रायपुर: बलरामपुर के डूमरखी जंगल से दो लोगों के शव पुलिस ने बरामद किए थे. बरामद शवों की पहचान सुजीत स्वर्णकार और किरण काशी के रुप में हुई थी. सुजीत स्वर्णकार की हत्या के विरोध में बलरामपुर बंद का भी आह्वान किया गया. बंद का मिला जुला असर भी सामने आया. युवक की हत्या को लेकर हिंदू संगठन के लोगों ने जांच की मांग की. प्रेस कांफ्रेस कर सरकार से कहा कि इस हत्याकांड की जांच अगर नहीं होती है तो हत्यारे आने वाले दिनों में किसी और की भी हत्या कर सकते हैं.
गृहमंत्री विजय शर्मा ने दिए एसआईटी जांच के आदेश: हत्याकांड की जांच के लिए अब गृहमंत्री के आदेश पर एसआईटी का गठन किया जाएगा. एसआईटी जांच के बाद सात दिनों के भीतर जांच रिपोर्ट सौंपनी होगी. सरगुजा रेंज के इंस्पेक्टर जनरल ऑफ पुलिस ने इसके निर्देश भी जारी कर दिए हैं. इस बात की जानकारी देते हुए उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा ने कहा कि ''एसआईटी का गठन किया गया है ताकि सही और निष्पक्ष जांच कि जा सके''.
''सुजीत स्वर्णकार और किरण काशी के शव बरामद हुए. हत्याकांड को लेकर कई बाते सामने आई हैं. पूरे मामले को लेकर कई तरह की विवादित बातें भी सामने आ रही थी. सरकार ने सरगुजा रेंज के पुलिस महानिरीक्षक के नेतृत्व में एक जांच टीम का गठन किया है. जल्द ही उसकी जांच पूरी होगी और दूध का दूध पानी का पानी हो जाएगा. 7 दिनों के भीतर रिपोर्ट देने के निर्देश भी दिए गए हैं.'' - विजय शर्मा, गृहमंत्री, छत्तीसगढ़
सात दिनों के भीतर देनी होगी रिपोर्ट: उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा ने बताया कि ''बलरामपुर विधायक और छत्तीसगढ़ के कृषि मंत्री राम विचार नेताम ने पत्र लिख कर एसआईटी गठन की मांग की थी. इसके बाद पदाधिकारियों से बात की गई. उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा ने बताया कि 9 सदस्यीय एसआईटी जांच दल का गठन किया गया है. जांच टीम में रतन सिंह सहायक पुलिस महानिदेशक प्रशासन रायपुर सहित वरिष्ठ अफसर शामिल होंगे.