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पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एलंगोवन का निधन, स्टालिन ने जताया शोक - EVKS ELANGOVAN PASSES AWAY

पूर्व केंद्रीय मंत्री ईवीकेएस एलंगोवन का 75 साल की उम्र में निधन हो गया. कांग्रेस नेताओं ने उनके निधन पर गहरा दुख जताया है.

EVKS Elangovan Passes Away
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एलंगोवन का निधन (ETV Bharat)
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By ETV Bharat Hindi Team

Published : Dec 14, 2024, 8:03 PM IST

चेन्नई: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री ईवीकेएस एलंगोवन का शनिवार (14 दिसंबर) को चेन्नई के एमआईओटी अस्पताल में आयु संबंधी बीमारियों के कारण निधन हो गया. वह 75 साल के थे.

इरोड पूर्वी विधानसभा क्षेत्र से विधायक रहे एलंगोवन का स्वास्थ्य पिछले एक महीने से खराब था. उन्हें 11 नवंबर को यहां एक अस्पताल में भर्ती कराया गया था. वहीं, तमिलनाडु प्रदेश कांग्रेस समिति के अध्यक्ष के. सेल्वापेरुन्थगई ने एलंगोवन के निधन को ‘‘बड़ी क्षति’’ करार दिया. सेल्वापेरुन्थगई के मुताबिक, एलंगोवन एक मुखर व्यक्ति थे और उनका निधन उनके परिवार, कांग्रेस पार्टी और व्यक्तिगत रूप से उनके लिए एक अपूरणीय क्षति है.

दूसरी तरफ पूर्व केंद्रीय मंत्री एलंगोवन के निधन पर दुख प्रकट करते हुए तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन ने कहा कि, एलंगोवन प्रभावशाली पेरियार परिवार से थे, जो तमिलनाडु के सामाजिक-राजनीतिक इतिहास में अपनी गहरी जड़ों के लिए जाना जाता है. वह ईवीके संपत के बेटे थे, जो एक प्रमुख द्रविड़ नेता और प्रतिष्ठित समाज सुधारक पेरियार ईवी रामासामी के भतीजे थे.

स्टालिन ने अपने शोक संदेश में कहा, "अपने प्यारे बेटे और इरोड पूर्वी के पूर्व विधायक थिरुमहान एवरा की मौत के बाद से मित्र एलंगोवन बहुत दुखी थे. हालांकि, उन्होंने उपचुनाव लड़ा और जीता व अपनी चिंताओं के बावजूद लोगों की सेवा की."

इस साल जनवरी में एलंगोवन के बेटे ई थिरुमहान इवेरा (जो उस समय इरोड पूर्वी विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते थे) का 46 वर्ष की आयु में इरोड में हर्ट अटैक से निधन हो गया था. 27 फरवरी, 2023 को हुए उपचुनाव में एलंगोवन विधायक चुने गए.

एलंगोवन में अपने शुरुआती राजनीतिक जीवन में कांग्रेस के आंदोलन में पूरी तरह शामिल रहे और उन्होंने तमिलनाडु में पार्टी की मजबूती के लिए कड़ी मेहनत की तथा कांग्रेस को एक अद्वितीय आंदोलन में तब्दील कर दिया. पीएमके संस्थापक एस रामदास ने यहां एक बयान में कहा कि एलंगोवन, (जिन्होंने तमिलनाडु में बहुत ही महत्वपूर्ण समय के दौरान कांग्रेस की बागडोर संभाली और इसे मजबूत किया) के पट्टाली मक्कल काची (पीएमके) के साथ घनिष्ठ संबंध थे और उनके लिए उनके मन में बहुत सम्मान है.

वीसीके प्रमुख थोल थिरुमावलवन ने कहा कि, एलंगोवन का निधन उनके लिए व्यक्तिगत रूप से बड़ी त्रासदी है. तमिलनाडु और कर्नाटक के लिए भाजपा के राष्ट्रीय सह-प्रभारी पोंगुलेटी सुधाकर रेड्डी ने एलंगोवन के निधन पर शोक व्यक्त किया. रेड्डी ने कहा कि दमनकारी शासन के खिलाफ खड़े होने और लोगों के कल्याण के लिए लड़ने के लिए एलंगोवन के साहसी और अथक प्रयासों को हमेशा याद किया जाएगा. उन्होंने कहा कि उनकी विरासत, नेतृत्व और प्रतिबद्धता का एक शानदार उदाहरण है.

