जयपुर/आगरा. लोकसभा चुनाव के बीच राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के ओएसडी रहे लोकेश शर्मा ने फोन टैपिंग मामले में गहलोत पर आरोप लगाए हैं, जिसके बाद बीजेपी को कांग्रेस को घेरने के लिए एक बड़ा मुद्दा मिल गया है. लोकेश शर्मा के आरोप के बाद न केवल प्रदेश भाजपा के नेता बल्कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी लोकेश शर्मा के आरोपों को आधार बनाकर पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार को निशाने पर लिया. पीएम मोदी ने उत्तर प्रदेश के आगरा से प्रदेश की गहलोत सरकार पर हमला बोला. साथ ही जनसभा को संबोधित करते हुए युवाओं को कांग्रेस से सतर्क रहने का आह्वान किया. पीएम मोदी ने लोकेश शर्मा का नाम लिए बिना उनके बयान का हवाला देते हुए कहा कि राजस्थान में कांग्रेस का ही पेपर लीक हो गया है. गहलोत के करीबी ने खुलासा किया है, युवाओं को कांग्रेस से सतर्क रहना हैं.
गहलोत सरकार पेपर लीक में शामिल : पीएम मोदी ने कहा कि राजस्थान की तत्कालीन गहलोत सरकार ही पेपर लीक में शामिल थी. कल सीएम के करीबी ने सार्वजनिक रूप से एक खुलासा किया है, लेकिन अभी तक कांग्रेसियों के मुंह पर ताला लगा हुआ है. पीएम मोदी ने कहा कि कांग्रेस ने हमेशा युवाओं के भविष्य को बर्बाद किया है. इसका ताजा उदाहरण मिला है. राजस्थान में पूर्व मुख्यमंत्री के करीबी ने एक बड़ा चौंकाने वाला खुलासा किया है और सार्वजनिक रूप से किया है. इसपर अभी तक कांग्रेसियों के मुंह पर ताले लगे हुए हैं. पेपर लीक नौजवानों के भविष्य के साथ इतना बड़ा खिलवाड़ हुआ. इसमें गहलोत सरकार खुद शामिल थी. यह कोई और नहीं कह रहा है, जो पूर्व मुख्यमंत्री के करीबी कह रहे हैं. राजस्थान में अब कांग्रेस का ही पेपर लीक हो गया है. यही कांग्रेस की सच्चाई है, इसलिए देश के युवाओं को, हमारे फर्स्ट टाइम वोटर्स को कांग्रेस से बहुत सतर्क रहना है.
पढे़ं. पूर्व सीएम के OSD रहे लोकेश शर्मा ने अशोक गहलोत पर लगाए गंभीर आरोप
गहलोत के ओएसडी ने लगाए थे आरोप : बता दें कि पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के ओएसडी रहे लोकेश शर्मा ने कल प्रेस कॉन्फ्रेंस कर अशोक गहलोत पर फोन टैपिंग के आरोप लगाए थे. उन्होंने आरोप लगाया कि राजस्थान में साल 2020 में सियासी संकट के समय गहलोत सरकार ने विधायकों के फोन टैप करवाए थे. आरोप लगाया कि गहलोत सरकार में अपने ही उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट, मंत्री और विधायकों के फोन टैप हुए. इतना ही नहीं लोकेश शर्मा ने आरोप लगाया था कि कांग्रेस सरकार में पेपर लीक की जानकारी तत्कालीन सीएम गहलोत को थी. उन्होंने गहलोत सरकार पर कई अन्य गंभीर आरोप लगाए हैं.