श्रीनगर: जम्मू कश्मीर के कोटरंका स्थित बुधाल गांव में कथित तौर पर अज्ञात बीमारी के कारण सात लोगों की दुखद मौत हो गई. इस घटना पर मंत्री सकीना इटू और जावेद अहमद राणा ने प्रतिक्रिया दी है. साथ उन्होंने रविवार को स्थिति का आकलन करने और राहत उपायों में तेजी लाने के लिए कोटरंका का दौरा किया.
मंत्रियों ने एक उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की, जिसमें स्वास्थ्य और चिकित्सा शिक्षा सचिव डॉ सैयद आबिद रशीद शाह सहित वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए. स्वास्थ्य और चिकित्सा शिक्षा मंत्री सकीना इटू ने स्थानीय हेल्थ सर्विस सिस्टम को मजबूत करने की तत्काल आवश्यकता पर बल दिया.
उन्होंने कहा, "हम इस त्रासदी के मूल कारण की पहचान करने और उसे दूर करने के लिए हर संभव उपाय कर रहे हैं. लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कोटरंका में मेडिकल टीम तैनात करने, भोजन और दूध के नमूनों की जांच करने और एडवांस डायग्नोस्टिक फैसेलिटीज स्थापित करने जैसे तत्काल कदम उठाए जा रहे हैं."
उन्होंने कोटरंका में एमआरआई सुविधा की स्थापना का निर्देश दिया और सोशल डिस्टेंसिंग को लागू करने, फोरेंसिक जांच में तेजी लाने और निगरानी प्रयासों को बढ़ाने की आवश्यकता पर भी जोर दिया.
मोबाइल मेडिकल यूनिट आवंटित करने की घोषणा
वहीं, जनजातीय मामलों के मंत्री जावेद अहमद राणा ने राजौरी और पुंछ जिलों के लिए दो मोबाइल मेडिकल यूनिट आवंटित करने की घोषणा की, जिनकी लागत जनजातीय मामलों के विभाग के तहत 1 करोड़ रुपये होगी. उन्होंने कहा, "ये एमएमयू निदान, ट्रीटमेंट और प्रीवेंटिग केयर सहित आवश्यक स्वास्थ्य सेवाएं सीधे वंचित क्षेत्रों में उपलब्ध कराएंगे. सुलभ स्वास्थ्य सेवा सुनिश्चित करना हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है."
उन्होंने वन विभाग को चेक डैम के माध्यम से जल संरक्षण के लिए एक व्यापक प्रस्ताव तैयार करने का भी निर्देश दिया, जिसका उद्देश्य दीर्घकालिक जल प्रबंधन चुनौतियों का समाधान करना है. इसके अतिरिक्त, उन्होंने प्रभावित क्षेत्रों में तत्काल जल गुणवत्ता परीक्षण के आदेश दिए.
जांच के लिए केंद्रीय टीम पहुंची
अज्ञात बीमारी के कारण की पहचान करने में सहायता के लिए राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र (NCDC), PGIMER चंडीगढ़ और ICMR की एक सेंट्रल एक्सपर्ट की टीम को राजौरी भेजा गया है.
व्यापक निगरानी और चिकित्सा सहायता
स्वास्थ्य सचिव डॉ आबिद रशीद शाह ने बैठक में जीएमसी राजौरी, जम्मू और एसएमजीएस अस्पताल में त्वरित प्रतिक्रिया टीमों, विशेष स्वास्थ्य शिविरों और आइसोलेशन वार्डों की तैनाती सहित मजबूत हस्तक्षेपों के बारे में जानकारी दी. उन्होंने कहा, "हम यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि बीमारी के किसी भी प्रसार से निपटने के लिए पर्याप्त रसद, दवाएं और एम्बुलेंस उपलब्ध हों."
उपायुक्त राजौरी अभिषेक शर्मा ने घटनाओं की विस्तृत समय-सीमा प्रदान की और निगरानी, प्रयोगशाला परीक्षण और पर्यावरण जांच में प्रयासों की रूपरेखा प्रस्तुत की. उन्होंने बताया कि घर-घर जाकर अभियान चलाकर 3,145 से अधिक व्यक्तियों का सर्वे किया गया है और प्रभावित क्षेत्रों में 384 विशेष स्वास्थ्य शिविर आयोजित किए गए हैं.
बुधाल के विधायक जावेद इकबाल चौधरी ने सरकार और जिला प्रशासन की त्वरित प्रतिक्रिया की सराहना की. बता दें कि बैठक में एसएसपी राजौरी गौरव सिकरवार, एडीडीसी राजौरी डॉ राज कुमार थापा, निदेशक स्वास्थ्य सेवाएं जम्मू डॉ राकेश मंगोत्रा और प्रिंसिपल जीएमसी राजौरी एएस भाटिया सहित अन्य प्रमुख अधिकारी मौजूद रहे.