ये भी पढ़ें: कर्नाटक: पूर्व सीएम और पूर्व विदेश मंत्री एसएम कृष्णा का निधन, पीएम मोदी ने किया याद

चेन्नई: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री ईवीकेएस एलंगोवन का शनिवार (14 दिसंबर) को चेन्नई के एमआईओटी अस्पताल में आयु संबंधी बीमारियों के कारण निधन हो गया. वह 75 साल के थे.

इरोड पूर्वी विधानसभा क्षेत्र से विधायक रहे एलंगोवन का स्वास्थ्य पिछले एक महीने से खराब था. उन्हें 11 नवंबर को यहां एक अस्पताल में भर्ती कराया गया था. वहीं, तमिलनाडु प्रदेश कांग्रेस समिति के अध्यक्ष के. सेल्वापेरुन्थगई ने एलंगोवन के निधन को ‘‘बड़ी क्षति’’ करार दिया. सेल्वापेरुन्थगई के मुताबिक, एलंगोवन एक मुखर व्यक्ति थे और उनका निधन उनके परिवार, कांग्रेस पार्टी और व्यक्तिगत रूप से उनके लिए एक अपूरणीय क्षति है.

दूसरी तरफ पूर्व केंद्रीय मंत्री एलंगोवन के निधन पर दुख प्रकट करते हुए तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन ने कहा कि, एलंगोवन प्रभावशाली पेरियार परिवार से थे, जो तमिलनाडु के सामाजिक-राजनीतिक इतिहास में अपनी गहरी जड़ों के लिए जाना जाता है. वह ईवीके संपत के बेटे थे, जो एक प्रमुख द्रविड़ नेता और प्रतिष्ठित समाज सुधारक पेरियार ईवी रामासामी के भतीजे थे.

स्टालिन ने अपने शोक संदेश में कहा, "अपने प्यारे बेटे और इरोड पूर्वी के पूर्व विधायक थिरुमहान एवरा की मौत के बाद से मित्र एलंगोवन बहुत दुखी थे. हालांकि, उन्होंने उपचुनाव लड़ा और जीता व अपनी चिंताओं के बावजूद लोगों की सेवा की."

इस साल जनवरी में एलंगोवन के बेटे ई थिरुमहान इवेरा (जो उस समय इरोड पूर्वी विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते थे) का 46 वर्ष की आयु में इरोड में हर्ट अटैक से निधन हो गया था. 27 फरवरी, 2023 को हुए उपचुनाव में एलंगोवन विधायक चुने गए.

एलंगोवन में अपने शुरुआती राजनीतिक जीवन में कांग्रेस के आंदोलन में पूरी तरह शामिल रहे और उन्होंने तमिलनाडु में पार्टी की मजबूती के लिए कड़ी मेहनत की तथा कांग्रेस को एक अद्वितीय आंदोलन में तब्दील कर दिया. पीएमके संस्थापक एस रामदास ने यहां एक बयान में कहा कि एलंगोवन, (जिन्होंने तमिलनाडु में बहुत ही महत्वपूर्ण समय के दौरान कांग्रेस की बागडोर संभाली और इसे मजबूत किया) के पट्टाली मक्कल काची (पीएमके) के साथ घनिष्ठ संबंध थे और उनके लिए उनके मन में बहुत सम्मान है.

वीसीके प्रमुख थोल थिरुमावलवन ने कहा कि, एलंगोवन का निधन उनके लिए व्यक्तिगत रूप से बड़ी त्रासदी है. तमिलनाडु और कर्नाटक के लिए भाजपा के राष्ट्रीय सह-प्रभारी पोंगुलेटी सुधाकर रेड्डी ने एलंगोवन के निधन पर शोक व्यक्त किया. रेड्डी ने कहा कि दमनकारी शासन के खिलाफ खड़े होने और लोगों के कल्याण के लिए लड़ने के लिए एलंगोवन के साहसी और अथक प्रयासों को हमेशा याद किया जाएगा. उन्होंने कहा कि उनकी विरासत, नेतृत्व और प्रतिबद्धता का एक शानदार उदाहरण है.

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