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'देश में जातीय जनगणना कराने की जरूरत', राहुल ने मोदी पर बोला हमला लेकिन नीतीश पर साधी चुप्पी - caste census

Bharat Jodo Nyay Yatra: किशनगंज में राहुल गांधी ने मोदी सरकार पर जमकर हमला बोला. साथ ही ओबीसी और जातीय जनगणना का मुद्दा उठाया. उन्होंने कहा कि देश में ओबीसी, दलित, आदिवासी दलित कितने हैं. उस काम को करने के लिए जातीय जनगणना करने की जरूरत है. आगे पढ़ें किशनगंज में राहुल गांधी की बड़ी बातें.

किशनगंज की धरती से राहुल गांधी की बड़ी डिमांड
किशनगंज की धरती से राहुल गांधी की बड़ी डिमांड
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By ETV Bharat Bihar Team

Published : Jan 29, 2024, 2:14 PM IST

किशनगंज में राहुल गांधी

किशनगंज: भारत जोड़ो न्याय यात्रा के दौरान जनता को संबोधित करते हुए कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने मोदी सरकार पर हमला किया. राहुल गांधी ने कहा, देश में RSS और भाजपा की विचारधारा ने हिंसा और नफरत फैला रखी है. भाई-भाई से लड़ रहा है, एक धर्म का व्यक्ति दूसरे धर्म के व्यक्ति से लड़ रहा है. इस दौरान उन्होंने सीधे तौर पर नीतीश कुमार का नाम नहीं लिया.

'देश में जातीय जनगणना की जरूरत'- राहुल गांधी: साथ ही राहुल गांधी ने ओबीसी और जातीय गणना को लेकर भी बयान दिया और बड़ी मांग की. उन्होंने कहा कि इस देश को पता लग जाना चाहिए कि इस देश में ओबीसी, दलित, आदिवासी दलित कितने हैं. उस काम को करने के लिए जातीय जनगणना करने की जरूरत है. जिस दिन जनगणना हो जाएगी सभी को पता लग जाएगा उनका हक कितना है.

किशनगंज में राहुल गांधी की हुंकार: राहुल गांधी ने कहा भाषाओं के बीच लड़ाई हो रही है. हम जानते थे कि जो ये मोहब्बत का देश है. इसमें फिर से, जैसा कि मैंने कहा कि नफरत के बाजार में मोहब्बत की दुकान खुलनी चाहिए. यात्रा में हम लाखों लोगों से मिले. सेल्फी का जमाना है, हजारों लोगों के साथ सेल्फी हुई.

"सात घंटे हम चलते थे. किसानों मजदूर स्टूडेंट माताओं बहनों के दर्द में जो दर्द था वो हमको बताते थे. शाम को 15-20 मिनट के लिए हम अपनी बात रखते थे."- राहुल गांधी, कांग्रेस सांसद

भारत जोड़ो न्याय यात्रा का राहुल ने बताया लक्ष्य: उन्होंने अपनी यात्रा का मतलब भी लोगों को समझाया और कहा कि इसका हिंदुस्तान की राजनीति पर बड़ा असर पड़ा. एक विचारधारा जो बीजेपी देश के सामने रोज रखती है, नफरत, हिंसा. उसके खिलाफ एक और नया विजन नई विचारधारा खड़ी हुई, मोहब्बत, जितनी भी कोशिश कर लो नफरत को नफरत नहीं काट सकती, नफरत को सिर्फ प्यार काट सकता है.

'हम मोहब्बत, भाईचारे की बात करते हैं': राहुल गांधी ने कहा कि वो देश को बांटने की बात करते है. हम मोहब्बत, भाईचारे की बात करते हैं. जब हमने यात्रा खत्म की तो काफी लोग हमारे पास आए और कहा कि राहुल आपने कन्याकुमारी से कश्मीर तक की यात्रा खत्म की. लेकिन देश का सोशल जस्टिस का सेंटर है वहां से आपकी यात्रा गई नहीं. बहुत लोगो ने हमे कहा कि एक यात्रा नार्थ ईस्ट से महाराष्ट्र तक होनी चाहिए. इसीलिए आज मैं आपके सामने खड़ा हूं.

'मणिपुर जल रहा है लेकिन पीएम नहीं गए': राहुल गांधी ने इस दौरान मणिपुर हिंसा को लेकर भी केंद्र सरकार पर हमला किया और कहा कि हमारी यात्रा की शुरुआत मणिपुर से हुई. वहां भाई को भाई को इन लोगों ने लड़ा दिया है. मणिपुर पिछले 6-7 महीने से जल रहा है. लेकिन हिंदुस्तान के प्रधानमंत्री मणिपुर नहीं गए. यह देश की हालत है.

'अरबपतियों के लिए पीएम ऑफिस का दरवाजा खुला है':उन्होंने कहा मोदी जी की सरकार में दो तीन अरबपतियों को हिंदुस्तान का पूरा धन पकड़ा दिया जाता है. चाहे वो एयरपोर्ट, पोर्ट्स, इंफ्रास्ट्रक्चर, अस्पताल या यूनिवर्सिटी हो सारा का सारा उद्योगपतियों के हाथ में है, लेकिन किसान, मजदूर की सरकार मदद नहीं करती है. अरबपतियों के लिए पीएम ऑफिस का दरवाजा खुला है, लेकिन गरीब के लिए सब बंद है.

