नई दिल्ली: हाल में संपन्न हुए लोकसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक रणनीतिकार प्रशांत किशोर की गई भविष्यवाणी गलत साबित हुईं. हालांकि, उनकी यह बात सच साबित हुई कि मोदी प्रधानमंत्री के रूप में फिर से लौटेंगे. इस बीच उन्होंने शुक्रवार को दावा किया कि अगर भारतीय जनता पार्टी (BJP) इस साल के अंत में होने वाले हरियाणा, झारखंड और महाराष्ट्र विधानसभा में हारती है तो वह केंद्र में अपनी सरकार बचा नहीं सकेगी.
एक न्यूज चैनल को दिए इंटरव्यू में उन्होंने कहा, 'बीजेपी को तीन राज्यों में होने वाले चुनाव में से कम से कम दो राज्यों में जीत हासिल करनी होगी. अगर वह तीनों राज्यों में हार जाती है, तो वह केंद्र में अपनी गठबंधन सरकार को बचा नहीं पाएगी.'
जब उनसे पूछा गया कि क्या दिल्ली में सरकार को खतरा होगा, तो उन्होंने कहा, 'मैं यह नहीं कह सकता कि सरकार नहीं चल पाएगी, लेकिन मुझे लगता है कि इंडिया ब्लॉक के नेताओं ने इसे समझ लिया है, यही वजह है कि उन्होंने कहा है कि - वे सही समय पर निर्णय लेंगे.'
तीनों राज्यों पर ध्यान करें केंद्रित
प्रशांत किशोर ने कहा कि अगर आप विपक्ष में हैं तो मेरी ख्याल से आपको सब कुछ छोड़कर इन तीनों राज्यों पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए और अगर आप बीजेपी हैं, तो चाहे कुछ भी हो जाए, आपको तीन में से कम से कम दो राज्यों को बचाना होगा. अगर उन्हें नहीं बचाया गया, तो आप आंतरिक असंतोष और सहयोगियों को भागते हुए देखेंगे.
गठबंधन सहयोगियों में पैदा हो सकता है असंतोष
किशोर ने हालांकि स्पष्ट किया कि आंतरिक असंतोष गठबंधन सहयोगियों में हो सकता है. अगर उन्हें (सहयोगी) लगता है कि बीजेपी चुनाव नहीं जीत सकती, तो लोग अन्य विकल्पों पर विचार करना शुरू कर देंगे. अब, लोगों को लगता है कि वे (मोदी) हारे हुए हैं, लेकिन बाहर नहीं हुए हैं.
बता दें कि बीजेपी लोकसभा चुनावों में बहुमत पाने में नाकाम रही और यह केंद्र में नीतीश कुमार की जेडीयू, चंद्रबाबू नायडू की टीडीपी और एकनाथ शिंदे की शिवसेना जैसे गठबंधन सहयोगियों पर निर्भर है.