नई दिल्ली/गाजियाबाद: सम्भल जाने से रोके जाने पर सपा सांसदों के डेलिगेशन ने नाराजगी जताई है. मुजफ्फरनगर से सपा सांसद हरेंद्र मलिक सम्भल जा रहे थे, उन्हें गाजीपुर बॉर्डर पर रोक दिया गया. उन्होंने एसीपी की कार्रवाई पर नाराजगी व्यक्त की. बता दें कि समाजवादी पार्टी ने पांच सांसद समेत 15 नेताओं के प्रतिनिधिमंडल को सम्भल भेजने की घोषणा की गई. प्रतिनिधि मंडल को पीड़ितों से मुलाकात कर रिपोर्ट सपा मुखिया अखिलेश यादव को सौंपने के लिए कहा गया है. प्रतिनिधि मंडल में सांसद हरेंद्र मलिक भी शामिल हैं.
हरेंद्र मलिक ने कहा, "सरकार हमें आगे क्यों नहीं जाने दे रही, हम समझ नहीं पा रहे हैं. हम देश और प्रदेश के नागरिक हैं अगर हम अपने प्रदेश में भी मूवमेंट नहीं कर सकते तो हम कहां मूवमेंट करेंगे. हम आगे जाने की कोशिश करेंगे अगर हमें रोका जाएगा तो हम क्या कर सकते हैं. जिलाधिकारी सम्भल से मैं यह जानना चाहता हूं कि जिस दिन वहां घटना घटी थी उसे दिन क्या कोई जनप्रतिनिधि था वहां ? अधिकारियों की सच्चाई सामने ना आए इसलिए हमें रोका जा रहा है. बड़ा ड्रैमेटिक घटनाक्रम है. सर्वे के बाद चार दिन तक कोई चर्चा नहीं हुई."
#WATCH | Lucknow: Samajwadi Party (SP) delegation to visit Sambhal, where violence broke out on 24th November
— ANI (@ANI) November 30, 2024
Ravidas Mehrotra, SP MLA says, " heavy police force has been deployed but we had left home early morning itself. we went to party chief akhilesh yadav's residence...the… pic.twitter.com/LBVZwSs0N5
सपा सांसद जिया उर रहमान ने प्रशासन को ठहराया जिम्मेदार: सांसद जिया उर रहमान बर्क ने कहा कि घटना को साजिश के तहत अंजाम दिया गया है. हम सम्भल जाकर मामले की ग्राउंड पर जांच कर उसकी रिपोर्ट अखिलेश यादव को सौंपेगे. हमें यहां रोकना गलत है. मेरे ऊपर जो सम्भल में भड़काऊ भाषण देने के आरोप लगाए जा रहे हैं, क्या प्रशासन द्वारा भड़काऊ भाषण का कोई वीडियो उपलब्ध कराया गया है ? मैंने कोई भड़काऊ भाषण नहीं दिया है. मेरे ऊपर गलत आरोप लगाए जा रहे हैं.
#WATCH | Hapur, UP: Samajwadi Party MP Iqra Munawwar Hasan says, " the delgation of samajwadi party was going to sambhal to give the information regarding the sambhal incident to samajwadi party chief akhilesh yadav but they have stopped us...the delegation of the samajwadi party… pic.twitter.com/i0etrIOc0P
— ANI (@ANI) November 30, 2024
प्रशासन अपनी करतूत पर पर्दा डालने के लिए लगा रहा गलत आरोप : सांसद जियाउर रहमान बर्क ने ये भी कहा कि प्रशासन अपनी करतूत पर पर्दा डालने के लिए गलत आरोप लगा रहे हैं. हमने तो पहले दिन वहां रहकर स्थिति को संभाला है. डेलिगेशन में समाजवादी पार्टी के सांसद और तमाम वरिष्ठ नेता हैं. कैसे आखिर हमें सम्भल जाने से रोका जा सकता है. सम्भल अति संवेदनशील क्षेत्र जरूर है लेकिन कुछ बाहरी लोगों ने आकर वहां माहौल खराब किया है. तीन लोग नोएडा, ग्रेटर नोएडा और गाजियाबाद के हैं. पांच लोग वहां के शामिल हैं. सम्भल घटना के लिए पुलिस प्रशासन पूरी तरह से जिम्मेदार है.
रामपुर से सपा सांसद मोहिबुल्ला नदवी ने कहा, "संविधान ने हमें आज़ादी दी है कि हम वहां जाएं, वहां के लोगों के दु:ख-सुख में शरीक हों. हमें सम्भल जाने से रोका जा रहा है, जो पूरी तरह से गलत है."
एसीपी इंदिरापुरम स्वतंत्र कुमार सिंह का बयान : डेलिगेशन को रोकने का उद्देश्य उन्हें सूचना देना था कि सम्भल में निषेधाज्ञा लागू है. डेलिगेशन को रोका नहीं गया, बल्कि उन्हें बताया गया कि उन्हें सम्भल जाने की अनुमति नहीं है. इस बात पर डेलिगेशन के लोग मान गए और वापस दिल्ली जाने के लिए तैयार हो गए. डेलिगेशन में सांसद जियाउर रहमान बर्क, सांसद हरेंद्र मलिक और सांसद मोहिबुल्ला नदवी शामिल थे.
फिलहाल, गाजीपुर बॉर्डर पर भारी संख्या में पुलिस फोर्स तैनात है. समाजवादी पार्टी के डेलिगेशन में मौजूद सभी सांसद वापस दिल्ली लौट गए हैं. एसीपी स्वतंत्र कुमार सिंह ने डेलिगेशन के सभी लोगों के दिल्ली वापस लौटने की बात कही है.
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