पुणे: महाराष्ट्र के पुणे पोर्श दुर्घटना मामले में एक नया मोड़ आया है. हादसे के बाद पुलिस जांच के दौरान आरोपी नाबालिग के खून का सैंपल बदले के मामले में पुलिस ने दो लोगों को गिरफ्तार किया है. पुलिस इन दोनों आरोपियों से पूछताछ कर हादसे सबूतों को पुख्ता करने में जुटी है.
कल्याणीनगर में पोर्श कार दुर्घटना के सिलसिले में दो और लोगों को गिरफ्तार किया गया. गिरफ्तार किए गए दो लोगों की पहचान आदित्य सूद और आशीष मित्तल के रूप में हुई है. संदिग्ध नाबालिग आरोपी के साथ ही दो अन्य नाबालिगों के खून की अदला-बदली की गई. इन दोनों को पुणे क्राइम ब्रांच ने कल रात (19 अगस्त) गिरफ्तार किया. वे (गिरफ्तार) मुख्य नाबालिग आरोपी के दो दोस्तों के ब्लड सैंपल बदलने में कथित तौर पर शामिल थे, जो दुर्घटना के समय कार में मौजूद थे. आगे की जांच जारी है. पुणे पुलिस कमिश्नर अमितेश कुमार ने बताया कि आरोपियों को आज कोर्ट में पेश किया जाएगा.
नाबालिग आरोपी को सुधार गृह से रिहा किया गया: बॉम्बे हाईकोर्ट ने पुणे में पोर्श कार दुर्घटना मामले में नाबालिग आरोपी को सुधार गृह से रिहा करने का आदेश दिया. नाबालिग आरोपी के पिता ने मुंबई हाईकोर्ट में याचिका दायर की थी. इसके बाद 25 जून को नाबालिग आरोपी को बाल सुधार गृह से रिहा कर दिया गया.
मामले का घटनाक्रम: 18 मई की आधी रात को पुणे के कल्याणीनगर इलाके में एक भीषण सड़क हादसा हुआ. तेज रफ्तार लग्जरी पोर्शे कार ने दोपहिया वाहन को टक्कर मार दी, जिससे युवक-युवती की मौके पर ही मौत हो गई. उसके बाद संदिग्ध नाबालिग आरोपी को गिरफ़्तार किया गया. गिरफ़्तारी के कुछ ही घंटों बाद, सिर्फ एक निबंध लिखने के बाद लड़के को जमानत मिल गई. इस पर भी राजनीति गरमा गई. घटना के कुछ दिनों बाद, मामले ने एक अलग मोड़ ले लिया. यह बात सामने आई कि संदिग्ध आरोपी के ब्लड सैंपल में बदलाव किया गया था. आरोप है कि बच्चे की मां और बहन भी इसमें शामिल थीं. उसके बाद उसे भी गिरफ़्तार कर लिया गया.
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