OBC को लेकर राहुल गांधी का बड़ा बयान: बिना आर्थिक और सामाजिक न्याय के देश प्रगति नहीं सकता है. राहुल गांधी ने कहा कि पूरा देश जानता है कि देश में सबसे बड़ी आबादी ओबीसी वर्ग की होती है. तकरीबन 50 फीसदी ओबीसी की आबादी है, 15 फीसदी दलित, 12 फीसदी आदिवासी, 15 फीसदी अल्पसंख्यक, यह देश की सच्चाई है.

'90 आईएएस अफसरों में ओबीसी वर्ग के सिर्फ तीन': राहुल गांधी ने कहा कि मैं बिहार के ओबीसी वर्ग से कहना चाहता हूं. 90 आईएएस अफसरों में ओबीसी वर्ग के सिर्फ तीन हैं. अगर बजट में 100 रुपये बांटा जाता है तो ओबीसी वर्ग के अफसर 5 रुपये बांटते हैं. यह सच्चाई है. ये सिर्फ ओबीसी के साथ नहीं, बल्कि दलित और आदिवासी के साथ भी हो रहा है. इसलिए हमने सामाजिक न्याय का सबसे क्रांतिकारी कार्य करने का निर्णय लिया है.

बिहार के लोगों को राहुल ने दिया धन्यवाद: इस यात्रा में हम सामाजिक और आर्थिक न्याय की बात कर रहे हैं. यह बात हम बिहार की जनता को बताने आए हैं. आपके दिल में जो मेरे लिए सोच है, उसे समझने यहां आए हैं. मैं पूरे बिहार को धन्यवाद देता हूं. आप एक बात मत भूलिएगा जब भी देश में सामाजिक न्याय की बात हुई है, बिहार ने लीड ली है. ये आपकी जिम्मेदारी है कि जब सामाजिक न्याय की बात होती है तो पूरा देश आपकी तरफ देखता है.

क्या बोले जयराम रमेश? : वहीं कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने कहा कि, 'भारत जोड़ो न्याय यात्रा का हमें असम के मुख्यमंत्री से खूब प्रचार मिला. बिहार में नीतीश कुमार के विश्वासघात के बाद किशनगंज और बिहार की जनता राहुल गांधी की न्याय यात्रा का गर्मजोशी से स्वागत कर रही है.

"हमें बिहार के मुख्यमंत्री या असम के मुख्यमंत्री से कोई सर्टिफिकेट नहीं चाहिए. हमने सभी को निमंत्रण दिया है. हमने नीतीश कुमार को भी कहा था लेकिन वे तो गिरगिट निकले. कल उन्होंने न्याय यात्रा से पहले सूत्रधार के कहने पर ड्रामा रचाया."- जयराम रमेश, कांग्रेस महासचिव

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किशनगंज में राहुल गांधी

किशनगंज: भारत जोड़ो न्याय यात्रा के दौरान जनता को संबोधित करते हुए कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने मोदी सरकार पर हमला किया. राहुल गांधी ने कहा, देश में RSS और भाजपा की विचारधारा ने हिंसा और नफरत फैला रखी है. भाई-भाई से लड़ रहा है, एक धर्म का व्यक्ति दूसरे धर्म के व्यक्ति से लड़ रहा है. इस दौरान उन्होंने सीधे तौर पर नीतीश कुमार का नाम नहीं लिया.

'देश में जातीय जनगणना की जरूरत'- राहुल गांधी: साथ ही राहुल गांधी ने ओबीसी और जातीय गणना को लेकर भी बयान दिया और बड़ी मांग की. उन्होंने कहा कि इस देश को पता लग जाना चाहिए कि इस देश में ओबीसी, दलित, आदिवासी दलित कितने हैं. उस काम को करने के लिए जातीय जनगणना करने की जरूरत है. जिस दिन जनगणना हो जाएगी सभी को पता लग जाएगा उनका हक कितना है.

किशनगंज में राहुल गांधी की हुंकार: राहुल गांधी ने कहा भाषाओं के बीच लड़ाई हो रही है. हम जानते थे कि जो ये मोहब्बत का देश है. इसमें फिर से, जैसा कि मैंने कहा कि नफरत के बाजार में मोहब्बत की दुकान खुलनी चाहिए. यात्रा में हम लाखों लोगों से मिले. सेल्फी का जमाना है, हजारों लोगों के साथ सेल्फी हुई.

"सात घंटे हम चलते थे. किसानों मजदूर स्टूडेंट माताओं बहनों के दर्द में जो दर्द था वो हमको बताते थे. शाम को 15-20 मिनट के लिए हम अपनी बात रखते थे."- राहुल गांधी, कांग्रेस सांसद

भारत जोड़ो न्याय यात्रा का राहुल ने बताया लक्ष्य: उन्होंने अपनी यात्रा का मतलब भी लोगों को समझाया और कहा कि इसका हिंदुस्तान की राजनीति पर बड़ा असर पड़ा. एक विचारधारा जो बीजेपी देश के सामने रोज रखती है, नफरत, हिंसा. उसके खिलाफ एक और नया विजन नई विचारधारा खड़ी हुई, मोहब्बत, जितनी भी कोशिश कर लो नफरत को नफरत नहीं काट सकती, नफरत को सिर्फ प्यार काट सकता है.

