बीजापुर: बस्तर में एक बार फिर जवानों को नक्सली मोर्चे पर बड़ी सफलता हाथ लगी है. जवानों ने संयुक्त रुप से कार्रवाई करते हुए 12 नक्सलियों को मार गिराया है. बीजापुर एसपी और दंतेवाड़ा डीआईजी के मुताबिक सुबह 6 बजे से एनकाउंटर पीडिया के जंगलों में चल रही थी. 12 घंटे से ज्यादा वक्त तक लगातार चली मुठभेड़ में 12 नक्सली ढेर हुए. एनकाउंटर खत्म होने क बाद जब इलाके की सर्चिंग की गई तब वहां से 12 माओवादियों के शव मिले. मारे गए सभी नक्सल हार्डकोर माओवादी हैं. मौके से बड़ी मात्रा में हथियार और गोला बारुद बरामद किया गया है. सीएम विष्णुदेव साय ने जवानों की कामयाबी पर उन्हें बधाई दी है. डिप्टी सीएम और गृह मंत्री विजय शर्मा ने भी जवानों को उनके ऑपरेशन के लिए शाबाशी दी है.
"बीजापुर में सुरक्षाबलों द्वारा मुठभेड़ में 12 नक्सलियों को मार गिराए जाने की खबर प्राप्त हुई है.निश्चित ही सुरक्षाबलों को मिली यह सफलता सराहनीय है.उनकी बहादुरी को सलाम करता हूं.नक्सलवाद के खिलाफ मजबूती से लड़ाई लड़ रही है डबल इंजन की सरकार प्रदेश से नक्सलवाद का खात्मा ही हमारा लक्ष्य है": विष्णुदेव साय, सीएम, छत्तीसगढ़
डिप्टी सीएम विजय शर्मा ने नक्सलियों से अपील है कि "नक्सलवाद का समाधान बातचीत से निकले. हर गांव तक विकास पहुंचे. बस्तर के लोगों को बंधक बनाकर क्यों रखा जाये, मुख्यधारा में शामिल होने के लिए हमारी सरकार बहुत अच्छी सुविधाएं देने को तैयार है.हिंसक तरीकों के बजाय समाधान खोजने के लिए सरकार से बातचीत करें. सरकार राज्य के हर गांव तक बहुत अच्छी सुविधाएं पहुंचाने के लिए तत्पर है."
12 माओवादी मारे गए: पुलिस को सूचना मिली थी कि पीडिया के जंगलों में बड़ी संख्या में माओवादी जमा है. नक्सली किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने के लिए बैठक कर रहे हैं. नक्सलियों की बैठक में बड़े माओवादी लीडर भी शामिल हैं. जवानों ने सूचना मिलने के बाद इलाके में मूव किया. जिस जगह पर नक्सलियों के मौजूद होन की खबर मिली थी उस जगह को जवानों ने चारों ओर से घेर लिया.
"माओवादियों की पीएलजीए (पीपुल्स लिबरेशन गुरिल्ला आर्मी) कंपनी नंबर 2 के कमांडर वेल्ला और गंगलूर एरिया कमेटी के सचिव दिनेश मोडियाम के साथ 100 से 150 कैडरों की जंगल में मौजूदगी की जानकारी के आधार पर ऑपरेशन शुरू किया गया. पिडिया के पास जंगल में सुबह करीब छह बजे दोनों पक्षों के बीच मुठभेड़ शुरू हुई और फिर क्षेत्र में विभिन्न स्थानों पर कई बार गोलीबारी हुई. मुठभेड़ खत्म होने के बाद घटनास्थल से 12 नक्सलियों के शव बरामद किए गए, उनकी पहचान अभी तक नहीं हो पाई है.मुठभेड़ स्थल से एक बैरल ग्रेनेड लॉन्चर (बीजीएल), एक 12 बोर बंदूक, एक देशी राइफल, बीजीएल गोले, भारी मात्रा में विस्फोटक, माओवादी वर्दी, बैग, दवाएं और नक्सली प्रचार सामग्री मिले हैं.इलाके में सर्चिंग अभियान जारी है": बीजापुर पुलिस
900 जवानों ने संभाला था मोर्चा: पीडिया के जंगल में माओवादियों के खात्मे के लिए 900 जवान पहुंचे थे. जवानों तय रणनीति के तहत जंगल को चारों ओर से घेरना शुरु कर दिया. जब फोर्स नक्सलियों के करीब पहुंची तब जवानों नक्सलियों पर गोलियों की बौछार कर दी. नक्सलियों की और से भी जवाबी गोलीबारी शुरु हो गई. नक्सली भी बड़ी संख्या में मौजूद थे. लिहाजा करीब 12 घंटे तक दोनों ओर से गोलियों की बारिश होती रही. नक्सलियों के पांव जब उखड़ने लगे तब वो घने जंगलों का सहारा लेकर भाग खड़े हुए.
जवानों ने की इलाके की सर्चिंग: मुठभेड़ खत्म होने के बाद जवानों ने पूरे इलाके में सघन सर्चिंग अभियान चलाया. सर्च ऑपरेशन में मारे गए 12 नक्सलियों के शव जंगलों में बिखरे मिले. मौके से जवानों को बीजीएल लॉन्चर, 12 बोर की बंदूक और गोला बारुद बरामद हुआ. मारे गए नक्सलियों के शवों की पहचान का काम शुरु हो चुका है. जल्द ही पुलिस मारे गए नक्सलियों की पहचान कर उनकी जानकारी मीडिया को साझा करेगी.
मुठभेड़ में दो जवान हुए जख्मी: नक्सलियों के साथ हुई मुठभेड़ में दो जवान भी जख्मी हुए हैं. दोनों जवानों की हालत खतरे से बाहर है. घायल जवानों में एक डीआरजी तो दूसरा एसटीएफ का जवान शामिल है. मुठभेड़ में डीआरजी, एसटीएफ और सीआरपीएफ के जवान शामिल थे. पूरे बस्तर में एंटी नक्सल ऑपरेशन चलाया जा रहा है. नक्सल ऑपरेशन के दौरान बड़ी संख्या में नक्सली मारे जा रहे हैं और सरेंडर भी कर रहे हैं.
जवानों ने नक्सलियों का कैंप किया ध्वस्त: जहां पर नक्सलियों के साथ मुठभेड़ हुई वहां पर माओवादियों का कैंप भी था.जवानों ने नक्सलियों के कैंप को जमींदोज कर दिया. नक्सलियों के डेड बॉडी को थाने पर रखा गया है सुबह शवों को बीजापुर मुख्यालय लाया जाएगा. जिला मुख्यालय पर शवों को लाने के बाद उसकी शिनाख्तगी का काम शुरु होगा.