फर्रुखाबाद : रामलला की प्राण प्रतिष्ठा समारोह के दिन फतेहगढ़ जेल राममय हो गई. जेल परिसर में बंदियों ने सुंदरकांड का पाठ किया. राम धुन पर बंदी थिरकते रहे. जेल में निरुद्ध बंदियों से मुलाकात करने पहुंचे परिजनों के हाथ पर भी रामनाम की मुहर लगाई गई.
जेल में लगा भंडारा, मुलाकातियों को दिया गया रामनामी पटका
प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम को जेल में प्रोजेक्टर और एलईडी के माध्यम से लाइव दिखाया गया. बंदियों ने हाथ में धर्मध्वजा लेकर जय श्री राम के नारे लगाए. दोपहर में जिला जेल अधीक्षक भीम सेन मुकुंद ने मुलाकातियों के लिए भंडारा आयोजित किया. मुलाकातियों को रामनामी पटका पहनाकर खुद अपने हाथों से प्रसाद वितरित किया. जेल अधीक्षक भीमसेन मुकुंद का कहना है कि जय श्री राम की मुहर लगाने से मुलाकातियों को भगवान राम का एहसास हुआ.
मुलाकाती भी खुश नजर आए
पहले जेल में बंदियों से मुलाकात करने वाले लोगों के हाथ पर जिला कारागार की मुहर लगती थी. इससे कि यह पहचान होती थी कि यह शख्स जेल में मुलाकात करने आया था. इस मुहर को देखकर ही लोगों को जेल में प्रवेश और बाहर किया जाता था. मगर सोमवार को प्राण प्रतिष्ठा के दिन यह मुहर नहीं लगी. इसकी जगह पर जय श्री राम की मुहर लगाई गई. जेल में आने वाले मुलाकाती भी इससे काफी प्रसन्न नजर आए.
बंदियों ने किया सुंदर कांड का पाठ
अयोध्या में राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह की खुशी में जेल पूरी तरह से राममय हो गई. जेल में बंदियों ने सुंदरकांड का पाठ किया. मुलाकातियों को जेल में ही बने रामनामी दुपट्टे और भगवा ध्वज वितरित किए जा रहे हैं. जेल अधीक्षक भीमसेन मुकुंन्द ने बताया कि बंदी सुंदर कांड का पाठ कर रहे हैं. मुलाकातियों को मोहर लगाई जा रही जय श्री राम नाम की मुहर जनमानस में भगवान श्री राम के प्रति आदर, भक्ति भावना जागृत करने के उद्देश्य से लगाई गई है. इसी प्रकार की मुहर होली, दीपावली, शिवरात्रि पर पर अलग-अलग लगाई जाती है. अचानक से मुहर बदलकर सुरक्षा व्यवस्था भी पुख्ता की जाती है.
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