नारायणपुर: नक्सलियों के खात्मे के लिए बस्तर में सिलसिलेवार तरीके से एंटी नक्सल ऑपरेशन चलाया जा रहा है. नारायणपुर पुलिस ने भी माओवादियों को खत्म करने के लिए जिले में माड़ बचाओ अभियान चलाया है. अभियान की शुरुआती दौर में ही बड़ी सफलता हाथ लगी है. सुरक्षा बलों ने मुठभेड़ के दौरान माड़ डिविजन में पांच नक्सलियों को ढेर कर दिया है. मारे गए नक्सल सभी हार्डकोर माओवादी थे. नक्सलियों के पास से बड़ी संख्या में हथियार बरामद हुए हैं.
नक्सल विरोधी "माड़ बचाओ अभियान" में 5 नक्सली ढेर: नक्सलियों के गढ़ कहे जाने वाले माड़ डिविजन में पांच नक्सलियों के मारे जाने से जवानों के हौसले काफी बुलंद हैं. पुलिस के मुताबिक माड़ डिविजन के कुतल एरिया कमेटी में जवान सर्चिंग पर निकले. सर्च ऑपरेशन के दौरान फोर्स जब हिकुलनार और घमंडी ग्राम के जंगलों में पहुंची तो नक्सलियों के साथ उनका एनकाउंटर हुआ. 72 घंटे तक चले अभियान के दौरान फोर्स ने पांच नक्सलियों को ढेर किया. मारे गए सभी नक्सिलयों की पहचान कर ली गई है. सभी पीएलजी के सदस्य थे.
माओवादियों के खिलाफ संयुक्त अभियान: संयुक्त अभियान में नारायणपुर, कोंडागांव, दंतेवाडा, जगदलपुर जिलो के एलिट फोर्सेस डीआरजी और एसटीएफ, बीएसएफ, आईटीबीपी के जवान शामिल रहे. मुठभेड़ के बाद मौके से एक रायफल, लोडिंग गन, बीजीएल लॉन्चर मिले हैं. इसके साथ ही घटनास्थल से बड़ी मात्रा में हथियार और विस्फोटक बरामद हुए हैं. फोर्स की ओर से दावा किया गया है कि एनकाउंटर में कई नक्सली बुरी तरह से जख्मी भी हुए हैं.
60 दिनों से चल रहा अभियान: 60 दिनों के अंदर नारायणपुर पुलिस के नक्सल विरोधी माड़ बचाओ अभियान को पांचवी बड़ी सफलता मिली है. फोर्स का दावा है कि आने वाले वक्त में जल्द ही बस्तर नक्सलवाद से मुक्त होगा. बीते चा महीनों से नक्सल विरोधी अभियान माड़ बचाओ अभियान चलाया जा रहा है. अभियान के दौरान ही जवानों को सूचना मिली थी कि नारायणपुर के माड़ डिविजन में बड़े नक्सली बैठक कर रहे हैं. फोर्स ने मौके पर पुहंचकर अभियान चलाया और नक्सलियों को ढेर कर दिया. मुठभेड़ 30 जून को शाम करीब 5 बजे हुई थी. नक्सलियों की कोशिश थी कि जवानों को नुकसान पहुंचाया जाए और हथियार लूट लिए जाएं.
विकास की राह में रोड़ा हैं माओवादी: दशकों से नक्सली बस्तर के विकास में रोड़ा बनकर खड़े हैं. केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने भी साफ किया है किया है कि ''नक्सली या तो हथियार डालें या फिर गोली खाने के लिए तैयार रहें.'' खुद प्रदेश के डिप्टी सीएम और गृहमंत्री विजय शर्मा ने भी कई मौकों पर नक्सलियों से हथियार डालने की अपील की है. लगातार चल रहे ऑपरेशन के दौरान अबतक सैकड़ों नक्सली मारे जा चुके हैं, सरेंडर करने वाले नक्सलियों की संख्या भी हर दिन बढ़ती जा रही है.