उदयपुर. राजस्थान में लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर लगातार चुनाव प्रचार-प्रसार चल रहा है. मंगलवार को कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश उदयपुर पहुंचे, जहां उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस की. इस दौरान सिलसिलेवार तरीके से उन्होंने केंद्र की मोदी सरकार पर सवाल खड़े किए. मीडिया से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि 2024 के लोकसभा चुनाव के प्रथम चरण के मतदान के बाद और कांग्रेस के न्याय पत्र में आर्थिक विषमताओं को लेकर चर्चा है. इसलिए प्रधानमंत्री मोदी नई भाषा में बोल रहे हैं और ध्रुवीकरण की राजनीति कर रहे हैं. 2023 में विधानसभा चुनाव के नतीजो में कांग्रेस का प्रदर्शन सकारात्मक रहा, क्योंकि भाजपा और कांग्रेस में केवल 9 लाख मतों का अंतर रहा था.
केंद्र सरकार पर उठाए सवाल : उन्होंने मोदी सरकार पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि मोदी सरकार की नीतियों के कारण आर्थिक विकास का लाभ सभी को न मिलकर सिर्फ कुछ उद्योगपति मित्रों को ही मिल रहा है. उन्होंने कहा कि इंडिया गठबंधन इस बार चुनाव के नतीजों में निर्णायक भूमिका में रहेगा और चौंकाने वाले नतीजे आएंगे, क्योंकि 2024 का यह लोकसभा चुनाव संविधान को बचाने के लिए लड़ा जा रहा है.
प्रधानमंत्री मोदी ट्रैक से हटकर भाषण देते हैं. वह सिर्फ सामाजिक ध्रुवीकरण की बात करते हैं. जयराम रमेश ने कहा कि हर बार की तरह 2021 में भी जनगणना होनी चाहिए थी, जिससे अनुसूचित जाति-जनजाति का सही आंकलन कर पुख्ता जानकारी प्राप्त हो सके, लेकिन इसे होने नहीं दिया गया. जयराम रमेश ने एक सवाल के जवाब में कहा कि हम राम के पुजारी हैं, राम के व्यापारी नहीं.
सामाजिक सुरक्षा महंगाई, बेरोजगारी और संविधान खतरे में है. उसे बचाने के लिए चुनाव लड़ रहे हैं. हमें मोदी सरकार की नीति और नीयत पर विरोध है. प्रधानमंत्री मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि विगत एक वर्ष से मोदी मणिपुर नहीं गए हैं और हर जगह विष घोलने का काम किया है. इसलिए मोदी विश्वगुरु नहीं विष गुरु हैं. उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने न्याय पत्र में 5 न्याय हैं और 25 गारंटी है, जिसे सरकार बनने पर लागू किया जाएगा.