नई दिल्ली: ईशा फाउंडेशन के संस्थापक और आध्यामिक गुरु सद्गुरु जग्गी वासुदेव को ब्रेन सर्जरी के बाद बुधवार को डिस्चार्ज कर दिया गया. अस्पताल की ज्वाइंट मैनेजिंग डायरेक्टर ने डॉ. संगीता रेड्डी ने बताया कि डॉक्टरों ने सद्गुरु की रिकवरी पर संतुष्टी जताई है. रिकवरी के समय भी उन्होंने अपना जज्बा कायम रखा. उनकी लोगों की भलाई के प्रति प्रतिबद्धता, तेज दिमाग और ह्यूमर बरकरार है. मुझे लगता है कि उनके स्वास्थ्य के बारे में जानने को उत्साहित लोगों के लिए यह खुशखबरी है.
फाउंडेशन की तरफ से सद्गुरु के प्रति लोगों के प्यार और सपोर्ट के लिए धन्यवाद भी दिया गया. बता दें, बीते 17 मार्च को सद्गुरु को चेतना के स्तर में कमी, और पैरों में कमजोरी की शिकायत सामने आई थी. इसके बाद उन्हें अस्पताल ले जाया गया था, जहां डॉ. विनीत सूरी, डॉ. प्रणव कुमार, डॉ. सुधीर त्यागी और डॉ. एस. चटर्जी द्वारा उनके मस्तिष्क में हो रहे रक्तस्त्राव को रोकने के लिए सर्जरी की गई थी.
यह भी पढ़ें-सद्गुरु जग्गी वासुदेव की अपोलो अस्पताल में हुई ब्रेन सर्जरी
ईशा फाउंडेशन की तरफ से आगे बताया गया कि सर्जरी के पहले सद्गुरु को डॉ. विनीत त्यागी ने एमआरआई कराने की सलाह दी. इस जांच में उनके मस्तिष्क में रक्तस्त्राव होने की बात सामने आई थी. बाद में विदेश मंत्री एस जयशंकर और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सद्गुरु के लिए 'एक्स' (पूर्व में ट्विटर) पर पोस्ट कर उनके जल्द से जल्द ठीक होने की कामना की थी.
यह भी पढ़ें-खराब लैपटॉप का रिफंड देने में लगाया डेढ़ साल का समय, उपभोक्ता अदालत ने अमेजॉन पर लगाया इतने का जुर्माना