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किसी के घर जन्मे 'राम' तो किसी के घर जन्मी 'सीता', महिलाओं ने डिलीवरी के लिए चुना था 22 जनवरी 2024 का खास दिन

Ramlala Pran Pratistha: आज के दिन रामनगरी अयोध्या में रामलला विराजमान हो चुके हैं. रामलला की प्राण पतिष्ठा का दिन गर्भवती महिलाएं अपनी डिलीवरी के लिए खास मान रही थी. इस शुभ अवसर पर कुछ लोगों के घर में 'राम जी' तो कुछ के घर पर 'जानकी' ने जन्म लिया है. जिसके चलते पंचकूला के कई घरों में दोहरी खुशी का माहौल है.

Ramlala Pran Pratistha
Ramlala Pran Pratistha
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By ETV Bharat Haryana Team

Published : Jan 22, 2024, 10:43 PM IST

रामलला प्राण प्रतिष्ठा के दिन दोहरी खुशी

चंडीगढ़: रामनगरी अयोध्या में रामलला प्राण प्रतिष्ठा दिवस पर देशभर में खुशी का माहौल है. हरियाणा के जिला पंचकूला में भी लोग हर जगह इस शुभ दिन को दीपावली पर्व की तरह महापर्व के रूप में मना रहे हैं. नतीजतन जगह-जगह आतिशबाजी, एक-दूसरे को मिठाई व अन्य पकवान खिलाए जा रहे हैं. आज उन घर/परिवारों में भी खुशी का माहौल है, जहां नौनिहालों की किलकारियां गूंजी हैं. क्योंकि लोग रामलला के अयोध्या अपने घर/मंदिर में विराजमान होने के दिन आज पैदा हुई संतानों को सौभाग्यशाली मान रहे हैं.

पंचकूला अस्पताल में दस बच्चों का जन्म: पंचकूला सेक्टर-6 के सिविल अस्पताल में 21/22 जनवरी की मध्य रात्रि से 22 जनवरी की शाम तक 10 बच्चों का जन्म हुआ. इनमें से पांच घरों में बच्ची (बेबी गर्ल) का जन्म हुआ और पांच ही घरों में बच्चों (बेबी ब्वॉय) ने जन्म लिया. अस्पताल के गायनी वार्ड में मौजूद गर्भवती महिलाओं के परिवारों ने संतान प्राप्ति पर खुशी जाहिर की. हालांकि प्रसव के बाद मां बनी सभी महिलाएं फिलहाल डॉक्टरों की निगरानी में है.

सुबह 11 से दोपहर 2:15 बजे तक दो बच्चियों का जन्म: पंचकूला सेक्टर-6 सिविल अस्पताल में 22 जनवरी की सुबह 11 बजे से दोपहर 2:15 बजे तक दो बच्चियों का जन्म हुआ. इनमें एसएएस नगर मोहाली के गांव मनौली की रहने वाली हरपुनीत कौर ने सुबह 11:06 पर बेटी को जन्म दिया. इसके बाद दोपहर 2:15 बजे पंचकूला के गांव बीड-घग्गर निवासी प्रीति ने भी दोपहर 2:15 बजे बेटी को जन्म दिया. बेटी के जन्म पर दोनों महिलाओं ने खुशी जाहिर की और उनके पारिवारिक सदस्यों ने भी अपने संबंधियों, नातेदारों व जानकारों को जच्चा-बच्चा के सकुशल होने की सूचना दी.

अस्पताल में रोजाना 12-14 डिलीवरी: मां बनी प्रीति के पति ने कहा कि उन्हें खुशी है कि रामलला के प्राण प्रतिष्ठा दिवस पर उनके घर बिटिया का जन्म हुआ है. उन्होंने कहा कि वह घर पर भी पूजा अर्चना कर रहे हैं. पंचकूला सेक्टर-6 सिविल अस्पताल में रोजाना 12-14 डिलीवरी केस आते हैं. एक महीने की औसत के अनुसार अस्पताल में एक दिन में 14 शिशुओं का जन्म होता है. अनेक युवा दंपति श्रीराम प्राण प्रतिष्ठा दिवस पर संतान प्राप्ति की इच्छा जाता रहे थे. क्योंकि इनके द्वारा प्राइवेट क्लीनिक/अस्पतालों में इस संबंध में पूछताछ के लिए संपर्क भी किया गया. जबकि सरकारी अस्पतालों में गर्भवती महिलाओं के प्रसव के लिए किसी प्रकार की जल्दबाजी न कर निर्धारित तिथि का इंतजार किया जाता है.

