नई दिल्ली: मौसम विज्ञान विभाग ने उत्तर भारत के कई राज्यों में लू का कहर जारी रहने का अनुमान जताया है. इसमें खासकर पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, पश्चिम राजस्थान के कई इलाकों, पश्चिम उत्तर प्रदेश, पूर्वी राजस्थान और उत्तर-पश्चिम मध्य प्रदेश के कुछ हिस्सों में 21 से 24 मई के दौरान लू का प्रकोप रहने का अनुमान है.
इसी तरह पहाड़ी राज्यों हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड, पूर्वी मध्य प्रदेश, ओडिशा, गुजरात, सौराष्ट्र, कच्छ और विदर्भ के हिस्सों में भी 25 मई तक लू चलने की संभावना है. आईएमडी ने 25 मई तक पश्चिमी उत्तर प्रदेश, गुजरात और राजस्थान में रात के समय मौसम गर्म रहने की भी भविष्यवाणी की है. यहां ध्यान देने वाली बात यह है कि उत्तर भारत में पिछले कुछ दिनों से अत्यधिक गर्मी पड़ रही है और दिल्ली, राजस्थान और पंजाब सहित कुछ स्थानों पर अधिकतम तापमान 46 डिग्री सेल्सियस के पार पहुंच गया.
सोमवार को राष्ट्रीय राजधानी के नजफगढ़ में तापमान 47.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि राजस्थान, हरियाणा, दिल्ली, चंडीगढ़ और उत्तर प्रदेश के बड़े हिस्सों में यह 45 डिग्री सेल्सियस से ऊपर रहा. गर्मी और उसके प्रभाव को देखते हुए मौसम कार्यालय ने पिछले सप्ताह कमजोर लोगों के लिए अत्यधिक देखभाल करने पर जोर दिया गया.
इसमें कहा गया है कि सभी उम्र के लोगों में गर्मी की बीमारी और हीट स्ट्रोक होने की बहुत अधिक संभावना है. शिशुओं, बुजुर्गों और पुरानी बीमारियों वाले कमजोर व्यक्तियों के लिए यह एक स्वास्थ्य चिंता का विषय है. मौसम कार्यालय के अनुसार, 21-22 मई को पूर्वी उत्तर प्रदेश, हिमाचल प्रदेश, गुजरात, उत्तर-पूर्व के अलग-अलग हिस्सों में लू की स्थिति रहने की संभावना है.
21-24 मई के बीच मध्य प्रदेश, 21-23 मई के दौरान ओडिशा और 22-24 मई के दौरान जम्मू संभाग और विदर्भ में ऐसी ही संभावना है. यहां यह ध्यान रखना उचित है कि आईएमडी लू की घोषणा तब करता है जब मैदानी इलाकों में अधिकतम तापमान 40 डिग्री सेल्सियस और पहाड़ी क्षेत्रों में कम से कम 30 डिग्री सेल्सियस या उससे अधिक हो जाता है.
इन राज्यों में बारिश के आसार: आईएमडी के अनुसार अगले 2 दिनों के दौरान दक्षिणपूर्व अरब सागर के कुछ हिस्सों, मालदीव के कुछ और हिस्सों, कोमोरिन क्षेत्र और दक्षिण बंगाल की खाड़ी और अंडमान और निकोबार द्वीप समूह और अंडमान सागर के कुछ और हिस्सों में दक्षिण-पश्चिम मानसून के आगे बढ़ने के लिए परिस्थितियाँ अनुकूल हैं.
इसी तरह मौसम कार्यालय के अनुसार 22 मई के आसपास बंगाल की दक्षिण-पश्चिम खाड़ी के ऊपर निम्न दबाव प्रणाली विकसित होने की भविष्यवाणी की गई है. 24 मई की सुबह तक इसके उत्तर-पूर्व की ओर बढ़ने की उम्मीद है. आईएमडी ने कहा कि मौसम के इस पैटर्न से 24 और 25 मई को उत्तरी ओडिशा और गंगीय पश्चिम बंगाल में अलग-अलग स्थानों पर भारी से बहुत भारी वर्षा होने की उम्मीद है. इसमें आगे कहा गया है कि आंध्र प्रदेश में हल्की से मध्यम बारिश की संभावना है.
मछुआरों के लिए सलाह: मछुआरों को सलाह दी गई है कि वे 23 मई से मध्य बंगाल की खाड़ी में और 24 मई से उत्तरी बंगाल की खाड़ी में न जाए. 21-24 मई के दौरान मन्नार की खाड़ी, कोमोरिन और मालदीव क्षेत्रों में न जाएं. समुद्र में गए मछुआरों को 23 मई से पहले तट पर लौटने की सलाह दी गई है. इसके अलावा मछुआरों को सलाह दी गई है कि वे 21-23 मई के दौरान कर्नाटक, तमिलनाडु, पुदुचेरी और कराईकल और लक्षद्वीप तटों पर और 21-24 मई के दौरान केरल और अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के तटों पर न जाएं. यह 24-25 मई को उत्तरी ओडिशा और गंगीय पश्चिम बंगाल में अलग-अलग स्थानों पर भारी से बहुत भारी वर्षा की भी भविष्यवाणी करता है.