नई दिल्ली/नोएडा: स्क्रैप माफिया रवि काना और उसकी महिला साथी काजल झा को थाईलैंड से गिरफ्तार किया गया है. सूत्रों की मानें तो केंद्रीय जांच एजेंसी ने दोनों को गिरफ्तार किया है. रवि काना को भारत के विभिन्न जगहों पर नोएडा पुलिस तलाश रही थी. उसकी गिरफ्तारी की सूचना है, लेकिन अभी तक गौतमबुद्ध नगर कमिश्नरी की पुलिस ने आधिकारिक पुष्टि नहीं है. रवि काना के खिलाफ पुलिस 500 पेज की चार्जशीट दाखिल कर चुकी है.
काना पर आरोप है कि उसने नोएडा के जीआईपी मॉल में नौकरी दिलाने के नाम पर एक लड़की के साथ अपने साथियों के साथ मिलकर गैंगरेप किया. वह स्क्रैप का अवैध कारोबार बड़े पैमाने पर करता था. इसके चलते उसके ऊपर गैंगस्टर एक्ट भी लगा है. जानकारी के अनुसार, रवि काना ने अवैध रूप से चल और अचल संपत्तियां बनाई है. उसकी करोड़ों की संपत्ति अब तक पुलिस कुर्क कर चुकी है. इस मामले की जांच नोएडा के थाना सेक्टर 39 पुलिस और ग्रेटर नोएडा के थाना नॉलेज पार्क पुलिस कर रही हैं.
बता दें, स्क्रैप माफिया रवि काना और उसके गिरोह के खिलाफ ग्रेटर नोएडा के थाना बीटा दो में 16 सदस्यों के खिलाफ गैंगस्टर का मामला दर्ज किया गया था. पुलिस ने कार्रवाई करते हुए इस गिरोह के एक दर्जन से ज्यादा आरोपियों को गिरफ्तार किया है. वहीं, बीते महीने रवि काना की पत्नी मधु को भी पुलिस ने दिल्ली एयरपोर्ट से गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था. इस गिरोह का सरगना रवि और उसकी महिला मित्र काजल झा है.
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कौन है स्क्रैप माफिया रवि काना: रवि काना ग्रेटर नोएडा के दादूपुर गांव का रहने वाला है. रवि का छोटा भाई हरेंद्र प्रधान था, जिसकी 2005 में सुंदर भाटी गिरोह द्वारा हत्या कर दी गई थी. हरेंद्र नागर हत्याकांड के बाद स्क्रैप और सरिया तस्करी के अवैध कारोबार की डोर रवि काना ने संभाली थी. हरेंद्र नागर की हत्या के बाद रवि ने सरकार से सुरक्षा की मांग की, जिसके बाद पुलिस द्वारा सुरक्षा मुहैया कराई गई. इसके बाद रवि काना ने सरकार द्वारा मिली हुई सुरक्षा का दुरुपयोग करते हुए स्क्रैप और सरिया तस्करी के अवैध कारोबार को बढ़ाता चला गया.