ये भी पढ़ें: रामलला के प्राण प्रतिष्ठा के मौके पर चंडीगढ़ में जश्न, श्री हनुमत धाम मंदिर में भोग के लिए बना 5 क्विंटल का लड्डू

ये भी पढ़ें: राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा: अयोध्या के बाद पानीपत में भव्य कार्यक्रम का आयोजन, कैलाश खेर के गाने पर जमकर झूमे लोग

रामलला प्राण प्रतिष्ठा के दिन दोहरी खुशी

चंडीगढ़: रामनगरी अयोध्या में रामलला प्राण प्रतिष्ठा दिवस पर देशभर में खुशी का माहौल है. हरियाणा के जिला पंचकूला में भी लोग हर जगह इस शुभ दिन को दीपावली पर्व की तरह महापर्व के रूप में मना रहे हैं. नतीजतन जगह-जगह आतिशबाजी, एक-दूसरे को मिठाई व अन्य पकवान खिलाए जा रहे हैं. आज उन घर/परिवारों में भी खुशी का माहौल है, जहां नौनिहालों की किलकारियां गूंजी हैं. क्योंकि लोग रामलला के अयोध्या अपने घर/मंदिर में विराजमान होने के दिन आज पैदा हुई संतानों को सौभाग्यशाली मान रहे हैं.

पंचकूला अस्पताल में दस बच्चों का जन्म: पंचकूला सेक्टर-6 के सिविल अस्पताल में 21/22 जनवरी की मध्य रात्रि से 22 जनवरी की शाम तक 10 बच्चों का जन्म हुआ. इनमें से पांच घरों में बच्ची (बेबी गर्ल) का जन्म हुआ और पांच ही घरों में बच्चों (बेबी ब्वॉय) ने जन्म लिया. अस्पताल के गायनी वार्ड में मौजूद गर्भवती महिलाओं के परिवारों ने संतान प्राप्ति पर खुशी जाहिर की. हालांकि प्रसव के बाद मां बनी सभी महिलाएं फिलहाल डॉक्टरों की निगरानी में है.

सुबह 11 से दोपहर 2:15 बजे तक दो बच्चियों का जन्म: पंचकूला सेक्टर-6 सिविल अस्पताल में 22 जनवरी की सुबह 11 बजे से दोपहर 2:15 बजे तक दो बच्चियों का जन्म हुआ. इनमें एसएएस नगर मोहाली के गांव मनौली की रहने वाली हरपुनीत कौर ने सुबह 11:06 पर बेटी को जन्म दिया. इसके बाद दोपहर 2:15 बजे पंचकूला के गांव बीड-घग्गर निवासी प्रीति ने भी दोपहर 2:15 बजे बेटी को जन्म दिया. बेटी के जन्म पर दोनों महिलाओं ने खुशी जाहिर की और उनके पारिवारिक सदस्यों ने भी अपने संबंधियों, नातेदारों व जानकारों को जच्चा-बच्चा के सकुशल होने की सूचना दी.

अस्पताल में रोजाना 12-14 डिलीवरी: मां बनी प्रीति के पति ने कहा कि उन्हें खुशी है कि रामलला के प्राण प्रतिष्ठा दिवस पर उनके घर बिटिया का जन्म हुआ है. उन्होंने कहा कि वह घर पर भी पूजा अर्चना कर रहे हैं. पंचकूला सेक्टर-6 सिविल अस्पताल में रोजाना 12-14 डिलीवरी केस आते हैं. एक महीने की औसत के अनुसार अस्पताल में एक दिन में 14 शिशुओं का जन्म होता है. अनेक युवा दंपति श्रीराम प्राण प्रतिष्ठा दिवस पर संतान प्राप्ति की इच्छा जाता रहे थे. क्योंकि इनके द्वारा प्राइवेट क्लीनिक/अस्पतालों में इस संबंध में पूछताछ के लिए संपर्क भी किया गया. जबकि सरकारी अस्पतालों में गर्भवती महिलाओं के प्रसव के लिए किसी प्रकार की जल्दबाजी न कर निर्धारित तिथि का इंतजार किया जाता है.

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