने वाली DJB, PWD, MCD अब तक ऐसा नहीं कर रहीं.
  • उप राज्यपाल ने कंस्ट्रक्शन साइट पर श्रमिकों के लिए पर्याप्त मात्रा में पानी और नारियल पानी उप्लब्ध कराने के निर्देश दिए.
  • बस स्टैंड्स पर घड़ों में पानी रखने के निर्देश भी दिए गए हैं.

ये भी पढ़ें- दिल्ली में लू ने ली बिहार के एक मजदूर की जान, 107 डिग्री बुखार में हुई मौत

ये भी पढ़ें- दिल्ली में एक घंटे में मिल रहीं 9 फायर कॉल, जानिए- क्यों छाया दिल्ली में आग का संकट?

नई दिल्ली: दिल्ली में इस वक्त जानलेवा गर्मी पड़ रही है, पारा 50 डिग्री को क्रॉस कर चुका है. इस वक्त सबसे ज्यादा खतरा हीटस्ट्रोक का मंडरा रहा है. दिल्ली में गुरूवार को एक 40 साल के मजदूर की राम मनोहर लोहिया अस्पताल में मौत हो गई. डॉक्टरों को मुताबिक मरीज को 107 डिग्री बुखार था. दिल्ली के RML अस्पताल के डॉक्टर्स की मानें तो मरीज को स्थिति बेहतर होने के बाद उसने वॉर्ड में शिफ्ट किया गया था लेकिन शाम को उसकी हालत बिगड़ी और उसकी मौत हो गई. इस घटना के बाद से अब दिल्ली के अस्पतालों में हीट स्ट्रोक से लड़ना चैलेंज जैसा हो गया है.

राममनोहर लोहिया अस्पताल में हीट स्ट्रोक के मरीजों के इलाज के लिए कुछ खास तरह के इंतजाम किए गए हैं. इन इंतजामों में मरीज के शरीर के तापमान को कम करने के लिए खास तरह के टब लगाए गए हैं. इमरजेंसी मेडिसिन विभाग की प्रमुख डॉ. सीमा बालकृष्ण वासनिक ने बताया कि "आरएमएल अस्पताल में, अगर कोई मरीज (हीट स्ट्रोक का) गंभीर स्थिति में आता है... तो उसे रेड जोन में ले जाया जाता है, इंट्यूबेटेड किया जाता है, हमारे पास इन्फ्लेटेबल टब हैं. हम अभी भी मरीज को वेंटिलेटर पर रख सकते हैं और बर्फ और ठंडे पानी से भरे बाथटब में भी रख सकते हैं और तापमान को एक साथ नीचे ला सकते है''.

PTI को दिये एक बयान में RML अस्पताल के डॉक्टर, राजेश शुक्ला ने बताया कि हीटवेव और हीट स्ट्रोक के मरीजों के इलाज के लिए हमने अस्पताल में अच्छी व्यवस्था की है, ये उत्तर भारत का पहला अस्पताल है जहां कूलिंग की नवीनतम तकनीक जिसे 'इमरशन कूलिंग' कहा जाता है, के साथ-साथ हीटस्ट्रोक के रोगियों के लिए सुविधाएं उपलब्ध हैं. दिल्ली के डॉ. राम मनोहर लोहिया अस्पताल में कार्यरत डॉ. राजेश शुक्ला कहते हैं, पिछले एक हफ्ते में, अत्यधिक गर्मी के कारण, हमारे पास आठ मरीज आए, जिनमें से छह को हीटस्ट्रोक और दो को गर्मी से थकान हुई और उनका इलाज किया गया.

वहीं डॉक्टर सीमा वासनिक ने ये भी बताया कि हीट स्ट्रोक के जितने मरीज अस्पताल में आए हैं उनमें से किसी की भी इमरजेंसी में रहते हुए मौत नहीं हुई है अगर किसी पेशेंट की तबीयत बहुत ज्यादा बिगड़ी है तो वो शरीर के सामान्य होने के बाद की स्थिति है.

गर्मी से बचने के लिए दिल्ली की तैयारी

  • दिल्ली के उप राज्यपाल वी के सक्सेना ने भयंकर गर्मी को देखते हुए लेबर एवं श्रमिकों के लिए दोपहर 12-3 बजे सवेतन छुट्टी रखने के आदेश दिए.
  • 'समर हीट एक्शन प्लान' पर डीडीए 20 मई से ही काम कर रहा है. AAP सरकार के तहत आने वाली DJB, PWD, MCD अब तक ऐसा नहीं कर रहीं.
  • उप राज्यपाल ने कंस्ट्रक्शन साइट पर श्रमिकों के लिए पर्याप्त मात्रा में पानी और नारियल पानी उप्लब्ध कराने के निर्देश दिए.
  • बस स्टैंड्स पर घड़ों में पानी रखने के निर्देश भी दिए गए हैं.

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Last Updated : May 31, 2024, 9:53 AM IST
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