हरिद्वार: राज्य वन महकमे की खूबसूरत, खतरनाक रोजी गुरुवार दिन भर से गायब है. उसको ढूंढने के लिए वन विभाग द्वारा कई टीमें बनाई गई हैं. लेकिन रोजी कहां गायब हो गई, अभी तक कुछ पता नहीं चल पाया है. दरअसल हम बात कर रहे है स्निफर, बेल्जियन शेफर्ड डॉग रोजी की. रोजी को राजाजी टाइगर रिजर्व में घुसने वाले अपराधियों और शिकारियों पर नकेल कसने के लिए पार्क की चीला रेंज लाया गया था. यहीं से वो गायब हो गयी.
वन विभाग की स्निफर, बेल्ज़ियन शेफर्ड डॉग रोजी लापता: रोजी के गायब हो जाने के बाद गुरुवार देर शाम तक उसकी तलाश होती रही. सबसे बड़ा सवाल है कि आखिर ऐसा क्या हुआ जो यह नजरों से ओझल हो गयी. चीला गेट की बात करें तो दिन भर वन कर्मियों का जमावड़ा लगा रहता है. कर्मचारी दिन भर वाहनों से राजस्व वसूली में जुटे रहते हैं. सूत्रों की मानें तो रोजी को भी दैनिक दिनचर्या के लिए यहां पर लाया गया था. उसी दौरान खतरनाक रोजी सबकी नजरों से ओझल हो गयी.
गुरुवार से लापता है रोजी: उत्तराखंड वन महकमे की चहेती रोजी भूखी प्यासी कहां होगी, इसका जवाब किसी के पास नहीं है. क्या गेट में पर्ची काट रहे लोगों ने भी इसका संज्ञान नहीं लिया? क्या पर्ची काटने और राजस्व वसूली में कर्मचारी इतने व्यस्त थे कि उन्हें पता ही नहीं चला कि कब रोजी भाग गई?
विशेष रूप से ट्रेंड है रोजी: रोजी स्निफर बेल्जियम शेफर्ड डॉग है, जिसे विशेष तरह की ट्रेनिंग दी गई है. वह जंगल में गश्त के दौरान शिकारी का सूंघकर पता लगा लेती है. इसी के साथ रोजी को राजाजी रेंज में रह रहे हाथियों की भी रक्षा करने की जिम्मेदारी दी गई है. रोजी एक साल पहले राजाजी टाइगर रिजर्व में आई थी. सभी हाथियों के साथ वह घुल मिल गई. उसकी दिनचर्या प्रतिदिन सुबह शाम जंगल में गश्त करने की है.
इस बारे में हमने राजाजी टाइगर रिजर्व के निदेशक से भी बात की. कोको रोजे, निदेशक राजाजी टाइगर रिजर्व ने बताया कि...
'गुरुवार सुबह यह कैम्पस से गायब हुई है. उसको ढूंढ़ने के लिए टीम लगा दी गई है. इस पूरे मामले को लेकर एसडीओ को जांच के आदेश भी दिए गए हैं. अगर किसी भी कर्मी की लापरवाही सामने आती है, तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी.' -कोको रोजे, निदेशक राजाजी टाइगर रिजर्व
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