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गणतंत्र दिवस : अटारी वाघा बॉर्डर पर बीटिंग रिट्रीट समारोह में दिखा देशभक्ति का उत्साह

अटारी-वाघा सीमा पर रिट्रीट समारोह झंडा उतारने के समारोह का प्रतीक है. भारत और पाकिस्तान दोनों सूर्यास्त से ठीक पहले एक साथ अपने-अपने राष्ट्रीय झंडे उतारते हैं. पढ़ें पूरी खबर...

अटारी वाघा बॉर्डर पर बीटिंग रिट्रीट समारोह में दिखा देशभक्ति का उत्साह
Beating Retreat ceremony at Attari Wagah Border
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By ETV Bharat Hindi Team

Published : Jan 26, 2024, 8:01 PM IST

अमृतसर : 26 जनवरी 2024 को अमृतसर स्थित अटारी-वाघा बॉर्डर पर आयोजित होने वाले बीटिंग रिट्रीट समारोह ने एक बार फिर से भारत के लोगों के दिलों में देशभक्ति का अलख जगा दिया है. लयबद्ध ताल और देशभक्ति की धुनों के साथ हजारों दर्शकों के बीच अमृतसर में अटारी-वाघा सीमा पर शानदार बीटिंग रिट्रीट समारोह ने गणतंत्र दिवस 2024 समारोह के समापन को चिह्नित किया. अटारी-वाघा सीमा पर रिट्रीट समारोह झंडा उतारने के समारोह का प्रतीक है. भारत और पाकिस्तान दोनों सूर्यास्त से ठीक पहले एक साथ अपने-अपने राष्ट्रीय झंडे उतारते हैं.

इस समारोह की शुरुआत भव्य तिरंगे को फहराकर हुआ, जिसने सीमा पर उपस्थित हजारों दर्शकों के दिलों को गौरवान्वित कर दिया. भारतीय सेना के जवानों की अनुशासित कतारबद्ध चाल, शानदार पोशाक और कभी नहीं टूटने वाला उत्साह ने वातावरण को देशभक्ति के रंग में रंग दिया. इधर, पाकिस्तानी सेना के जवानों ने भी अपने जज्बे का जबरदस्त प्रदर्शन किया. दोनों सेनाओं के जवानों के बीच अनुशासनबद्ध तरीके से मार्च और टकराते कदमों का यह नजारा काफी अनोखा था, जो सेना की ताकत और राष्ट्रीय गौरव का प्रतीक था.

अटारी-वाघा बॉर्डर पर बीटिंग रिट्रीट कार्यक्रम गणतंत्र दिवस का एक महत्वपूर्ण हिस्सा होता है. यह कार्यक्रम केवल सेना की शक्ति का प्रदर्शन नहीं है, बल्कि यह बॉर्डर पार दो पड़ोसी देशों के बीच मानवता और आपसी सम्मान का भी प्रतीक है. यह कार्यक्रम हर साल लाखों दर्शकों को काफी आकर्षित करता है और उन्हें राष्ट्रीय गौरव से भर देता है. इस साल का कार्यक्रम भी उसी उत्साह और उमंग के साथ मनाया गया है. भारतीय सेना के जवानों के कभी ना टूटने वाले हौसले और देशभक्ति के जज्बे ने फिर से यह साबित कर दिया कि हम भारतीय हमेशा अपने वतन की रक्षा के लिए किसी भी परिस्थिति में खड़े रहेंगे.

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अमृतसर : 26 जनवरी 2024 को अमृतसर स्थित अटारी-वाघा बॉर्डर पर आयोजित होने वाले बीटिंग रिट्रीट समारोह ने एक बार फिर से भारत के लोगों के दिलों में देशभक्ति का अलख जगा दिया है. लयबद्ध ताल और देशभक्ति की धुनों के साथ हजारों दर्शकों के बीच अमृतसर में अटारी-वाघा सीमा पर शानदार बीटिंग रिट्रीट समारोह ने गणतंत्र दिवस 2024 समारोह के समापन को चिह्नित किया. अटारी-वाघा सीमा पर रिट्रीट समारोह झंडा उतारने के समारोह का प्रतीक है. भारत और पाकिस्तान दोनों सूर्यास्त से ठीक पहले एक साथ अपने-अपने राष्ट्रीय झंडे उतारते हैं.

इस समारोह की शुरुआत भव्य तिरंगे को फहराकर हुआ, जिसने सीमा पर उपस्थित हजारों दर्शकों के दिलों को गौरवान्वित कर दिया. भारतीय सेना के जवानों की अनुशासित कतारबद्ध चाल, शानदार पोशाक और कभी नहीं टूटने वाला उत्साह ने वातावरण को देशभक्ति के रंग में रंग दिया. इधर, पाकिस्तानी सेना के जवानों ने भी अपने जज्बे का जबरदस्त प्रदर्शन किया. दोनों सेनाओं के जवानों के बीच अनुशासनबद्ध तरीके से मार्च और टकराते कदमों का यह नजारा काफी अनोखा था, जो सेना की ताकत और राष्ट्रीय गौरव का प्रतीक था.

अटारी-वाघा बॉर्डर पर बीटिंग रिट्रीट कार्यक्रम गणतंत्र दिवस का एक महत्वपूर्ण हिस्सा होता है. यह कार्यक्रम केवल सेना की शक्ति का प्रदर्शन नहीं है, बल्कि यह बॉर्डर पार दो पड़ोसी देशों के बीच मानवता और आपसी सम्मान का भी प्रतीक है. यह कार्यक्रम हर साल लाखों दर्शकों को काफी आकर्षित करता है और उन्हें राष्ट्रीय गौरव से भर देता है. इस साल का कार्यक्रम भी उसी उत्साह और उमंग के साथ मनाया गया है. भारतीय सेना के जवानों के कभी ना टूटने वाले हौसले और देशभक्ति के जज्बे ने फिर से यह साबित कर दिया कि हम भारतीय हमेशा अपने वतन की रक्षा के लिए किसी भी परिस्थिति में खड़े रहेंगे.

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