'हम मोहब्बत, भाईचारे की बात करते हैं': राहुल गांधी ने कहा कि वो देश को बांटने की बात करते है. हम मोहब्बत, भाईचारे की बात करते हैं. जब हमने यात्रा खत्म की तो काफी लोग हमारे पास आए और कहा कि राहुल आपने कन्याकुमारी से कश्मीर तक की यात्रा खत्म की. लेकिन देश का सोशल जस्टिस का सेंटर है वहां से आपकी यात्रा गई नहीं. बहुत लोगो ने हमे कहा कि एक यात्रा नार्थ ईस्ट से महाराष्ट्र तक होनी चाहिए. इसीलिए आज मैं आपके सामने खड़ा हूं.

'मणिपुर जल रहा है लेकिन पीएम नहीं गए': राहुल गांधी ने इस दौरान मणिपुर हिंसा को लेकर भी केंद्र सरकार पर हमला किया और कहा कि हमारी यात्रा की शुरुआत मणिपुर से हुई. वहां भाई को भाई को इन लोगों ने लड़ा दिया है. मणिपुर पिछले 6-7 महीने से जल रहा है. लेकिन हिंदुस्तान के प्रधानमंत्री मणिपुर नहीं गए. यह देश की हालत है.

'अरबपतियों के लिए पीएम ऑफिस का दरवाजा खुला है':उन्होंने कहा मोदी जी की सरकार में दो तीन अरबपतियों को हिंदुस्तान का पूरा धन पकड़ा दिया जाता है. चाहे वो एयरपोर्ट, पोर्ट्स, इंफ्रास्ट्रक्चर, अस्पताल या यूनिवर्सिटी हो सारा का सारा उद्योगपतियों के हाथ में है, लेकिन किसान, मजदूर की सरकार मदद नहीं करती है. अरबपतियों के लिए पीएम ऑफिस का दरवाजा खुला है, लेकिन गरीब के लिए सब बंद है.

OBC को लेकर राहुल गांधी का बड़ा बयान: बिना आर्थिक और सामाजिक न्याय के देश प्रगति नहीं सकता है. राहुल गांधी ने कहा कि पूरा देश जानता है कि देश में सबसे बड़ी आबादी ओबीसी वर्ग की होती है. तकरीबन 50 फीसदी ओबीसी की आबादी है, 15 फीसदी दलित, 12 फीसदी आदिवासी, 15 फीसदी अल्पसंख्यक, यह देश की सच्चाई है.

'90 आईएएस अफसरों में ओबीसी वर्ग के सिर्फ तीन': राहुल गांधी ने कहा कि मैं बिहार के ओबीसी वर्ग से कहना चाहता हूं. 90 आईएएस अफसरों में ओबीसी वर्ग के सिर्फ तीन हैं. अगर बजट में 100 रुपये बांटा जाता है तो ओबीसी वर्ग के अफसर 5 रुपये बांटते हैं. यह सच्चाई है. ये सिर्फ ओबीसी के साथ नहीं, बल्कि दलित और आदिवासी के साथ भी हो रहा है. इसलिए हमने सामाजिक न्याय का सबसे क्रांतिकारी कार्य करने का निर्णय लिया है.

बिहार के लोगों को राहुल ने दिया धन्यवाद: इस यात्रा में हम सामाजिक और आर्थिक न्याय की बात कर रहे हैं. यह बात हम बिहार की जनता को बताने आए हैं. आपके दिल में जो मेरे लिए सोच है, उसे समझने यहां आए हैं. मैं पूरे बिहार को धन्यवाद देता हूं. आप एक बात मत भूलिएगा जब भी देश में सामाजिक न्याय की बात हुई है, बिहार ने लीड ली है. ये आपकी जिम्मेदारी है कि जब सामाजिक न्याय की बात होती है तो पूरा देश आपकी तरफ देखता है.

क्या बोले जयराम रमेश? : वहीं कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने कहा कि, 'भारत जोड़ो न्याय यात्रा का हमें असम के मुख्यमंत्री से खूब प्रचार मिला. बिहार में नीतीश कुमार के विश्वासघात के बाद किशनगंज और बिहार की जनता राहुल गांधी की न्याय यात्रा का गर्मजोशी से स्वागत कर रही है.

"हमें बिहार के मुख्यमंत्री या असम के मुख्यमंत्री से कोई सर्टिफिकेट नहीं चाहिए. हमने सभी को निमंत्रण दिया है. हमने नीतीश कुमार को भी कहा था लेकिन वे तो गिरगिट निकले. कल उन्होंने न्याय यात्रा से पहले सूत्रधार के कहने पर ड्रामा रचाया."- जयराम रमेश, कांग्रेस महासचिव

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