रांचीः झारखंड कांग्रेस में कलह एक बार फिर से उभरकर सामने आया है. चंपई मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर शुरू हुआ विवाद अब तक थमा नहीं है. पार्टी के कई विधायक कांग्रेस कोटे के चार मंत्रियों को हटाने की लगातार मांग कर रहे हैं. जिसको लेकर मीडिया से बात करते हुए जामताड़ा से कांग्रेस विधायक इरफान अंसारी ने चेतावनी भरे शब्दों में दो टूक बात की है. वहीं इन विधायकों से मिलने के मंत्री बसंत सोरेन भी होटल पहुंचे हैं.
चंपई सोरेन सरकार के 16 फरवरी को कैबिनेट विस्तार के बाद भी राज्य की राजनीतिक हलचल तेज है. कैबिनेट विस्तार के दिन कांग्रेस के 12 विधायक ने पुराने मंत्रियों को दोबारा मंत्री बनाये जाने के खिलाफ जो हल्ला बोल शुरू किया वो जारी है. इससे पहले कांग्रेस के नाराज 12 विधायकों ने एक दूसरे से फोन पर बात कर आगे की रणनीति बनाई. उसके बाद विधायक इरफान अंसारी, उमाशंकर अकेला और राजेश कच्छप ने मोर्चा खोलते हुए यह घोषणा की कि सभी 12 नाराज विधायक एकजुट हैं. अगर आलाकमान ने कांग्रेस कोटे से चंपई सरकार में शामिल चारों मंत्रियों का चेहरा नहीं बदला तो विधानसभा के बजट सत्र में वह शामिल नहीं होंगे.
इसको लेकर बागी विधायकों ने एकजुट होकर दिल्ली जाने की भी घोषणा कर दी. इसके बाद एक-एककर कांग्रेस के 08 बागी विधायक रांची के बिरसा चौक स्थित एक निजी होटल में पहुंच गए. जैसे ही यह खबर पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के छोटे भाई और राज्य के पथ निर्माण मंत्री बसंत सोरेन को लगी. वह डैमेज कंट्रोल करने के लिए खुद होटल पहुंच गए. भले ही होटल में कांग्रेस के नाराज विधायक को मनाने के लिए बसंत सोरेन होटल पहुंचे हों. लेकिन उन्होंने सिर्फ इतना कहा कि कहीं कोई नाराजगी नहीं है और अपने गठबंधन दल के विधायक से मिलने पहुंचे हैं.
होटल कौन है कौन नहींः कांग्रेस के नाराज गुट का दावा है कि उनके साथ 12 विधायक हैं. जिनमें जामताड़ा विधायक इरफान अंसारी, बरही विधायक उमा शंकर अकेला, महागामा विधायक दीपिका पांडेय सिंह, बेरमो विधायक कुमार जयमंगल सिंह उर्फ अनूप सिंह, चक्रधरपुर विधायक सोना राम सिंकू, खिजरी विधायक राजेश कच्छप, सिमडेगा विधायक भूषण बाड़ा, बड़कागांव विधायक अंबा प्रसाद होटल में मौजूद हैं. वहीं सूत्रों की मानें तो झरिया विधायक पूर्णिमा नीरज सिंह रांची से बाहर हैं. वहीं मांडर विधायक शिल्पी नेहा तिर्की अपने निर्वाचन क्षेत्र में एक कार्यक्रम में व्यस्त हैं. रामचंद्र चेरो और नमन विक्सल कोंगाड़ी के अपने अपने क्षेत्र में चले जाने की वजह से रांची में मौजूद नहीं हैं, इसलिए वे लोग होटल नहीं पहुंचे हैं.