पुणे : स्वतंत्रता दिवस के मद्देनजर राज्य में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है. इस बीच पुलिस ने शहर के कमला नेहरू अस्पताल से दो संदिग्धों को हिरासत में लिया. पुलिस उससे पूछताछ कर उसके असलियत का पता लगाने की कोशिश कर रही है. पुलिस की कार्रवाई के दौरान अस्पताल 2 घंटे के लिए बंद कर दिया गया.
पुलिस सूत्रों ने बताया कि कमला नेहरू अस्पताल में आतंकवादी होने के संदेह में दो लोगों को हिरासत में लिया. इस दौरान करीब दो घंटे तक अस्पताल में ओपीडी बंद रहा. स्वतंत्रता दिवस के दिन आतंकी घटनाओं को रोकने के लिए पुलिस सतर्क है. इसी सिलसिले में पुणे पुलिस ने कल बांग्लादेशी संदिग्धों की तस्वीरें प्रशासनिक कार्यालयों में भेजी. अस्पताल प्रशासन इस संदेश को लेकर सतर्क था. संदिग्ध कल पुणे के कमला नेहरू अस्पताल में हड्डी के डॉक्टर को दिखाने आया था.
उसने ब्लड टेस्ट भी करवाया. कमला नेहरू अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डॉ प्रशांत बोथे ने कहा कि पुलिस ने कल अस्पताल प्रशासन को संदिग्धों की तस्वीरें भेजी थी. प्रारंभिक जानकारी के अनुसार संदिग्ध बांग्लादेश से यहां जांच के लिए आए थे. संदिग्ध पाए जाने पर हमारे स्टाफ ने उन्हें एक कमरे में बंद कर दिया. उनके नाम हमारे रजिस्टर में हैं. कल भी वे तीनों इस अस्पताल में भर्ती हुए थे और आज जब वे रिपोर्ट लेने आए पुलिस को सौंप दिया गया है.
इस संबंध में डीसीपी संदीप सिंह गिल ने बताया कि पुलिस जांच में पता चला है कि पुणे के कमला नेहरू अस्पताल में भर्ती संदिग्ध मूल रूप से बिहार के हैं. उन्होंने बताया कि सोशल मीडिया पर एक ने कुछ फोटो और मैसेज भेजे थे. उसने पुलिस प्रशासन को भी मैसेज भेजकर कहा था कि दूसरे देश का नागरिक पुणे में अवैध रूप से रह रहा है. आज तीनों खून की जांच के लिए पुणे के कमला नेहरू अस्पताल गए थे. वायरल फोटो अस्पताल के लोगों के पास होने के कारण उन्होंने उन्हें वहीं रोक लिया और तुरंत पुलिस को इसकी सूचना दी. हम तुरंत मौके पर गए और उन्हें जांच के लिए फरासखाना पुलिस स्टेशन ले आए और जांच जारी है. उनके आधार कार्ड और अन्य दस्तावेजों को देखने से पता चला है कि वे देश के बिहार के रहने वाले हैं. वहां की पुलिस से भी जानकारी जुटाई जा रही है. साथ ही हम इस बात की भी जानकारी हासिल कर रहे हैं कि वे पुणे शहर में कब और किस मकसद से आए थे.