श्रीनगर: कश्मीर में भीषण गर्मी की लहर चल रही है, जिससे कई स्थानों पर तापमान अभूतपूर्व रूप से बढ़ गया है. अधिकारियों के अनुसार, श्रीनगर में बुधवार को दो दशकों में सबसे गर्म जुलाई का दिन रहा, जब पारा 35.6 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया.
प्रसिद्ध पर्यटन स्थल कोकरनाग में अब तक का सबसे अधिक जुलाई का तापमान 33.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो 8 जुलाई, 1993 को दर्ज किए गए 33.0 डिग्री के पिछले रिकॉर्ड को पार कर गया. कश्मीर के प्रवेशद्वार काजीगुंड में 34.4 डिग्री सेल्सियस के साथ दूसरा सबसे गर्म जुलाई का दिन दर्ज किया गया, जो 11 जुलाई, 1988 को दर्ज किए गए 34.5 डिग्री के सर्वकालिक उच्च तापमान से थोड़ा कम है.
एक लोकप्रिय स्की रिसॉर्ट गुलमर्ग में 11 वर्षों में सबसे गर्म जुलाई का दिन रहा, जहां तापमान 25.7 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया. यह 14 जुलाई 1969 को दर्ज 29.4 डिग्री के रिकॉर्ड से अभी भी कम है. श्रीनगर में 35.6 डिग्री सेल्सियस का तापमान 9 जुलाई 1999 के बाद सबसे ज़्यादा था, जब यह 37.0 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया था. जुलाई में शहर का अब तक का सबसे ज़्यादा तापमान 38.3 डिग्री सेल्सियस 10 जुलाई 1946 को दर्ज किया गया था. बुधवार की गर्मी ने श्रीनगर को दिल्ली, अलीगढ़, वाराणसी, इंदौर, बेंगलुरु और कोलकाता सहित कई प्रमुख भारतीय शहरों से ज्यादा गर्म बना दिया.
𝙒𝙚𝙖𝙩𝙝𝙚𝙧 𝙐𝙥𝙙𝙖𝙩𝙚 𝙅&𝙆:04 July
— Meteorological Centre Srinagar (@metsrinagar) July 4, 2024
𝙁𝙤𝙧𝙚𝙘𝙖𝙨𝙩
● 4-6th July:Intermittent light to moderate rainfall at most places of J&K with heavy showers/Rainfall at few places.
●7th July:Intermittent light to moderate Rain/thunder over many places twrds early morning. pic.twitter.com/uudnKxkrNm
पिछले कुछ वर्षों में, श्रीनगर में जुलाई के तापमान में वृद्धि देखी गई है. 2023 में 33.1 डिग्री सेल्सियस, 2022 में 34.0 डिग्री सेल्सियस और 2021 में 35.0 डिग्री सेल्सियस. कश्मीर के अन्य हिस्सों में भी गर्मी का सामना करना पड़ा, पहलगाम में 30.2 डिग्री सेल्सियस और कुपवाड़ा में 34.5 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया. शीतकालीन राजधानी जम्मू में 36.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि बनिहाल में 32.6 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया. बटोटे, कटरा और भद्रवाह में तापमान क्रमशः 29.8, 31.5 और 35.6 डिग्री सेल्सियस रहा.
विशेषज्ञ बढ़ते तापमान का कारण लंबे समय तक सूखा रहना मानते हैं. स्वतंत्र मौसम पूर्वानुमानकर्ता फैजान आरिफ केंग ने कहा, मानसूनी हवाओं और बारिश की अनुपस्थिति के कारण कश्मीर क्षेत्र में मुख्य रूप से शुष्क मौसम बना हुआ है, जिससे तापमान में वृद्धि हो रही है. उन्होंने कहा कि, आने वाले पश्चिमी विक्षोभ के कारण 5 जुलाई से तापमान में थोड़ी गिरावट आने की उम्मीद है, जिससे बारिश और गरज के साथ बारिश होगी.
𝘼𝘿𝙑𝙄𝙎𝙊𝙍𝙔 ⚠
— Meteorological Centre Srinagar (@metsrinagar) July 4, 2024
●Flash floods, Landslides/Mudslides & shooting stones at few vulnerable places during 4-6th July.
●Few Low lying areas may experience temporary water logging conditions.
●Few places may experience moderate thunderstorm/Lightning. https://t.co/C5vF73LFpe
स्वास्थ्य विभाग ने लू से निपटने के लिए सलाह जारी की है और स्कूल शिक्षा विभाग ने 8 जुलाई से 10 दिन की गर्मी की छुट्टी की घोषणा की है. भीषण गर्मी ने लोगों को घरों के अंदर रहने पर मजबूर कर दिया है और ठंडक देने वाले उपकरणों की मांग बढ़ गई है. शहर के यातायात में यात्रियों को परेशानी हो रही है, जिसके कारण कई लोग अपनी कार के एयर कंडीशनिंग सिस्टम की सेवाएं ले रहे हैं. मौसम विभाग ने गुरुवार से शुरू होने वाली रुक-रुक कर होने वाली बारिश और गरज के साथ बौछारों से राहत मिलने के साथ गर्म और उमस भरा मौसम जारी रहने का अनुमान लगाया है.
मौसम विभाग श्रीनगर के अनुसार, 4 जुलाई से जम्मू संभाग में हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ स्थानों पर भारी वर्षा होने की संभावना है. 5-6 जुलाई को जम्मू और कश्मीर के अधिकांश हिस्सों में मध्यम वर्षा होने की संभावना है, जबकि कुछ क्षेत्रों में भारी वर्षा होगी. एक मौसम अधिकारी ने कहा, 7 जुलाई को कई स्थानों पर, विशेष रूप से जम्मू में हल्की से मध्यम बारिश और गरज के साथ बौछारें पड़ सकती हैं. 8-10 जुलाई को जम्मू में छिटपुट वर्षा होने की संभावना है, जबकि कश्मीर में कम बारिश और गरज के साथ बौछारें पड़ेंगी. विभाग ने 4 से 6 जुलाई तक निचले इलाकों में संभावित बाढ़, भूस्खलन, भूस्खलन और जलभराव की भी चेतावनी दी है.