रांचीः स्पेनिश महिला से दुमका में हुए गैंगरेप मामले को गंभीरता से लेते हुए झारखंड हाईकोर्ट ने कार्रवाई रिपोर्ट पेश करने के साथ-साथ सरकार से पूछा है कि विदेशी पर्यटकों की सुरक्षा के लिए किस तरह का एसओपी बनाया गया है. अगर नहीं बनाया गया है तो भविष्य में क्या करने की योजना है. हाईकोर्ट के कार्यकारी मुख्य न्यायाधीश एस.चंद्रशेखर और न्यायाधीश नवनीत कुमार की खंडपीठ में आज इस मामले को लेकर सुनवाई हुई. कोर्ट ने विस्तृत रिपोर्ट पेश करने को कहा है. मामले की अगली सुनवाई 13 मार्च को होगी. सरकार की ओर से महाधिवक्ता राजीव रंजन ने पक्ष रखा. हाईकोर्ट में हुई सुनवाई की जानकारी अधिवक्ता धीरज कुमार ने दी.
क्या कहा दुमका के एसपी ने
वहीं दुमका के एसपी पीतांबर सिंह खेरवार ने बताया कि हाईकोर्ट के पूर्व के आदेश के मद्देनजर एक्शन टेकेन रिपोर्ट सबमिट कर दी गई है. उन्होंने बताया कि गैंगरेप में शामिल सभी आरोपी गिरफ्तार कर जेल भेजे जा चुके हैं. हाईकोर्ट से इस बाबत अब जो भी आदेश आएगा, उसका पालन किया जाएगा. इससे पहले 4 मार्च को हाईकोर्ट ने इस मामले में स्वत: संज्ञान लेकर मुख्य सचिव, गृह सचिव, डीजीपी और दुमका के एसपी से रिपोर्ट तलब कर सुनवाई की अगली तारीख 7 मार्च निर्धारित की थी.
पीड़िता ने क्या लिखा है एफआईआर में
यह घटना 1 मार्च की रात दुमका के हंसडीहा थानाक्षेत्र में हुई थी. दरअसल, स्पेनिश दंपती पिछले साल जुलाई में बाइक से वर्ल्ड टूर पर निकले थे. अमृतसर के रास्ते पाकिस्तान से भारत में प्रवेश किए थे. इसके बाद जम्मू-कश्मीर समेत नॉर्थ इंडिया और साउथ इंडिया के कई राज्यों से गुजरे. दो सप्ताह पहले पश्चिम बंगाल में घुसे. यहां कोलकाता में तीन दिन बीताने के बाद 1 मार्च को सुबह 8 बजे कोलकाता से नेपाल के लिए निकले थे. उन्हें झारखंड और बिहार होते हुए नेपाल जाना था. लेकिन रात होने की वजह से दंपती ने हंसडीहा थानाक्षेत्र के एक गांव के पास डेरा डाल दिया था.
शाम 7 बजे के आसपास टेंट के बाहर कुछ लोगों की आवाज सुनाई पड़ी. दोनों जब टेंट से बाहर निकले तो दो लोग फोन पर किसी से बात करते दिखे. करीब 7.30 बजे दो बाइक से कुछ और लोग आ पहुंचे. तीन लोगों ने उनके पति के साथ मारपीट की और उनका हाथ बांध दिया. इसके बाद पीड़िता को पीटने लगे और गैंगरप किया. इस दौरान स्वीस चाकू, घड़ी, प्लेटिनम रिंग, इयरपॉड, पर्स, करीब 10 हजार रु, 300 यूएस डॉलर लूट लिए. पूरा घटनाक्रम रात करीब 10 बजे तक चला. इसके बाद सभी अपराधी गांव की तरफ भाग गये. रात करीब 11 बजे पुलिस पेट्रोलिंग पार्टी वहां से गुजर रही थी. उन्होंने हर तरह से मदद की. पीड़िता ने एफआईआर में लिखा है कि वह आरोपियों को देखकर पहचान सकती हैं.
पीड़िता ने भारत का किया बचाव
खास बात है कि इस घटना के बाद भारत में सुरक्षा व्यवस्था और भारतीयों के व्यवहार के लोकर सोशल मीडिया पर टिप्पणी करने का दौर भी चला था. लेकिन पीड़िता ने खुद सामने आकर कहा था कि ऐसी घटना कहीं भी और किसी के भी साथ हो सकती है. भारत एक अच्छा देश है. यहां के लोग अच्छे हैं. चंद लोगों के लिए पूरे देश को जिम्मेवार नहीं ठहराया जा सकता. उन्होंने दुष्कर्म की घटना से गुजर रही दूसरी महिलाओं को मोटिवेट करते हुए कहा था कि बेशक, ऐसे दर्द को भूल पाना मुश्किल होगा लेकिन बुरी यादों को पीछे छोड़कर आगे बढ़ना चाहिए.
पुलिस ने की त्वरित कार्रवाई
इस मामले को पुलिस और जिला प्रशासन ने गंभीरता से लेते हुए कार्रवाई की थी. इसी के बदौलत घटना के चंद घंटों के भीतर तीन आरोपी गिरफ्तार कर लिए गये थे. बाद में शेष आरोपियों को भी गिरफ्तार कर लिया गया. इस दौरान पीड़िता को जिला प्रशासन की ओर से 10 लाख का चेक भी दिया गया था. इस मामले को विपक्ष ने सदन के भीतर और बाहर भी जोर शोर से उठाया था.
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