मानसा: पंजाब के मानसा जिले में गुरुवार को प्रदर्शनकारी किसानों की पुलिस से झड़प हो गई. इसमें तीन एसएचओ घायल हो गए. बठिंडा रेंज के पुलिस उप-महानिरीक्षक (डीआईजी) हरजीत सिंह ने कहा कि मानसा में किसान यूनियन के सदस्यों ने पुलिस पर हमला किया, जिसमें भीखी एसएचओ गुरबीर सिंह के दोनों हाथ टूट गए. उन्होंने कहा कि मानसा शहर के एसएचओ दलजीत सिंह और बुढलाडा एसएचओ जसबीर सिंह भी घायल हो गए.
किसान भूमिगत गैस पाइपलाइन बिछाने के काम को जबरन रोकने के लिए बठिंडा के लेलेवाला गांव जाने की कोशिश कर रहे थे, लेकिन पुलिस ने उन्हें रोक दिया. इससे पहले 48 किसानों को हिरासत में लिया गया था. इसके अलावा, कई कार्यकर्ताओं को भी एहतियात के तौर पर हिरासत में लिया गया, जबकि अन्य ग्रामीण संपर्क सड़कों का उपयोग करके बठिंडा की ओर जाने में सफल रहे.
मानसा के एसएसपी भैरथ सिंह मीना ने कहा कि भीखी एसएचओ इंस्पेक्टर गुरबीर सिंह को भारतीय किसान यूनियन (बीकेयू) के कार्यकर्ताओं द्वारा चलाए जा रहे वाहन ने टक्कर मार दी, जब उन्हें अधिकारियों के साथ बातचीत के लिए बुलाया गया था. एसएसपी ने कहा, "बीकेयू कार्यकर्ताओं की तेज रफ्तार कार ने गुरबीर को कुचल दिया, जिससे उनके हाथों में गंभीर चोटें आईं. हमारी टीमें जिले में पुलिस दलों पर हमला करने वाले अपराधियों की पहचान करने में जुटी है."
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, झड़प में पुलिसकर्मियों के साथ कई किसान भी घायल हुए हैं. पुलिस की गाड़ियां भी क्षतिग्रस्त हो गई हैं. सभी घायलों को मानसा के सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
ये किसान गुजरात गैस पाइपलाइन के खिलाफ प्रदर्शन करने के लिए बठिंडा जिले के लेलेना गांव जा रहे थे. संगरूर जिले से बठिंडा जिले के लेलेयाना गांव में गुजरात गैस पाइपलाइन के खिलाफ प्रदर्शन करने जा रहे किसानों और पुलिस के बीच झड़प मनसा में हुई. मनसा कैंची में नाकाबंदी के दौरान पुलिस ने उन्हें रोकने की कोशिश की, लेकिन विवाद इतना बढ़ गया कि पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा, जिसमें पुलिस अधिकारी और किसान घायल हो गए और वाहनों में भी तोड़फोड़ की गई.
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