जयपुर. राजस्थान ने एक नया रिकॉर्ड कायम किया है. चिकित्सा विभाग के अनुसार कॉर्निया कलेक्शन और कैटरेक्ट सर्जरी में राजस्थान ने रिकॉर्ड बनाया है और तय आंकडों से अधिक का लक्ष्य हासिल किया है. इतना ही नहीं कैटरेक्ट सर्जरी में राजस्थान ने केंद्र को भी पीछे छोड़ दिया है. इसके अलावा रिकॉर्ड कॉर्निया ट्रांसप्लांट भी राजस्थान में अब तक किया जा चुका है.
ब्लाइंडनेस कंट्रोल प्रोग्राम के स्टेट नोडल अधिकारी डॉ. सुनील सिंह ने बताया कि जो लोग देख नहीं सकते उनके जीवन में नई रोशनी लाने के लिए विभाग लगातार काम कर रहा है. पिछले एक साल के आंकड़ों की बात करें तो राजस्थान ने कॉर्निया कलेक्शन में 100 फीसदी. जबकि कैटरेक्ट सर्जरी में 82 फीसदी और कॉर्निया ट्रांसप्लांट में एक नया रिकॉर्ड कायम किया है. आंकडों की बात करें तो-
- राजस्थान में अब तक 3034 कॉर्निया कलेक्शन किया जा चुका है, जबकि टारगेट 3000 हजार का रखा गया था.
- कैटरेक्ट सर्जरी की बात करें तो अभी तक राजस्थान में 3 लाख 4 हजार कैटरेक्ट सर्जरी की जा चुकी है.
- कॉर्निया कलेक्शन के लिए 9 सेंटर से बढ़ाकर 17 सेंटर कर दिए गए हैं.
- अभी तक राजस्थान में 1929 कॉर्निया ट्रांसप्लांट किए जा चुके हैं.
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डॉ. सुनील सिंह का कहना है कि इन मापदंडों में खरा उतरने वाला राजस्थान देश का पहला राज्य बन गया है. इसके अलावा राजस्थान में विभिन्न स्वंयसेवी संगठनों की ओर से भी मुहिम चलाई जा रही है ताकि जरूरतमंद मरीजों के लिए लोग आंखें दान कर सकें.
ट्रेनिंग सेंटर बढ़ाए जाएंगे : डॉ. सुनील सिंह का कहना है कि राजस्थान में कॉर्निया ट्रांसप्लांट के लिए पहले सिर्फ एक सेंटर एसएमएस अस्पताल में चलाया जा रहा था, लेकिन अब अजमेर में भी कॉर्निया ट्रांसप्लांट शुरू कर दिया गया है. इसके अलावा पहले राजस्थान में एक भी कॉर्निया ट्रांसप्लांट के लिए चिकित्सक नहीं था जिसके बाद चिकित्सा विभाग की ओर से ट्रेनिंग शुरू की गई और अब 60 चिकित्सकों को कॉर्निया ट्रांसप्लांट के लिए ट्रेंड किया जा चुका है. जल्द ही राजस्थान के विभिन्न जिलों में कॉर्निया ट्रांसप्लांट सेंटर खोले जाएंगे.